पैट कमिंस की शानदार गेंदबाजी से ऑस्ट्रेलिया ने भारत को दूसरे टेस्ट में हराया
टेढ़ी राह पर चला भारत, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कमजोर पड़ा प्रदर्शन
ऑस्ट्रेलिया के सफल कप्तान पैट कमिंस ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दूसरे टेस्ट मैच में अपने गेंदबाजी के जौहर से भारतीय बल्लेबाजों को घुटनों पर ला दिया। पिंक बॉल टेस्ट के तीसरे दिन एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ 10 विकेट की शानदार जीत दर्ज की। मैदान पर आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के आग उगलते प्रदर्शन के सामने भारतीय टीम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। भारती बल्लेबाज ऑस्ट्रेलियाई पेस अटैक के खिलाफ टिका न रह सके और उनके लिए सिर्फ 175 का स्कोर जुटाना ही भारी पड़ गया। पैट कमिंस की पारी में पाँच विकेट और मिचेल स्टार्क के कुल आठ विकेटों ने टीम को सफलता दिलाई।
उत्साह के क्षण में ऑस्ट्रेलिया का प्रदर्शन
पैट कमिंस ने अपनी अद्भुत गेंदबाजी से ऑस्ट्रेलिया की जीत की नींव रखी। उनकी असीम ऊर्जा और तीव्रता ने भारतीय बल्लेबाजों के लिए मैदान पर रहना मुश्किल कर दिया। कमिंस की बेहतरीन गेंदबाजी में एकतरफी धार दिखाई दी। उन्होंने फॉलो-अप में बाहर से आने वाली गेंदों का प्रभावी उपयोग किया, जिससे भारतीय टीम जल्दी-जल्दी अपने विकेट खोती गई। पूरे दिन भर दिखे उनके बॉलिंग स्पेल की संयोजनता और धैर्य ने ऑस्ट्रेलियाई पक्ष को उत्साह के क्षणों में बदल दिया।
टीम इंडिया की बैटिंग लाइन-अप का ढहना
भारती बल्लेबाजों की ओर से पेश किया गया कमजोर प्रदर्शन टीम के लिए भारी साबित हुआ। दिन के प्रारंभ में ही टीम का स्कोर 128 रन पर 5 विकेट के गिर जाने के बाद, टीम इंडिया का कोई बल्लेबाज बल्लेबाजी को संभालने में नाकाम रहा। नितिश रेड्डी के 42 रन के योगदान के अलावा कोई विशेष स्कोर नहीं बन सका। टीम को मात्र 47 और रन जोड़ने में 5 और विकेट गंवाने पड़े, जिससे उनका लक्ष्य पहुँच से बाहर हो गया।
मैक्सिकन पेस अटैक ने दिलाया जीत
ऑस्ट्रेलिया का पेस अटैक, कैप्टन पैट कमिंस और मिचेल स्टार्क के नेतृत्व में थे, जिन्होंने भारत को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। मिचेल स्टार्क ने दोनों पारियों में 8 विकेट लेकर गेंदबाजी का बेजोड़ प्रदर्शन किया। इसके अलावा, स्कॉट बोलैंड ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए 3 विकेट लिए, उनका चयन टीम में जोश हेजलवुड की जगह किया गया था।
उपलब्धियों की ओर बढ़ चली ऑस्ट्रेलिया टीम
ऑस्ट्रेलिया की इस जीत को एक मजबूत वापसी के रूप में देखा जा रहा है। पर्थ में पहले टेस्ट में हार के चलते ऑस्ट्रेलिया पर दबाव था, लेकिन उन्होंने इस मैच में बेहतरीन प्रदर्शन से अपनी ताकत दिखाई। इस जीत के बाद बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की सीरीज 1-1 से बराबर हो गई है। अगले मैचों में दर्शकों को रोमांचक मुकाबले देखने को मिल सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया का प्रदर्शन निश्चित रूप से उनकी भविष्य की उपलब्धियों की ओर देख रहा है।
अंतरराष्ट्रीय दर्शकों के लिए एक भावनात्मक क्षण
इस टेस्ट श्रृंखला ने भारतीय और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट प्रशंसकों को कई भावनात्मक क्षण प्रदान किए हैं। पिंक बॉल टेस्ट की बात की जाए, तो इसके अद्वितीय प्रयोग ने भी ऑस्ट्रेलिया की जीत में एक बड़ा योगदान दिया। आगे के मुकाबलों में देखना होगा कि दोनों टीमें किस तरह अपनी कमियों को दूर कर अपने प्रदर्शन में सुधार करती हैं। इस मुकाबले ने क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में असीम आकर्षण और रोमांचक यादें छोड़ दी हैं।
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