अजय देवगन और तब्बू की रोमांटिक थ्रिलर 'औरौं में कहां दम था' पहले दिन केवल 50 लाख से भी कम का कलेक्शन

अजय देवगन और तब्बू की रोमांटिक थ्रिलर 'औरौं में कहां दम था' पहले दिन केवल 50 लाख से भी कम का कलेक्शन
  • अग॰, 2 2024

अजय देवगन और तब्बू की नई फिल्म का निराशाजनक प्रदर्शन

अजय देवगन और तब्बू की बहुप्रतीक्षित फिल्म 'औरौं में कहां दम था' बॉक्स ऑफिस पर पहले दिन मात्र 50 लाख रुपये से भी कम का कलेक्शन कर पाई। यह खबर न केवल फिल्म निर्माता और दर्शकों के लिए बल्कि पूरे फिल्म उद्योग के लिए एक बड़ा झटका है। फिल्म के निर्देशक नीरज पांडे ने फिल्म को जुलाई 5 को रिलीज़ करने की योजना बनाई थी, लेकिन इसे अन्य प्रमुख रिलीज़ से टकराने से बचाने के लिए 2 अगस्त तक स्थगित कर दिया गया।

कहानी का नीरस और फैलाव भरा समीकरण

फिल्म की कहानी का प्लॉट काफी नीरस और सतही माना गया है। इसमें नॉन-लीनियर स्टोरीटेलिंग का उपयोग किया गया है, जो दर्शकों को कंफ्यूज कर सकता है। साथ ही, इसकी कथा और समय की लंबाई को भी खींचा गया है, जिससे दर्शकों का धैर्य टूट गया। फिल्म को कमजोर कहानी और गैर-प्रभावी नैरेटिव के कारण आलोचनाओं का समाना करना पड़ा है।

अभिनेताओं की प्रदर्शनी

अजय देवगन और तब्बू, जो अपने मजबूत स्क्रीन प्रेजेंस के लिए जाने जाते हैं, ने फिर से अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया है। लेकिन उनकी अभिनय क्षमताएं भी फिल्म की कमजोरियों को पूरी तरह से ढंकने में सफल नहीं हो सकीं। अजय और तब्बू की पूर्व सफल परियोजनाओं के बावजूद, वे इस फिल्म को उबारने में असमर्थ रहे।

संगीत का मिश्रित स्वागत

फिल्म का संगीत ऑस्कर विजेता संगीतकार एमएम किर्वाणी ने कंपोज किया है, फिर भी इसे भी मिश्रित प्रतिक्रियाएं मिली हैं। संगीत ने भी फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर खड़ा करने में कोई खास भूमिका नहीं निभाई।

फिल्म उद्योग के लिए एक और झटका

इस साल फिल्म उद्योग ने पहले से ही कई हाई-प्रोफाइल फिल्मों के फ्लॉप होने का अनुभव किया है। 'औरौं में कहां दम था' का यह प्रदर्शन उद्योग के समक्ष नई चुनौतियां खड़ी कर रहा है। इसकी तुलना हाल ही में रिलीज हुई अक्षय कुमार की फिल्म 'सर्फिरा' से की जा रही है, जिसने पिछले 15 सालों में सबसे कम ओपनिंग दर्ज की थी।

उम्मीदों पर पानी

यह फिल्म विशेष रूप से निराशाजनक रही है क्योंकि अजय देवगन और तब्बू हाल ही में अपने अन्य प्रोजेक्ट्स में काफी सफल रहे हैं। इस उच्च उम्मीद के साथ रिलीज़ हुई इस फिल्म ने दर्शकों और समीक्षकों दोनों को निराश किया है।

10 टिप्पणि
  • Pooja Yadav
    Pooja Yadav अगस्त 3, 2024 AT 16:10
    इस फिल्म का पहला दिन का कलेक्शन देखकर लगा जैसे किसी ने अपनी पुरानी यादों को फिर से बुला लिया हो। बस थोड़ा सा नए बदलाव का इंतज़ार था।
    पर वो नहीं मिला।
  • Pooja Prabhakar
    Pooja Prabhakar अगस्त 3, 2024 AT 21:49
    अरे भाई ये फिल्म तो बस एक लंबा सा नींद भरा वीडियो है जिसमें अजय और तब्बू ने अपने अभिनय के बारे में बताने की कोशिश की है लेकिन स्क्रिप्ट ने उन्हें बस एक डॉली बना दिया।
    नीरज पांडे का नॉन-लीनियर स्टोरीटेलिंग तो बस एक बहाना है जिससे वो अपनी कमजोर कहानी को छुपाने की कोशिश कर रहे हैं।
    एमएम किर्वाणी का संगीत तो बस फिल्म के बीच में एक शांत चिल्लाहट है जो किसी को नहीं छूता।
    ये फिल्म न सिर्फ फ्लॉप हुई बल्कि इसने बॉलीवुड के उस ज़माने का अंत कर दिया जब अभिनय और कहानी का रिश्ता असली था।
    अब सब कुछ ट्रेंड्स और ट्रेलर्स पर टिका है।
    इस फिल्म ने दिखा दिया कि अगर कहानी खाली है तो कोई भी स्टार उसे नहीं बचा सकता।
    ये फिल्म उस दर्शक के लिए है जो अभी भी एक बार फिर से उस नॉस्टैल्जिक भावना को ढूंढ रहा है जो अब बस एक याद है।
    हम सब इसका हिस्सा बन चुके हैं।
    अगर ये फिल्म बच गई तो बॉलीवुड का भविष्य बहुत अंधेरा होगा।
    मैं तो इसे देखकर बहुत निराश हुआ।
    अब तो बस एक नई फिल्म का इंतज़ार है जो हमें वापस ले आए।
    ये फिल्म नहीं बल्कि उसका निर्माण भी एक गलती थी।
    मैंने अपना पैसा और समय दोनों बर्बाद कर दिया।
    अब तो मैं बस अपने दिल को शांत करने के लिए कुछ पुरानी फिल्में देखूंगा।
    और ये फिल्म कभी नहीं भूलूंगा।
  • Anadi Gupta
    Anadi Gupta अगस्त 4, 2024 AT 02:06
    फिल्म उद्योग के विकास के संदर्भ में यह घटना एक महत्वपूर्ण चिह्न है जो निर्माण प्रक्रिया के अंतर्गत गुणवत्ता के अभाव को दर्शाता है।
    अजय देवगन और तब्बू जैसे अभिनेता जिनकी प्रतिष्ठा अत्यधिक है, उनके लिए भी यह फिल्म एक असफलता का प्रतीक बन गई है।
    निर्देशक ने नॉन-लीनियर संरचना का उपयोग विकृत ढंग से किया है जिससे दर्शकों की समझ में असमर्थता उत्पन्न हुई।
    संगीत भी अपने आप में एक उत्कृष्ट रचना है लेकिन फिल्म के संदर्भ में यह असंगत रहा।
    यह फिल्म उद्योग के लिए एक चेतावनी है कि अगर कहानी अमूल्य नहीं होगी तो कोई भी अभिनय या तकनीक इसे बचाने में समर्थ नहीं होगा।
    हमें बॉलीवुड की गुणवत्ता को बहाल करने के लिए नए दृष्टिकोण की आवश्यकता है।
    इस फिल्म का असफल होना एक आर्थिक नुकसान नहीं बल्कि एक सांस्कृतिक नुकसान है।
    इसके बाद फिल्म निर्माण में अधिक अनुसंधान और विकास की आवश्यकता है।
    यह घटना निर्माताओं को अपनी जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक करती है।
    यह फिल्म एक नए युग की शुरुआत है जहां दर्शक अपने समय और पैसे के लिए अधिक सावधान होंगे।
    अब बॉलीवुड को अपनी नींव को मजबूत करने की आवश्यकता है।
    इस फिल्म के असफल होने का एक अर्थ यह भी है कि दर्शकों ने अब बस बोरिंग कहानियों को नहीं सहन करना चाहते।
    यह एक संक्रमण का समय है।
    हमें अपने आप को बदलना होगा।
    अगर हम नहीं बदले तो और भी ऐसी फिल्में आएंगी।
  • shivani Rajput
    shivani Rajput अगस्त 4, 2024 AT 17:39
    फिल्म का प्लॉट थीमेटिकली डिस्ट्रक्टिव था और नैरेटिव फ्लो एक्सप्लोरेटिव नहीं बल्कि एक्सप्लोइटेटिव था।
    अजय और तब्बू के अभिनय को फिल्म की कमजोरी ने डिग्रेड कर दिया।
    संगीत एक एक्सपोज़िशन था जिसने ऑडियंस को अनकॉन्फर्टेबल बना दिया।
    यह फिल्म बॉलीवुड के डिजिटल डिग्रेडेशन का प्रतीक है।
    अब दर्शक ऑथेंटिकिटी की तलाश में हैं न कि ब्रांडेड नामों की।
    इस फिल्म ने एक नए ट्रेंड को जन्म दिया है - निराशा का ट्रेंड।
    हम अब बस एक बेहतर फिल्म की उम्मीद कर रहे हैं।
    यह फिल्म एक बहुत बड़ी फेलियर थी और इसके बाद कोई भी बड़ा नाम अब नहीं बचा सकता।
    अगर आपको लगता है कि अभिनय से फिल्म बच जाएगी तो आप गलत हैं।
    कहानी ही फिल्म होती है।
    और यहां कहानी बर्बाद थी।
    इसके बाद बॉलीवुड को रिसेट करना होगा।
    अब बस एक नई शुरुआत की उम्मीद है।
  • Jaiveer Singh
    Jaiveer Singh अगस्त 6, 2024 AT 14:24
    बॉलीवुड ने अपने देश के लोगों को धोखा दिया है।
    अजय देवगन और तब्बू भारत के अभिनेता हैं और उन्होंने एक ऐसी फिल्म बनाई जो भारतीय दर्शकों की उम्मीदों को नहीं भर सकी।
    यह फिल्म एक देशभक्ति के विरुद्ध घटना है।
    हम भारतीय हैं और हम अपनी फिल्मों को बेहतर बनाने के लिए तैयार हैं।
    इस फिल्म को बैन कर देना चाहिए।
    इसने भारतीय सिनेमा का नाम खराब कर दिया।
    हमें अपने अभिनेताओं को अच्छी कहानियों के लिए राजी करना होगा।
    अगर यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर चली तो यह भारत के लिए शर्म की बात होगी।
    हमें अपनी फिल्मों को बेहतर बनाना होगा।
    हम इसे सहन नहीं कर सकते।
  • Arushi Singh
    Arushi Singh अगस्त 7, 2024 AT 03:10
    मैं तो फिल्म देखने गई थी बस एक अच्छी कहानी के लिए और शायद थोड़ा रोमांस भी।
    लेकिन जब फिल्म शुरू हुई तो मुझे लगा जैसे कोई मुझे एक लंबी सी नींद में डाल रहा है।
    अजय और तब्बू बहुत अच्छे थे लेकिन वो भी एक ऐसी फिल्म में जहां कहानी बिल्कुल खाली थी।
    मैंने एमएम किर्वाणी के संगीत को सुना और उसने थोड़ा आशा दी।
    लेकिन वो भी बहुत जल्दी बुझ गया।
    मैं नहीं चाहती कि बॉलीवुड ऐसे ही खत्म हो जाए।
    हमें ऐसी फिल्में बनानी चाहिए जो हमारे दिल को छू जाएं।
    मैं अभी भी उम्मीद कर रही हूं कि कोई ऐसी फिल्म आएगी जो हमें वापस ले आएगी।
    मैं बस एक अच्छी कहानी के लिए इंतजार कर रही हूं।
  • Rajiv Kumar Sharma
    Rajiv Kumar Sharma अगस्त 8, 2024 AT 05:36
    क्या तुमने कभी सोचा है कि जब हम फिल्म देखते हैं तो हम अपने अंदर के उस बच्चे को ढूंढ रहे होते हैं जो अभी भी विस्मय से भरा है?
    इस फिल्म ने उस बच्चे को नहीं छुआ।
    यह फिल्म एक नीरस घंटी की आवाज़ है जो बस दर्शक के दिमाग में घूम रही है।
    हम अभिनय की तलाश में नहीं हैं।
    हम अपने अंदर की आवाज़ की तलाश में हैं।
    इस फिल्म ने उस आवाज़ को दबा दिया।
    अब हमें उस आवाज़ को फिर से ढूंढना होगा।
    शायद अगली फिल्म वो होगी।
    या शायद नहीं।
    लेकिन हम खोजना बंद नहीं करेंगे।
  • Jagdish Lakhara
    Jagdish Lakhara अगस्त 9, 2024 AT 20:03
    प्रिय दर्शकों,
    मैं इस फिल्म के प्रदर्शन के बारे में अपनी विचारधारा साझा करना चाहता हूं।
    फिल्म का प्रदर्शन बहुत कम था।
    यह एक गंभीर चिंता का विषय है।
    मैं अपने दोस्तों को इस फिल्म को देखने के लिए प्रोत्साहित नहीं करूंगा।
    यह फिल्म उद्योग के लिए एक चेतावनी है।
    हमें अपनी जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक होना चाहिए।
    धन्यवाद।
  • Nikita Patel
    Nikita Patel अगस्त 10, 2024 AT 22:42
    हम सब इस फिल्म को देखकर निराश हुए लेकिन याद रखो ये बस एक फिल्म है।
    अजय और तब्बू के अभिनय को नहीं भूलो।
    उन्होंने अपने बेहतरीन तरीके से काम किया।
    इस फिल्म की निर्माण टीम को भी याद रखो - उन्होंने जो भी किया वो उनकी कोशिश थी।
    हमें इस फिल्म के बाद भी अपने दिल को खोले रखना होगा।
    अगली फिल्म बेहतर होगी।
    हम उसका इंतजार करेंगे।
    और जब वो आएगी तो हम उसे पूरे दिल से स्वागत करेंगे।
    क्योंकि हम फिल्मों के प्रेमी हैं।
    और ये फिल्म बस एक रुकावट है।
  • abhishek arora
    abhishek arora अगस्त 11, 2024 AT 23:30
    बॉलीवुड ने भारत को धोखा दिया 😡🇮🇳
    इस फिल्म को बैन कर दो! 🚫
    अजय देवगन के नाम पर बनाई गई ये फिल्म एक अपमान है।
    हम भारतीय दर्शक इस तरह की फिल्मों को सहन नहीं करेंगे।
    हम अपने संस्कृति के लिए लड़ेंगे! 💪
    इस फिल्म के लिए निर्माता को जेल जाना चाहिए! 🚨
    जय हिंद! 🇮🇳
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