पेरिस 2024 ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक तालिका: क्या अमेरिका ने चीन को पछाड़ा?

पेरिस 2024 ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक तालिका: क्या अमेरिका ने चीन को पछाड़ा?
  • अग॰, 12 2024

पेरिस 2024 ओलंपिक खेलों के आखिरी दिन, संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन ने 40 स्वर्ण पदकों के साथ तालिका में बराबरी की। कुल पदक गणना में, अमेरिका ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन के साथ 126 पदक (40 स्वर्ण, 44 रजत, और 42 कांस्य) जीते, जबकि चीन ने 91 पदकों (40 स्वर्ण, 27 रजत, और 24 कांस्य) के साथ दूसरे स्थान पर अपनी जगह बनाई। इस दौरान, दोनों देश स्वर्ण पदक की दौड़ में लंबे समय तक एक-दूसरे को चुनौती देते रहे।

संयुक्त राज्य अमेरिका ने रविवार को चार पदकों के साथ शुरुआत की, जिसमें जेनिफर वालेंटे ने साइक्लिंग ट्रैक में महिला ओम्नियम खिताब को एक और बार जीता। परंतु, चीन ने भी जल्दी ही महिलाओं के +81 किग्रा वेटलिफ्टिंग में ली वेनवेन के स्वर्ण पदक से अपना दबदबा कायम रखा। हालांकि, अंतिम दिन तक जाते-जाते, अमेरिका ने एक स्वर्ण पदक की कमी के साथ शुरुआत की थी, लेकिन महिला बास्केटबॉल के फाइनल में औरतों की टीम ने 67-66 के करीबी मुकाबले में जीत दर्ज करते हुए स्वर्ण पदक जुटाया।

संयुक्त राज्य अमेरिका ने रविवार को महिला बास्केटबॉल के अलावा, महिलाओं के ओम्नियम (साइक्लिंग ट्रैक) में स्वर्ण, महिला फ्रीस्टाइल 76 किग्रा (कुश्ती) में रजत, महिला वॉलीबॉल टीम स्पर्धा में रजत, और पुरुषों के वॉटर पोलो में कांस्य पदक हासिल किया। हालांकि, जॉर्डन चाइल्स द्वारा महिलाओं की फ्लोर फाइनल में जीता गया कांस्य पदक रोमानी की जिमनास्ट अना बारबोसू को दे दिया गया, जिससे अमेरिका के कांस्य पदकों की संख्या एक घट गई।

ओलंपिक इतिहास में अमेरिका का दबदबा

अमेरिका और चीन का ओलंपिक इतिहास लंबे समय से प्रतिस्पर्धा भरा रहा है। टोक्यो 2020 ओलंपिक्स में, अमेरिका ने 39 स्वर्ण पदक जीते थे, जबकि चीन ने 38। वहीं, रियो 2016 में, अमेरिका ने 46 स्वर्ण पदक के साथ स्पष्ट बढ़त बनाई थी, जबकि ब्रिटेन और चीन क्रमशः 27 और 26 स्वर्ण पदक जीते थे।

इस बार भी पेरिस 2024 में, अमेरिका ने अपनी आदतन होशियारी और तैयारियों का परिचय देते हुए, एक बार फिर खुद को पदक तालिका में शीर्ष पर स्थापित किया। यह उन लोगों के लिए एक प्रेरणास्त्रोत बन सकता है जो खेलों के माध्यम से राष्ट्र का नाम रोशन करने के उद्देश्य से मेहनत और समर्पण के साथ कार्य कर रहे हैं।

महिलाओं की बास्केटबॉल फाइनल में निर्णायक जीत

अमेरिका की महिलाओं की बास्केटबॉल टीम की आठवीं सीधी ओलंपिक जीत इसका एक जीता जागता प्रमाण है। पेरिस में खेले गए इस उत्साही खेल ने दर्शकों को उनके उत्साह के चरम पर पहुँचा दिया था। यह मुकाबला केवल स्वर्ण पदक ही नहीं, बल्कि टीम स्पीरिट और सहयोग का भी प्रतीक था।

जब कार्यक्रम के आखिरी दिन, अमेरिका की महिला बास्केटबॉल टीम ने एक बेहद नाटकीय और करीबी मुकाबले में चीन को हराकर स्वर्ण पदक जीता, तब वहां का माहौल और भी रोमांचक हो गया।

ओलंपिक खेलों में आगे का समय

2024 ओलंपिक्स के साथ, वैश्विक खेल मंच पर अमेरिका और चीन की प्रतिस्पर्धा ने यह सिद्ध कर दिया है कि दुनिया का हर कोई खेलों के प्रति अपनी सामर्थ्य दिखाने के लिए तैयार है। यह दोनों देशों के लिए एक स्पष्ट संदेश है कि उनकी खेल संरचना और प्रशिक्षण योजनाएँ कितनी प्रभावी हैं। यह देखना रोचक होगा कि आने वाले ओलंपिक्स में ये देश किस तरह अपनी तत्परता और प्रदर्शन में सुधार लाते हैं।

18 टिप्पणि
  • Jaiveer Singh
    Jaiveer Singh अगस्त 12, 2024 AT 08:27

    अमेरिका ने चीन को हराया, ये सिर्फ खेल नहीं, ये एक संस्कृति की जीत है। हमारे देश में भी ऐसी टीमें बननी चाहिए - जो अपने खिलाड़ियों को पूरा समर्थन दे।

  • Arushi Singh
    Arushi Singh अगस्त 13, 2024 AT 19:08

    मुझे लगता है कि दोनों देशों की टीमें बहुत अच्छी थीं... अमेरिका की महिला बास्केटबॉल टीम तो बस जादू थी! 😊 लेकिन चीन भी बहुत अच्छा खेला, इसलिए दोनों को तारीफ देनी चाहिए।

  • Rajiv Kumar Sharma
    Rajiv Kumar Sharma अगस्त 15, 2024 AT 17:01

    ये सब तो बस एक नाटक है। खेल तो खेल हैं, पर जब देशों के नाम लग जाएं तो ये राष्ट्रीय अहंकार का खेल बन जाता है। क्या असली जीत तो ये नहीं कि एक बच्चा खेलने के लिए बाहर आए, बल्कि एक खिलाड़ी के लिए एक ट्रेनिंग सेंटर मिल जाए?

  • Jagdish Lakhara
    Jagdish Lakhara अगस्त 17, 2024 AT 16:54

    प्रिय उपयोगकर्ता, मैं आपको यह बताना चाहता हूँ कि ओलंपिक खेलों के फलांश का विश्लेषण अत्यंत वैज्ञानिक और राष्ट्रीय उपलब्धि के संदर्भ में किया जाना चाहिए।

  • Nikita Patel
    Nikita Patel अगस्त 18, 2024 AT 18:43

    अगर आप देखें तो अमेरिका के पास खेलों के लिए बहुत अच्छी बुनियादी ढांचा है - स्कूलों से लेकर लीग तक। हमारे यहाँ भी ऐसा कुछ चाहिए। बच्चों को खेलों का मौका दें, बस।

  • abhishek arora
    abhishek arora अगस्त 19, 2024 AT 02:14

    चीन के खिलाफ जीत = अमेरिका की शक्ति! 🇺🇸🔥 हमारे देश को भी ऐसा ही करना चाहिए! जल्दी से खेलों के लिए बजट बढ़ाओ, वरना अगली बार भी चीन हमें टाइटल छीन लेगा! 💪

  • Kamal Kaur
    Kamal Kaur अगस्त 20, 2024 AT 16:34

    ये महिला बास्केटबॉल फाइनल तो दिल को छू गया 😭 दोनों टीमें बहुत अच्छी खेलीं। अमेरिका की जीत बहुत अच्छी लगी, लेकिन चीन ने भी अपना बेहतरीन दिखाया। खेल तो खेल हैं - इसलिए दोनों को तारीफ देना चाहिए। 🙌

  • Ajay Rock
    Ajay Rock अगस्त 22, 2024 AT 12:29

    अरे भाई, अमेरिका ने चीन को बराबर कर दिया और फिर आखिरी मिनट में जीत ली? ये तो बस एक नाटक है! चीन के खिलाड़ियों को ड्रग्स दिए गए होंगे, वरना ऐसा कैसे हो सकता है? 😏

  • Lakshmi Rajeswari
    Lakshmi Rajeswari अगस्त 23, 2024 AT 01:32

    क्या आप जानते हैं? ये सब एक बड़ा गुप्त षड्यंत्र है!! अमेरिका ने ओलंपिक के दौरान चीन के स्वर्ण पदकों को हैक कर दिया! और वो बास्केटबॉल फाइनल? उसमें रिफरी को भी ब्रिटिश एजेंट ने ब्रेनवॉश किया था!! 😱🤯

  • Piyush Kumar
    Piyush Kumar अगस्त 24, 2024 AT 12:12

    दोस्तों, ये जीत सिर्फ एक खेल नहीं, ये एक संदेश है - कि अगर आप लगन से खेलेंगे, तो दुनिया आपको याद करेगी! चीन के खिलाड़ियों को भी बधाई! अमेरिका के खिलाड़ियों को भी! खेलों का असली मकसद यही है - एकता, जुनून, और अपनी सीमाओं को पार करना!

  • Srinivas Goteti
    Srinivas Goteti अगस्त 24, 2024 AT 17:39

    दोनों देशों ने अच्छा खेला। ये तालिका बस एक संख्या है। असली जीत तो वो है जब एक बच्चा खेलने के लिए बाहर आता है - चाहे वो भारत हो या चीन।

  • Rin In
    Rin In अगस्त 25, 2024 AT 01:38

    अमेरिका ने जीत ली!!! 🎉🔥 ये तो बस जानवरों की तरह खेल रहे थे! चीन के लोगों को भी बधाई! अगली बार हमारे भी खिलाड़ियों को इतना जोर देना होगा! 💪🏆

  • michel john
    michel john अगस्त 25, 2024 AT 20:38

    अमेरिका ने चीन को हराया? हाहाहा! ये सब फेक न्यूज है! चीन ने असल में 45 स्वर्ण पदक जीते थे, लेकिन अमेरिका ने डेटा बदल दिया! और वो महिला बास्केटबॉल फाइनल? उसमें एक जासूस ने बॉल को छू लिया था! 😈

  • shagunthala ravi
    shagunthala ravi अगस्त 27, 2024 AT 09:06

    हर खिलाड़ी जो ओलंपिक्स में खेलता है, वो जीत जाता है। चाहे उसे पदक मिले या न मिले। ये खेल दुनिया को याद दिलाता है कि इंसानी इच्छा की सीमा क्या है।

  • Urvashi Dutta
    Urvashi Dutta अगस्त 28, 2024 AT 15:23

    मैं एक भारतीय हूँ, और मुझे लगता है कि हमारे देश में खेलों की व्यवस्था बहुत पिछड़ी हुई है। अमेरिका में बच्चे 5 साल की उम्र से ही अलग-अलग खेलों का अभ्यास करते हैं - स्कूल में, क्लब में, और सरकारी स्कीम्स के तहत। हमारे यहाँ तो खेल को बस एक विषय के रूप में देखा जाता है, जिसे बाद में छोड़ दिया जाता है। हमें इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि हमारे खिलाड़ियों के लिए बुनियादी ढांचा कैसे बनाया जाए। ये सिर्फ ओलंपिक्स की बात नहीं, ये एक राष्ट्रीय जागरूकता की जरूरत है।

  • Rahul Alandkar
    Rahul Alandkar अगस्त 29, 2024 AT 13:17

    अच्छा खेल था। दोनों देशों को बधाई।

  • Jai Ram
    Jai Ram अगस्त 31, 2024 AT 07:06

    अमेरिका के खिलाड़ियों की तैयारी देखकर लगता है कि वो लगातार ट्रेनिंग कर रहे हैं। हमारे यहाँ भी ऐसा कुछ होना चाहिए। बस एक छोटी सी शुरुआत करें - स्कूलों में खेलों के लिए अलग से ट्रेनर्स रखें। 😊

  • Vishal Kalawatia
    Vishal Kalawatia सितंबर 1, 2024 AT 20:14

    हाँ, अमेरिका ने जीत ली... लेकिन ये तो बस धोखा है! चीन के खिलाड़ियों को बर्फ में रखकर ट्रेन किया जाता है, और अमेरिका के पास अपने खिलाड़ियों के लिए लाखों डॉलर का बजट है! ये खेल नहीं, ये धन का खेल है। और हम यहाँ भारत में खिलाड़ियों को बस एक जोड़ी जूते देते हैं - और फिर उन्हें जीतने को कहते हैं।

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