चंडीगढ़ में हरियाणा CM नायब सैनी, केंद्रीय मंत्री खट्टर की सुरक्षा में चूक, गेट लॉक होने से 15 मिनट अटकी गाड़ी

चंडीगढ़ में हरियाणा CM नायब सैनी, केंद्रीय मंत्री खट्टर की सुरक्षा में चूक, गेट लॉक होने से 15 मिनट अटकी गाड़ी
  • जुल॰, 18 2025

चंडीगढ़ में VVIP सुरक्षा का बड़ा सेंध, CM का काफिला रुका

सोचिए आप अपनी कार में हों और अचानक रास्ते में भारी भरकम ताला लग जाए, बाहर पुलिस खड़ी हो लेकिन कोई गेट खोलने वाला न मिले! ऐसा ही कुछ 20 फरवरी 2025 की रात चंडीगढ़ में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ हुआ। उनके सरकारी काफिले को चंडीगढ़ के पंजाब भवन और हरियाणा भवन के पास रोड ब्लॉक हो गई। यहां से उन्हें सीधा हरियाणा निवास जाना था, लेकिन रास्ता बंद गेट ने रोक दिया।

रात करीब 11 बजे का वक्त था, VVIP काफिला निकला तो सबको लगा रास्ता खाली मिलेगा। लेकिन सैकड़ों पुलिस और सिक्योरिटी गार्ड्स के रहते भी गेट में ताला लगा था। सुरक्षा अधिकारी दौड़-भाग करने लगे, आखिर खोजबीन के बाद एक वॉचमैन मिला जिसने धीरे-धीरे ताला खोला। तब तक पूरा काफिला करीब 15 मिनट तक वहीं अपनी गाड़ियों में खड़ा इंतजार करता रहा।

सवालों के घेरे में पुलिस और प्रशासन

हरियाणा सरकार ने तुरंत इसे गंभीर सुरक्षा चूक करार दिया। नायब सैनी ने खुद कहा कि यह वीवीआईपी रूट हमेशा खुला रहना जरूरी है, क्योंकि यहां से मुख्यमंत्री से लेकर केंद्रीय मंत्री और कई पत्रकार, अधिकारी, कोर्ट जज रोज गुजरते रहते हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि एक ऐसा रास्ता, जिसे 24 घंटे खुला रहना चाहिए, वहां गेट क्यों बंद था?

इस पूरे मामले में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान का नाम भी आया, क्योंकि उन्होंने सुरक्षा में पहले ही विशेष गार्ड की तैनाती के निर्देश दिए थे। सैनी ने अप्रत्यक्ष तौर पर पंजाब प्रशासन की तरफ इशारा करते हुए कहा कि ऐसे इलाकों में बिना प्रशासनिक मंजूरी के ताला नहीं लगना चाहिए।

मामला सामने आते ही चंडीगढ़ पुलिस के बड़े अधिकारी और हरियाणा CID हरकत में आ गए। अब पूरा घटनाक्रम जांच के दायरे में है–किसने गेट बंद किया, किसकी जिम्मेदारी थी और क्या रात में सुरक्षा एजेंसियों के बीच कोई तालमेल था भी या नहीं?

  • चंडीगढ़ भारत की दो राज्यों–पंजाब और हरियाणा–की राजधानी है, यहां वीवीआईपी मूवमेंट का शेड्यूल 24×7 रहता है।
  • सिर्फ एक गेट में ताला लगना ना सिर्फ प्रशासन पर सवाल खड़े करता है बल्कि आम जनता की सुरक्षा को भी कटघरे में लाता है।
  • हरियाणा सरकार अपनी रिपोर्ट में कह चुकी है कि यदि जल्दी एक्शन न लिया जाता, तो इससे बड़ी घटना भी हो सकती थी।

जो बात हैरान करती है, वो यह कि सुरक्षा व्यवस्था इतनी लचर और उपायुक्त कैसे रही कि किसी वरिष्ठ नेता का काफिला भी सड़कों पर फंसा रह जाए? अब दोनों राज्यों की पुलिस आपस में तालमेल और जिम्मेदारियों की पड़ताल कर रही है। ऐसी घटनाओं से निशाना सिर्फ अधिकारियों पर ही नहीं, आम आदमी की सुरक्षा भी सवालों के घेरे में आ जाती है।

18 टिप्पणि
  • Pramod Lodha
    Pramod Lodha जुलाई 19, 2025 AT 10:04
    ये तो बस एक गेट बंद होने की बात नहीं, बल्कि पूरी सिस्टम की निष्क्रियता है। जब तक हम इस तरह की लापरवाही को नहीं सुधारेंगे, तब तक कोई VVIP भी सुरक्षित नहीं होगा।
  • Neha Kulkarni
    Neha Kulkarni जुलाई 20, 2025 AT 21:35
    इस घटना के पीछे सिर्फ ऑपरेशनल फेलियर नहीं, बल्कि जिम्मेदारी के बीच का गैप है। दो राज्यों के बीच सुरक्षा अधिकारियों के बीच एक स्पष्ट कम्युनिकेशन प्रोटोकॉल नहीं है, जिससे ऐसी गलतियां हो रही हैं।
  • Sini Balachandran
    Sini Balachandran जुलाई 21, 2025 AT 13:30
    क्या ये सिर्फ गेट बंद होने की बात है... या हम सब इस देश में एक अलग ही सच को अनदेखा कर रहे हैं? जब तक हम इस बात को नहीं समझेंगे कि शक्ति का अहंकार नियंत्रण से बड़ा हो जाता है, तब तक ये घटनाएं दोहराई जाएंगी।
  • Sanjay Mishra
    Sanjay Mishra जुलाई 23, 2025 AT 03:44
    अरे भाई! ये तो बस एक गेट नहीं, ये तो एक पूरा ड्रामा है! जैसे कोई बॉलीवुड फिल्म का एक दृश्य हो - रात के 11 बजे, दो मंत्री गाड़ी में फंसे, पुलिस दौड़ रही, वॉचमैन धीरे-धीरे ताला खोल रहा... अगर ये फिल्म बने तो नाम क्या रखेंगे? 'गेट बंद, राजनीति खुली'! 😂
  • Ashish Perchani
    Ashish Perchani जुलाई 24, 2025 AT 11:10
    इस घटना को बहुत गंभीरता से लेना चाहिए। यह एक सुरक्षा विफलता नहीं, बल्कि एक संस्थागत असफलता है। इस तरह की लापरवाही अगर अमेरिका या यूरोप में होती, तो तुरंत अधिकारियों की नौकरियां जा चुकी होतीं।
  • Dr Dharmendra Singh
    Dr Dharmendra Singh जुलाई 25, 2025 AT 04:35
    हम सब इस तरह की बातों पर गुस्सा करते हैं, लेकिन अगर हम खुद भी जिम्मेदारी लें तो बदलाव आएगा। 😊 थोड़ा धैर्य, थोड़ी समझदारी... सब कुछ ठीक हो जाएगा।
  • sameer mulla
    sameer mulla जुलाई 26, 2025 AT 01:34
    ये सब बकवास है! ये लोग तो सिर्फ अपनी फोटो खिंचवाने के लिए राजनीति करते हैं। गेट बंद हुआ? बड़ी बात है! जब तक ये लोग अपनी गाड़ियों में बैठे रहेंगे, तब तक आम आदमी की गाड़ी का टायर फटेगा और कोई नहीं सुनेगा! 🤬
  • Prakash Sachwani
    Prakash Sachwani जुलाई 26, 2025 AT 14:12
    ये सब बहुत बड़ी बात है लेकिन अब बस भूल जाओ इसे
  • Pooja Raghu
    Pooja Raghu जुलाई 26, 2025 AT 18:06
    मुझे लगता है ये सब एक बड़ी साजिश है। शायद कोई बाहरी शक्ति चंडीगढ़ के बीच में तनाव डालना चाहती है। ये गेट बंद होना तो बस शुरुआत है... अगला क्या होगा? बिजली काट देंगे? इंटरनेट बंद? 🤔
  • Pooja Yadav
    Pooja Yadav जुलाई 27, 2025 AT 16:01
    इस तरह की चीजें होती हैं और हम सब इसे नोटिस नहीं करते लेकिन अगर ये आम आदमी के लिए होता तो लोग बहुत ज्यादा बोलते
  • Pooja Prabhakar
    Pooja Prabhakar जुलाई 28, 2025 AT 06:28
    ये तो बस एक गेट का मामला नहीं है। ये पूरे देश के गवर्नेंस सिस्टम की गहरी बीमारी है। यहां कोई जिम्मेदारी नहीं लेता, कोई रिपोर्ट नहीं लिखता, कोई फॉलोअप नहीं करता। जब तक आप इस सिस्टम को बदल नहीं देंगे, तब तक ये घटनाएं दोहराई जाएंगी। और ये बस शुरुआत है। अगले बार कोई एमपी या मुख्यमंत्री बीमार पड़ गया और अस्पताल नहीं पहुंच पाया तो क्या होगा? क्या फिर भी ये सब नजरअंदाज कर दिया जाएगा? क्या ये बदलाव आएगा? नहीं। बस एक और न्यूज रिपोर्ट बन जाएगा।
  • Anadi Gupta
    Anadi Gupta जुलाई 28, 2025 AT 10:52
    इस घटना के विश्लेषण में अधिकारियों की जिम्मेदारी को निर्धारित करने के लिए एक स्पष्ट अधिकार क्षेत्र विभाजन की आवश्यकता है। चंडीगढ़ का विशेष राज्य स्थिति अनुच्छेद 239A के अंतर्गत आता है, जिसमें केंद्र और राज्यों के बीच सुरक्षा व्यवस्था के लिए स्पष्ट विभाजन नहीं है। इसलिए इस प्रकार की घटनाओं की घटना अपरिहार्य है। इसके लिए एक अंतर्राज्यीय सुरक्षा समन्वय समिति की स्थापना की आवश्यकता है।
  • shivani Rajput
    shivani Rajput जुलाई 29, 2025 AT 14:06
    ये सब तो बस एक गेट बंद होने की बात है। लेकिन अगर आप देखें तो ये राजनीति की असली तस्वीर है। जब तक हम नेताओं को इतना बड़ा बना देंगे कि उनकी गाड़ी का रास्ता खुलना जरूरी हो जाए, तब तक आम आदमी के लिए बस रोड बंद हो जाएंगे।
  • Jaiveer Singh
    Jaiveer Singh जुलाई 29, 2025 AT 15:56
    इस तरह की लापरवाही देश के लिए शर्म की बात है। हमारी सुरक्षा व्यवस्था इतनी कमजोर कैसे हो गई? हमारे नेता देश के लिए काम कर रहे हैं, उनकी सुरक्षा इतनी ढीली कैसे है? ये नहीं होना चाहिए।
  • Arushi Singh
    Arushi Singh जुलाई 30, 2025 AT 15:17
    मुझे लगता है कि इस घटना से बहुत कुछ सीखा जा सकता है। अगर हम दोनों राज्यों के बीच एक साझा सुरक्षा प्रोटोकॉल बना लें, तो ऐसी बातें दोहराई नहीं जाएंगी। शायद इसे एक अवसर बनाया जा सकता है। ❤️
  • Rajiv Kumar Sharma
    Rajiv Kumar Sharma जुलाई 31, 2025 AT 18:37
    क्या हम भूल गए कि ये चंडीगढ़ है? ये दो राज्यों की राजधानी है... लेकिन कोई इसे राजधानी की तरह नहीं मानता। जब तक हम इस शहर को एक अलग पहचान नहीं देंगे, तब तक ये अजीबोगरीब चीजें होती रहेंगी।
  • Jagdish Lakhara
    Jagdish Lakhara अगस्त 1, 2025 AT 21:42
    प्रशासनिक व्यवस्था के अनुसार, वीवीआईपी मार्ग की सुरक्षा के लिए आवश्यक है कि सभी गेट अनिवार्य रूप से खुले रहें। इस घटना में वॉचमैन के द्वारा ताला खोलने की प्रक्रिया एक गंभीर अनुशासनात्मक विफलता है जिसके लिए उचित अनुशासनात्मक कार्रवाई की आवश्यकता है।
  • Pramod Lodha
    Pramod Lodha अगस्त 2, 2025 AT 18:29
    अच्छा बात है, मैंने भी इसी रास्ते से रात को गुजरना है। अगर ये गेट बंद हो जाए तो मैं भी फंस जाऊंगा। ये सब बस इतना है कि हमारी जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि सिस्टम की है।
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