भारत क्रीकेट कोच क्या करता है? समझें उनकी अहम भूमिका

अगर आप कभी टीवी पर भारत के मैच देखते हैं तो आपने शायद कोच का चेहरा नहीं देखा होगा, लेकिन मैदान के पीछे उनका काम पूरे खेल को चलाता है। कोच सिर्फ रणनीति बनाता नहीं, वह खिलाड़ियों की मानसिक स्थिति, फिटनेस और तकनीक सब संभालता है। एक अच्छा कोच टीम को जीत‑की राह पर ले जाता है, चाहे वो टेस्ट हो या टी२०.

कोच की मुख्य जिम्मेदारी

सबसे पहले तो कोच का काम टैलेंट स्काउटिंग से शुरू होता है. वह घरेलू टूर्नामेंट में उभरते हुए खिलाड़ियों को नोटिस करता है और उन्हें राष्ट्रीय टीम के लिए तैयार करने का प्लान बनाता है। इसके बाद, रोज़‑रोज की ट्रेनिंग सत्रों में बॉलिंग, बैटिंग, फील्डिंग की बारीकियों पर काम किया जाता है। लेकिन असली चैलेंज तब आता है जब मैच के दिन रणनीति तय करनी होती है – पिच का विश्लेषण, विरोधी टीम की ताक़त‑कमज़ोरी और मौसम को ध्यान में रखकर फ़ील्ड सेटअप बनाना पड़ता है.

कोच खिलाड़ी की मनोवैज्ञानिक स्थिति भी देखता है। चोट या फॉर्म गिरने पर वह मोटिवेशनल टॉक्स देता है, माइंडफ़ुलनेस एक्सरसाइज कराता है और टीम के भीतर सकारात्मक माहौल बनाए रखता है. यही कारण है कि कई बार हम देखते हैं कि एक ही खिलाड़ी का प्रदर्शन कोच बदलते ही अचानक बेहतर हो जाता है.

सफलता पाने के लिए कोचिंग टिप्स

1️⃣ डेटा‑ड्रिवन अप्रोच: आधुनिक क्रिकेट में आँकड़े बहुत काम आते हैं. बॉलिंग स्पीड, बैटिंग एंगल या फील्डिंग रन बचाव – सभी डेटा को रिकॉर्ड करके सुधार के पॉइंट्स निकाले जाते हैं.

2️⃣ व्यक्तिगत प्लान बनाना: हर खिलाड़ी की बॉडी टाइप और तकनीक अलग होती है. एक ही ट्रेनिंग रूटीन सभी पर नहीं चलती; कोच को व्यक्तिगत विकास योजना तैयार करनी चाहिए.

3️⃣ फिटनेस को प्राथमिकता देना: फिट रहना सिर्फ बौंड्री रन बचाने के लिए नहीं, बल्कि थकान से बचने और लगातार प्रदर्शन करने के लिए जरूरी है. इसलिए स्पिनर की स्टैमिना या फास्ट बॉलर की एन्ड्यूरेंस पर खास ध्यान दिया जाता है.

4️⃣ मैच‑सिमुलेशन: प्रैक्टिस में ही मैच जैसी परिस्थितियाँ बनाकर खिलाड़ियों को तैयार किया जाता है. जैसे तेज़ पिच, भारी हवा या कम ओवर वाले टर्निंग बॉल्स का अभ्यास.

5️⃣ कम्युनिकेशन स्किल: एक कोच के लिए खुली बातचीत जरूरी है. अगर खिलाड़ी कोई दिक्कत बताता है तो उसे तुरंत सुलझाना चाहिए, नहीं तो टीम में तनाव बढ़ सकता है.

भारत ने पिछले कुछ सालों में कई महान कोच देखे – रवि शास्त्री से लेकर कैलिस बेइले तक. हर कोच ने अपना अलग दृष्टिकोण लाया और भारतीय क्रिकेट की पहचान बदल दी। अगर आप युवा खिलाड़ी हैं या सिर्फ़ इस खेल के पीछे का काम समझना चाहते हैं, तो इन पॉइंट्स पर ध्यान दें.

आखिर में कहना चाहूँगा कि कोचिंग एक कला है, जिसमें विज्ञान, मनोविज्ञान और अनुभव सब मिलते‑जुलते हैं. जब ये तीनों सही संतुलन में हों, तभी टीम जीत की सीढ़ी चढ़ पाती है। आप भी अगर अपने खेल को अगले लेवल पर ले जाना चाहते हैं तो इन टिप्स को अपनाएँ और देखें फर्क।

गौतम गंभीर भारत के नए मुख्य कोच बने: क्रिकेट में नई लहर

गौतम गंभीर भारत के नए मुख्य कोच बने: क्रिकेट में नई लहर

गौतम गंभीर को भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम का नया मुख्य कोच नियुक्त किया गया है। दो बार के विश्व कप विजेता गंभीर ने राहुल द्रविड़ की सफल ICC T20 विश्व कप 2024 अभियान के बाद यह भूमिका संभाली है। बीसीसीआई सचिव जय शाह ने उनके अनुभव और साफ दृष्टिकोण की तारीफ की है। गंभीर श्रीलंका दौरे के लिए टीम का मार्गदर्शन करेंगे, जिसमें टी20 और वनडे मैच शामिल हैं।

  • जुल॰, 10 2024
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