इंडिया बनाम श्रीलंका एशिया कप 2025: सुपर ओवर में रोमांचक जीत

इंडिया बनाम श्रीलंका एशिया कप 2025: सुपर ओवर में रोमांचक जीत

मैच का रोचक सारांश

DP World एशिया कप 2025 के सुपर फोर चरण में भारत और श्रीलंका की टक्कर को अब तक का सबसे नाटकीय मुकाबला कहा जा रहा है। टैंज-ए-एशिया की इस 18वीं मुलाक़ात में दोनों टीमों ने अपने-अपने शिखर पर खेल दिखाया, और अंत में स्कोरिंग इक्के-इक्के पहुँचते ही खेल सुपर ओवर में बदल गया।

श्रीलंका की बल्लेबाज़ी का मुख्य स्तंभ पैथम निस्सांका था, जिसने बिना देर किए अपना शतक बना लिया। निस्सांका ने 70 गेंदों में 127‑रन की साझेदारी बनाई, जहाँ उनका साथी बल्लेबाज़ ने भी 95‑रन की तेज़ साझेदारी कर दी। इस साझेदारी ने भारत की गेंदबाज़ी को ऐसे धकेल दिया जैसे कोई तेज़ ट्रेन चल रहा हो, और टीम को जीत के क़रीब ले आया। उनके कई हिट्स ने सीमाओं को तोड़ दिया, कुछ छक्के सीधे मैदान के बाहर उड़ गए, जबकि कुछ शॉट्स ने फील्ड को दो‑तीन बार हिलाकर रख दिया।

इसी बीच भारत ने अपने स्पिनर कूलडिप यादव और चकरवार्थी की हवाईयों से खेल को फिर से संतुलित किया। चकरवार्थी ने वेरिएशन का कमाल दिखाते हुए बॉल को घुमा‑घुमा कर शॉट्स को मुश्किल बना दिया, और अंत में एक बॉल पर बटवारा तोड़ते हुए एक बॅटसमैन को स्टम्ब दिया। इस मोड़ पर श्रीलंका के हाथों में तेज़ी पंख लगती दिखी, पर भारतीय गेंदबाज़ियों ने फिर से उन्हें परखा।

जब दोनों टीमों के स्कोर बराबर हो गए, तब नियमों के अनुसार सुपर ओवर तय हुआ। श्रीलंका को पहले बॉल से लड़ना पड़ा क्योंकि वे मुख्य खेल में दूसरे बैटिंग कर चुके थे। सुपर ओवर की शुरुआत में ही भारत ने पहला विकेट ले लिया, एक शानदार फील्डिंग के बाद बॉल पकड़ी गई और बॅटसमैन को आउट किया गया।

सुपर ओवर की दंग सजी

सुपर ओवर की दंग सजी

सुपर ओवर में तनाव की सीमा पार हो गई। दासुन शानाका के आउट होने के बारे में दो बार उलझन पैदा हुई – पहले उन्हें कैच‑बिहाइंड बताया गया, फिर यह ज्ञात हुआ कि वे क्रिसेज़ के बाहर थे, फिर अंत में दोनों फैसलों को नॉट‑आउट घोषित किया गया। इस उलझन ने दर्शकों को और अधिक उत्साहित कर दिया और मैच को और रोमांचक बना दिया।

अब बात आती है अर्शदीप सिंह की, जिन्होंने इस सुपर ओवर को भारत के लिये जीत का लकीर बना दिया। उन्होंने केवल दो बॉल में एक विकेट गिरा दिया, और बचे हुए बॉलों में सीमाओं को भी सीमित रखते हुए शेष रन को रोक दिया। उनकी कंडीशन, सटीक लाइन और तेज़ गति ने भारतीय टीम को उस नाज़ुक क्षण में स्थिर रख दिया।

श्रीलंका के कोच सनाथ जयसूरिया ने मैच के बाद कहा कि उनके खिलाड़ियों में कोई ‘मेंटल ब्लॉक’ नहीं है, लेकिन इस हार ने उन्हें सुपर फोर की सभी तीन मैचों में बाहर कर दिया। उन्होंने टीम के उत्साह को सराहा और बताया कि अगर वे इस तरह खेलते रहें तो टूरनामेंट में आगे बढ़ सकते हैं।

भारत की टीम में कप्तान सूर्यकुमार यादव पर भी कई सवाल उठे। हाल के दिनों में उनका फॉर्म और बॅटिंग पोजीशन कई बार चर्चा में रहा है, पर इस जीत ने दिखा दिया कि टीम के पास दबाव को थामने की क्षमता है। उनके नेतृत्व में टीम ने न only प्रत्यक्ष खेल में बल्कि विजयी रणनीति में भी दिखावा किया।

इस जीत को एशिया कप की इतिहासिक पृष्ठ पर एक जबरदस्त मोड़ माना जा रहा है। शतक, सुपर ओवर, विवादास्पद आउट और अर्शदीप सिंह की चमकीली परफॉर्मेंस – सब मिलकर इस मैच को एक यादगार बनाते हैं। इस तरह के मैच न केवल दर्शकों को रोमांचित करते हैं, बल्कि दोनों टीमों के लिए सीख का साक्षी भी बनते हैं। इंडिया बनाम श्रीलंका एशिया कप की यह दास्तान अभी भी चर्चा में है और आने वाले मैचों में दोनों ओर से नई रणनीतियों के संकेत देती है।

  • सित॰, 28 2025
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