27 साल के जैकर अली बांग्लादेश के उभरते विकेटकीपर-बल्लेबाज़ हैं, जिन्होंने एशियाई खेलों में डेब्यू के साथ ब्रॉन्ज दिलाया और T20 से टेस्ट तक जगह पक्की की। 2025 IPL ऑक्शन में 2 करोड़ में खरीदे गए। 6 टेस्ट में 337, 10 ODI में 366 और 36 T20I में 591 रन। 2024 में T20I में सबसे ज्यादा 21 छक्के (बांग्लादेश के लिए संयुक्त रिकॉर्ड) और नंबर-5 पर 72* उनका बेस्ट स्कोर है।
विकेटकीपर-बल्लेबाज़ क्या होते हैं?
क्रिकेट में विकेटकीपर सिर्फ पिच के पीछे फेंकना नहीं, बल्कि बैटिंग में भी उतना ही असरदार हो सकता है. आज के मैचों में ऐसे खिलाड़ी टीम की दो सीटें एक ही व्यक्ति से ले लेता है – बैटिंग और विंडिंग दोनों। इस वजह से कप्तान और कोच दोनों इन्हें बहुत महत्व देते हैं.
विकेटकीपर‑हिट्स का इतिहास
पहले के दिन में विकेटकीपर को सिर्फ कैचिंग और स्टम्पिंग पर भरोसा किया जाता था. लेकिन 2000 के बाद से बदलावा आया. अॅड्रियन मर्टन, मार्टिन लॅग्लॉफ़ और फिर एश विंड्स के ज़ोरदार आक्रमण ने दिखा दिया कि अगर विकेटकीपर के पास एक अच्छा टॉप‑ऑर्डर बैटिंग स्किल हो तो टीम की स्कोरबोर्ड में बड़ी बढ़ोतरी हो सकती है.
इंग्लैंड की टीम में जोश टंग, ऑस्ट्रेलिया में मैट फिलीपी, और भारत में कोहलाल को इस ख़ास टेम्पलेट का महत्व समझ आया. उनके हार्ड‑हिटिंग और तेज़ रन‑रेट ने मैच बदल दिया, चाहे वो टेस्ट हो या T20.
अभी के टॉप विकेटकीपर‑बल्लेबाज़
आज के दौर में कई नाम सामने आए हैं. भारत में ऋषभ पंत, रक्षासभा कोहली, और फिर एशविन मलीफर्जी ने लगातार लगातार हाई स्कोर किया है. एशिया में क़ुशर बिंद्रा, और इंग्लैंड में जॉश टंग के साथ साथ, दक्षिण अफ्रीका का क्विंटन डी कोक भी अपनी फॉर्म से काफी प्रभावशाली है.
इन खिलाड़ियों की खास बात यह है कि वे अक्सर नई पिच पर जल्दी से खुद को अडजस्ट कर लेते हैं. उनका स्टाइल सिर्फ फॉर्मेट नहीं, बल्कि मैच की सिचुएशन के आधार पर बदलता है. T20 में तो 30-40 बॉल में 50 रन बनाना एक आम बात हो गई है, जबकि टेस्ट में उनके डिफेंसिव टैनिक का काम भी बहुत अहम है.
अगर आप खुद को या अपने दोस्त को क्रिकेट में बेहतर बनाना चाहते हैं तो विंडिंग के साथ साथ बैटिंग पर भी फोकस करना चाहिए. प्रैक्टिस में कैचिंग के बाद तुरंत बैटिंग पॉज़िसन में जाना, डुओ ड्रिल्स करना और फील्ड में तेज़ी से मूवमेंट करना मददगार रहता है.
आखिर में, विकेटकीपर‑बल्लेबाज़ का चयन टीम की स्ट्रैटेजी पर बड़ा असर डालता है. सही खिलाड़ी न केवल रन बनाता है, बल्कि विरोधी टीम को भी दबाव में रखता है. इसलिए जब आप अगला क्रिकेट मैच देखेंगे, तो याद रखें – दोहरा हीरो वही है जो स्टम्पिंग के साथ साथ स्कोर भी बना रहा है.