इंग्लैंड टेस्ट टीम में पहली बार शामिल हुए सैम कूक, जिम्बाब्वे के खिलाफ डेब्यू पर रचा इतिहास

इंग्लैंड टेस्ट टीम में पहली बार शामिल हुए सैम कूक, जिम्बाब्वे के खिलाफ डेब्यू पर रचा इतिहास
  • मई, 23 2025

सैम कूक का डेब्यू: 31 साल बाद एसेक्स खिलाड़ी की वापसी

इंग्लैंड टेस्ट टीम ने जिम्बाब्वे के खिलाफ एकमात्र टेस्ट के लिए अपने दस्ते का ऐलान किया, जिसमें सबसे बड़ा नाम सैम कूक का रहा। एसेक्स के इस युवा तेज गेंदबाज के लिए यह मौका खास रहा, क्योंकि सैम कूक 31 साल बाद पहले ऐसे खिलाड़ी बने हैं जो एसेक्स की तरफ से डेब्यू कर रहे हैं। इससे पहले 1993 में मार्क इलॉट ने एसेक्स की ओर से इंग्लैंड के लिए टेस्ट डेब्यू किया था।

सैम कूक का घरेलू क्रिकेट में सफर कमाल का रहा है। वे लिखित सीसी और चेल्म्सफोर्ड सीसी जैसे क्लबों से होते हुए सीधे एसेक्स के मुख्य टीम तक पहुंचे। यहां उनकी धारदार गेंदबाजी और निरंतर प्रदर्शन ने उन्हें इंग्लैंड की नजरों में ला दिया।

जब इंग्लैंड ने जिम्बाब्वे के खिलाफ टेस्ट के लिए 565/6 पर पारी घोषित की, तो गेंद सैम कूक के हाथ में आई, और उन्होंने अपनी तेज गेंदबाजी से लय पकड़ ली। दूसरे दिन कूक ने अपना डेब्यू विकेट हासिल किया—जो हर गेंदबाज के लिए यादगार सपना होता है।

इतिहास में नाम दर्ज: जिम्बाब्वे की इंग्लैंड में वापसी

इस खास टेस्ट मैच की अलग ही अहमियत है। जिम्बाब्वे की टीम 21 साल बाद इंग्लैंड में पहली बार टेस्ट मैच खेल रही है। पिछली बार 2003 में जिम्बाब्वे ने यहां टेस्ट खेला था। ट्रेंट ब्रिज में खेला जा रहा यह मुकाबला इंग्लैंड की अंतरराष्ट्रीय गर्मियों की शुरुआत भी कर रहा है।

इंग्लैंड की टीम में कुछ पुराने दिग्गज जैसे ज़ैक क्रॉली, बेन डकेट, जो रूट और कप्तान बेन स्टोक्स शामिल हैं। इनके साथ ही दो और नए चेहरे—गस एटकिंसन और शोएब बशीर—को भी जगह मिली है। टेस्ट के अब तक हुए खेल में इंग्लैंड ने बल्लेबाजी का दबदबा दिखाया और 565/6 पर डिक्लेयर किया।

  • पहला दिन इंग्लैंड के नाम रहा, बल्लेबाजों ने जमकर रन बटोरे।
  • दूसरे दिन, गेंदबाजों की बारी आई और सैम कूक ने जैसे ही अपनी पहली अंतरराष्ट्रीय गेंद फेंकी, उनकी धड़कनें बढ़ गईं।
  • सैम ने जल्दी ही सफलता हासिल की, जब उन्होंने अपने करियर का पहला टेस्ट विकेट लेकर जिम्बाब्वे की पारी में सेंध लगा दी।

लंच तक जिम्बाब्वे ने भी झुकने का नाम नहीं लिया और 73/1 तक पहुंच गई। लेकिन सबकी नजरें अपने डेब्यू टेस्ट में सैम कूक के हर ओवर पर टिकी रहीं। नामी एसेक्स खिलाड़ियों की लंबी लिस्ट में अब उनका नाम भी जुड़ चुका है, जिसमें एलिस्टेयर कुक, रवि बोपारा जैसे खिलाड़ी पहले ही हैं।

ट्रेंट ब्रिज के मैदान पर जिस तरह सैम ने अपनी धाक जमाई, उससे साफ है कि इंग्लैंड की तेज गेंदबाजी को एक और मजबूत कड़ी मिल गई है। घरेलू क्रिकेट से इंटरनेशनल लेवल तक का सफर आसान नहीं होता, लेकिन सैम कूक के लिए यह सपना हकीकत बन गया है।

8 टिप्पणि
  • Ajay Rock
    Ajay Rock मई 24, 2025 AT 06:42
    सैम कूक तो बस बाहर आ गया! एसेक्स से आया और सीधे टेस्ट में! ये तो फिल्म की कहानी है भाई।
  • Lakshmi Rajeswari
    Lakshmi Rajeswari मई 26, 2025 AT 06:37
    ये सब ठीक है...लेकिन क्या आपने सोचा कि ये सब बीसीसीआई की रणनीति है? भारतीय खिलाड़ियों को छोड़कर अंग्रेजों को बढ़ावा देने की कोशिश? इंग्लैंड में भारतीय जड़ों वाले खिलाड़ी तो अब आम बात हैं...लेकिन ये सब एक नाटक है! देखोगे अगले मैच में कोई बड़ा विवाद आ जाएगा!!
  • Piyush Kumar
    Piyush Kumar मई 27, 2025 AT 12:22
    ये लड़का बस अपने सपनों को जिंदा रखकर आगे बढ़ रहा है! घरेलू क्रिकेट से लेकर इंग्लैंड टेस्ट टीम तक का सफर? ये कोई आम बात नहीं! ये लड़का दिल से खेलता है, और इसीलिए वो यहाँ है! अगर तुम भी अपने लक्ष्य के लिए लड़ते रहोगे, तो कोई भी दुनिया तुम्हें रोक नहीं सकती! जय हिंद! जय क्रिकेट!
  • Srinivas Goteti
    Srinivas Goteti मई 27, 2025 AT 13:37
    एसेक्स के खिलाड़ी का टेस्ट डेब्यू 31 साल बाद? ये बात दिलचस्प है। लेकिन ये भी सच है कि इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड अब अपने घरेलू लीग से नए ताले निकालने में बहुत धीमा हो गया है। अगर ये लड़का अगले मैच में भी ऐसा ही प्रदर्शन करता है, तो ये बहुत बड़ी बात होगी।
  • Rin In
    Rin In मई 28, 2025 AT 01:38
    सैम कूक ने तो बस अपना डेब्यू विकेट लिया और दुनिया भर में नाम बना दिया! ये तो जिंदगी का सबसे बड़ा मोमेंट है! जितना भी लोग उसे नहीं जानते, वो अब जान जाएंगे! ये लड़का अपने लिए नहीं, बल्कि हर उस लड़के के लिए खेल रहा है जो छोटे शहर से आया है! जय हिंद! 🙌
  • michel john
    michel john मई 29, 2025 AT 21:46
    ये सब बहुत अच्छा है...लेकिन क्या कोई ध्यान दिया कि इंग्लैंड टीम में अब कोई भारतीय नाम नहीं है? जब हमारे खिलाड़ी अंग्रेजी क्लबों में खेल रहे हैं, तो फिर ये सब नाटक क्यों? क्या हमारे बोर्ड को अपने खिलाड़ियों को भूल गए? ये सब जाल है! और ये जिम्बाब्वे की वापसी? ये भी एक धोखा है! वो तो अब टेस्ट क्रिकेट में नहीं खेल सकते!
  • shagunthala ravi
    shagunthala ravi मई 30, 2025 AT 00:18
    सैम कूक के लिए ये डेब्यू बस शुरुआत है। इस लड़के ने अपनी मेहनत, लगन और धैर्य से ये सब हासिल किया है। उसकी गेंदबाजी में एक अलग ही शान है। उसे अब बस समय दो, और वो इंग्लैंड की टीम का एक अहम हिस्सा बन जाएगा। हर युवा खिलाड़ी के लिए ये एक प्रेरणा है। आप जितना भी जोर लगाएं, अगर आपका दिल सच्चा है, तो दुनिया आपको सुनती है।
  • Urvashi Dutta
    Urvashi Dutta मई 30, 2025 AT 18:34
    इस डेब्यू के पीछे का सांस्कृतिक संदर्भ बहुत दिलचस्प है। एसेक्स, एक ऐसा क्षेत्र जहां अंग्रेजी क्रिकेट की जड़ें गहरी हैं, और अब वहां से एक युवा खिलाड़ी जिम्बाब्वे के खिलाफ इंग्लैंड के लिए खेल रहा है। ये तो बस एक खिलाड़ी का डेब्यू नहीं, बल्कि एक नए युग की शुरुआत है - जहां नस्ल, जाति या जन्म स्थान कोई अंतर नहीं करता। ये लड़का न केवल अपने खेल का नाम रोशन कर रहा है, बल्कि एक नए नागरिकता की भावना को भी जन्म दे रहा है। जिम्बाब्वे की वापसी भी इसी तरह की एक भावनात्मक घटना है - जहां एक टीम जिसे दुनिया ने भूल दिया था, वो वापस आ रही है। ये खेल ही वह जगह है जहां विभाजन नहीं, बल्कि एकता का संदेश दिया जाता है।
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