ओडिशा चुनाव 2024 – क्या बदल रहा है?

ओडिशा में इस साल दो बार बड़े चुनाव हो रहे हैं – लोकसभा और विधानसभा दोनों. लोग सवाल पूछते हैं कि पिछले पाँच सालों में सरकार ने क्या किया, अब कौन‑सी पार्टी बेहतर कर सकती है? यहाँ हम आपको सरल शब्दों में बताते हैं कि किन मुद्दों पर वोटर झुकेंगे और किसके पास जीतने की सबसे ज्यादा संभावना है.

मुख्य पार्टियों और उम्मीदवारों की झलक

भाजपा अभी भी राज्य में अपनी ताकत बनाए रखी हुई है. वर्तमान मुख्यमंत्री नबीन पटनायक के नाम से कई विकास कार्य जुड़े हैं, इसलिए उनके पक्ष में मतदाता भरोसा रखते हैं। बिडिया (BJD) का नेता नारायण दास उडुपी की पार्टी भी मजबूत है; उन्होंने पिछले दो चुनावों में लगातार जीत हासिल की थी और अब उन्हें फिर से जीतने की उम्मीद है.

इंडियन नेशनल कांग्रेस को गठबंधन करने के कई विकल्प मिले हैं। अगर कांग्रेस स्थानीय ताकतवर दलों के साथ मिलकर एकजुट हो तो वे भी काफी प्रभाव डाल सकते हैं. इसी तरह AAP, शिवसेना और अन्य छोटे दल भी अपने-अपने क्षेत्रों में समर्थन जुटा रहे हैं.

मुख्य उम्मीदवारों की बात करें तो बिडिया से नारायण दास उडुपी, भाजपा से नबीन पटनायक (अगर वही फिर से लड़े) और कांग्रेस के लिए अभिषेक कुमार सिंह प्रमुख नाम हैं. इनके चुनावी रिकॉर्ड, जनसंपर्क और विकास कार्यों का तुलना करके वोटर तय करेंगे किसे समर्थन देना है.

मतदान के प्रमुख मुद्दे और परिणाम का अनुमान

ओडिशा में सबसे बड़े मुद्दे अभी भी बुनियादी सुविधाएँ हैं – पानी की समस्या, सड़कें, रोजगार और कृषि। किसान कह रहे हैं कि फसल बीमा और कर्ज़ माफी में सरकार को ज्यादा कदम उठाने चाहिए. साथ ही, जलवायु परिवर्तन के कारण हर साल सूखे की मार बढ़ी है, इसलिए सिंचाई परियोजनाओं का महत्व भी बड़ा है.

शहरी मतदाताओं का ध्यान अधिक रोजगार और शिक्षा पर है। भिलाई, कोंडा जैसे बड़े शहरों में युवाओं ने नौकरी के अवसरों को प्राथमिकता दी है. इस कारण पार्टियों ने अपनी घोषणाओं में स्किल डेवलपमेंट और स्टार्ट‑अप फंडिंग का जिक्र बढ़ा दिया.

सर्वे दिखाते हैं कि बिडिया की पकड़ अभी भी मजबूत है, लेकिन भाजपा ने हाल ही में कई विकास प्रोजेक्ट शुरू करके अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश की है. कांग्रेस को अगर गठबंधन बनाकर सही रणनीति अपनानी पड़ी तो वे भी कुछ सीटें जीत सकते हैं.

अंतिम परिणाम का अनुमान लगाने के लिए हमें दो चीज़ों पर ध्यान देना होगा – वोटर टर्नआउट और स्थानीय स्तर पर उम्मीदवार की लोकप्रियता. अगर turnout 70% से ऊपर रहा, तो बड़े पैमाने पर परिवर्तन देखना मुश्किल है; लेकिन यदि युवा वर्ग अधिक सक्रिय हो गया तो कोई भी पार्टी बड़ा सरप्राइज़ दे सकती है.

इसलिए पढ़ते रहिए, लाइव अपडेट्स देखते रहिए और अपने निकटतम मतदान केंद्र की जानकारी पहले से ले लीजिये. ओडिशा चुनाव 2024 आपके वोट के साथ ही आगे बढ़ेगा, इसलिए सही जानकारी रखना सबसे जरूरी है.

ओडिशा विधानसभा चुनाव एग्जिट पोल 2024: बीजेपी को 13-15 सीटें मिलने की संभावना, बीजेडी का हिस्सा घटेगा

ओडिशा विधानसभा चुनाव एग्जिट पोल 2024: बीजेपी को 13-15 सीटें मिलने की संभावना, बीजेडी का हिस्सा घटेगा

ओडिशा विधानसभा चुनाव 2024 के एग्जिट पोल में बीजेपी को 13-15 सीटें मिलने की संभावना है, जबकि बीजेडी की सीटें घटकर 6-8 रह सकती हैं। यह परिणाम नवीन पटनायक के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है जो छठी बार मुख्यमंत्री बनने की कोशिश में लगे हैं।

  • जून, 2 2024
आगे पढ़ें