जम्मू-कश्मीर में सरकार गठन के लिए कांग्रेस का समर्थन, उमर अब्दुल्ला होंगे मुख्यमंत्री
कांग्रेस का जम्मू-कश्मीर में समर्थन
जम्मू-कश्मीर की राजनीतिक धरातल पर एक बहुत महत्वपूर्ण घटनाक्रम देखने को मिल रहा है, जब कांग्रेस पार्टी ने नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) को समर्थन देने का फैसला किया है। यह निर्णय एक विशेष बैठक में लिया गया, जिसमें कांग्रेस के छः विधान सभा सदस्यों ने भाग लिया। इस बैठक का प्रमुख उद्देश्य था उमर अब्दुल्ला को मुख्यमंत्री के पद पर समर्थन देना और एक सशक्त सरकार का गठन करना।
कांग्रेस और NC का गठबंधन
जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस द्वारा समर्थन देने का फैसला भारत में राजनीतिक गठबंधनों के नए युग की शुरुआत के तौर पर देखा जा सकता है। अध्यक्ष ताहिर हामिद कर्रा द्वारा यह स्पष्ट किया गया कि कांग्रेस का कोई व्यक्तिगत स्वार्थ नहीं है और वे इस गठबंधन के साथ जम्मू-कश्मीर के लोगों की बेहतरी के लिए काम करना चाहते हैं।
यह गठबंधन सिर्फ सीटों या पदों के विषय पर नहीं बल्कि देशभर में एक नई राजनीतिक सोच, जिसे कई लोग "INDIA ब्लॉक" कहते हैं, के प्रसार का हिस्सा है। यह एक महत्त्वपूर्ण कदम है जो न केवल क्षेत्रीय राजनीति पर बल्कि राष्ट्रीय राजनीति पर भी व्यापक प्रभाव डाल सकता है।
उमर अब्दुल्ला का मुख्यमंत्री के रूप में चयन
उमर अब्दुल्ला को मुख्यमंत्री के पद पर समर्थन देने का फैसला NC के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। उमर अब्दुल्ला खुद एक उच्च शिक्षा प्राप्त और राजनीतिक समझौतों की धनी हैं, और उनके पास प्रभावी नेतृत्व के गुण हैं। NC का इरादा है कि वे सभी राजनीतिक बैरियर हटाकर जम्मू-कश्मीर के मुद्दों को हल करें।
इस गठबंधन के साथ ही NC के पास अब कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) का समर्थन प्राप्त है, जिससे उनकी स्थिति और मजबूत हो गई है। उमर अब्दुल्ला ने यह स्पष्ट किया कि उनकी प्राथमिकता राज्य की शांतिपूर्ण और समेकित प्रगति है। राज्य में धुआंधार प्रचार और आतंकवाद के भय को दूर करने के लिए NC पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
फारूक अब्दुल्ला का दबाव कम करना
फारूक अब्दुल्ला की पार्टी NC पिछले कुछ वर्षों से जम्मू में फैलाए जा रहे दुष्प्रचार का सामना कर रही है। इस गठबंधन के माध्यम से पार्टी उनकी छवि को सुधारने और जम्मू-कश्मीर के लोगों की आवाज उठाने के लिए दृढ़ संकल्पित है। फारूक ने जोर देकर कहा कि पार्टी का मुख्य उद्देश्य आम जनता की समस्याओं का हल खोजना है, भले ही वह भूमि की हानि हो या रोजगार का संकट।
फारूक अब्दुल्ला का कहना है कि वे जल्द ही राजभवन जाएंगे और राज्यपाल से मिलकर शपथ ग्रहण समारोह और सरकार के गठन के लिए उचित तिथि की घोषणा करेंगे।
राजनीति के अनुकूल कदम
यह गठबंधन न केवल संसद के निचले सदन बल्कि राज्यसभा में भी शक्ति प्रदर्शन कर सकता है। NC ने संकेत दिया है कि Dr. फारूक अब्दुल्ला आगामी राज्यसभा चुनाव में सीट जीतने की संभावनाओं पर ध्यान दे रहे हैं। वर्तमान राज्यसभा में NC के लिए दो संभावित सदस्यों की सीटें हैं, जो राज्य के नीति निर्धारण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।
इस नए राजनीतिक समीकरण का सीधा उद्देश्य जम्मू-कश्मीर के हर वर्ग को लाभ पहुंचाना है। क्षेत्रों में फैले आतंकवाद और पत्थरबाजी के डर को समाप्त करते हुए, यह गठबंधन राज्य की स्थिरता और खुशहाली के लिए जुटेगा।
This collaborative effort is not just about political alignment but focuses heavily on eradicating myths and fears that have affected many within the region. They are determined to bring a positive change and to address the core issues faced by the people of Jammu and Kashmir, including land rights and employment opportunities. The plan is to forge a government that reflects the true spirit of India's democratic values.
एक टिप्पणी लिखें