केदारनाथ में अचानक भारी बर्फबारी और प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश से चारधाम यात्रा प्रभावित हुई। मौसम विभाग ने तीर्थयात्रियों को सतर्क रहने की सलाह दी है, क्योंकि तापमान शून्य तक पहुंच गया है। प्रशासन ने यात्रियों को गर्म कपड़े और मौसम की ताजा जानकारी लेते रहने की हिदायत दी है।
बारिश बर्फ़बारी: मौसम का सच‑संदेश और बचाव उपाय
जब धूप पीछे हटती है और आकाश से पानी या बर्फ गिरने लगती है, तो कई सवाल मन में आते हैं – क्या बाहर जाना सुरक्षित है? कब तक बारिश रुकेगी? बर्फ़बारी में सड़कें कितनी फिसलन भरी होंगी? इस लेख में हम इन सवालों के आसान जवाब देंगे और आपके लिए जरूरी अलर्ट व टिप्स लाएंगे।
बारिश‑बर्फ़ की चेतावनी कब मिलती है?
भारत सरकार का मौसम विभाग (IMD) हर राज्य को 4‑स्तरीय अलर्ट देता है: ग्रीन, येलो, ऑरेंज और रेड। यूपी‑प्रकाशित खबरों में देखा गया है कि 19 जून से 22 जून तक उत्तर प्रदेश के 39 जिलों में "ऑरेंज" अलर्ट जारी हुआ – इसका मतलब था भारी बारिश के साथ संभावित बाढ़ या कोहरा. इसी तरह, दिल्ली ने भी हाल ही में “ऑरेंज” अलर्ट दिया जब तेज़ी से बर्फ़बारी की संभावना थी। अगर आप इन क्षेत्रों में रहते हैं तो मोबाइल पर IMD‑ऐप या स्थानीय समाचार चैनल से रीयल‑टाइम अपडेट लेते रहें।
बारिश और बर्फ़बारी के दौरान क्या करें?
1. सुरक्षित यात्रा: अगर आप ड्राइव कर रहे हों तो धीमी गति रखें, हाइड्रोप्लेनिंग से बचें और टायर की ग्रिप जांच लें। 15‑20 मिनट तक गेट बंद रहने वाले VVIP रूट पर फँसे लोगों को स्थानीय पुलिस या ट्रैफ़िक नियंत्रण केंद्र को तुरंत सूचित करें।
2. घर में तैयारियाँ: लीक होने वाली खिड़कियों को बंद रखें, एंट्री दरवाज़े के नीचे टॉवल रख कर पानी के रिसाव से बचें और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को उच्च जगह पर रखें.
3. बाहर की चीज़ें सुरक्षित रखें: बगीचे में लगे पौधों को कसकर बाँधेँ, बाहर की कुर्सियों या फर्नीचर को अंदर ले जाएँ ताकि तेज हवा से न गिरें.
4. बच्चे और बुजुर्गों का ख्याल रखें: बारिश‑बर्फ़ के समय अस्थिर तापमान से स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है। गर्म कपड़े, दवाइयाँ और आवश्यक दवाओं को पास रखें।
5. आपातकालीन संपर्क: स्थानीय हेल्पलाइन (112) और मौसम विभाग की अलर्ट लाइन नंबर सेव कर लें। अगर बाढ़ या भारी बर्फ़बारी से घर जल गया तो तुरंत मदद के लिए कॉल करें.
इन साधारण कदमों से आप न सिर्फ खुद को बल्कि अपने परिवार को भी सुरक्षित रख सकते हैं. याद रखें, बारिश और बर्फ़ दोनों ही प्रकृति की शक्ति है – इसे समझ कर चलें, तभी परेशानियों से बचेंगे।
यदि आपका क्षेत्र लगातार “ऑरेंज” या “रेड” अलर्ट में है, तो यात्रा प्लान को पुनः देखें और संभव हो तो घर में रहें. जब तक मौसम सुधरता नहीं दिखे, तब तक अनावश्यक बाहर जाने से बचें.