UP Weather Alert: 24 जिलों में आंधी-बारिश की चेतावनी, वाराणसी-गोरखपुर-प्रयागराज के लिए येलो अलर्ट जारी

UP Weather Alert: 24 जिलों में आंधी-बारिश की चेतावनी, वाराणसी-गोरखपुर-प्रयागराज के लिए येलो अलर्ट जारी
  • मई, 30 2025

24 जिलों में मौसम का कहर: येलो अलर्ट के साथ सावधानी जरूरी

उत्तर प्रदेश के मौसम का मिजाज एक बार फिर से तेजी से बदलने वाला है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने आधिकारिक तौर पर प्रदेश के 24 जिलों के लिए यूपी मौसम अलर्ट जारी किया है। इनमें वाराणसी, गोरखपुर और प्रयागराज जैसे बड़े शहर भी शामिल हैं, जहां अगले दो दिनों में आंधी के साथ बारिश, बिजली गिरने और तेज़ हवाओं की पूरी संभावना जताई गई है।

मौसम विभाग के मुताबिक, 30 मई और 1 जून को आंधी के साथ हल्की से मध्यम बारिश कई इलाकों में हो सकती है। हवाओं की रफ्तार 40 से 50 किमी/घंटा तक पहुंच सकती है, जबकि कुछ स्थानों पर यह 60 किमी/घंटा भी हो सकती है। इस सिस्टम की वजह प्रदेश के उत्तर-पश्चिम हिस्से में हवा के ऊपरी हिस्से में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनना बताया जा रहा है। पाकिस्तान और उत्तर-पश्चिमी यूपी के आसमान में बने इस सिस्टम के जल्द कमज़ोर होकर लो प्रेशर एरिया में बदलने की संभावना है।

आलम यह है कि राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के कई जिलों में बीते कुछ दिनों से भीषण गर्मी का प्रकोप बना हुआ है। दोपहर का तापमान कई जगह 44 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला गया। मौसम विभाग के ताजा अपडेट के बाद उम्मीद है कि उत्तर-पश्चिमी यूपी में तापमान 2-3 डिग्री तक घट सकता है। लेकिन पश्चिमी हिस्सों में धूल भरी आंधी की आशंका ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है।

कौन‐कौन से जिले हैं अलर्ट पर, क्या बरतें सावधानियां?

कौन‐कौन से जिले हैं अलर्ट पर, क्या बरतें सावधानियां?

येलो अलर्ट वाले जिलों में वाराणसी, गोरखपुर, प्रयागराज के साथ-साथ लखनऊ, कानपुर, बरेली, मुरादाबाद, मेरठ, अलीगढ़, आगरा, अमरोहा, हापुड़, सम्भल, इटावा, आजमगढ़, अयोध्या, बस्ती जैसे जिले शामिल हैं। इन जिलों के लोगों को बारिश के दौरान घर के अंदर रहने और बिजली कड़कने पर खुले मैदान या पेड़ के नीचे खड़े न होने की सलाह दी गई है।

  • तेज़ हवाओं के चलते बिल्डिंग से बाहर न जाएं, छतों व टिनशेड से दूर रहें।
  • धूल भरी आंधी में आंखों और मुंह को ढंककर रखें।
  • ऑटो, बाइक या कार यात्रियों को सतर्क रहना चाहिए, रास्ते में बड़े पेड़ या खंभों से दूर रहें।
  • लाइनमैन और बिजली कर्मचारियों को विशेष सतर्कता बरतनी होगी, ताकि बारिश या तेज हवा के चलते तारों में शार्टसर्किट जैसी परेशानी न आए।

मौसम वैज्ञानिकों ने बताया है कि अगले 48 घंटे संवेदनशील हैं। अगर कंफ्यूजन हो तो अपनी स्थानीय व्यवस्था या प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। ग्रामीण इलाकों में किसानों को फसलों को ओले या तेज़ बारिश से बचाने की सलाह दी गई है।

यही नहीं, प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों मसलन मेरठ, अलीगढ़, नोएडा और आसपास के जिलों में हल्की धूल भरी आंधी की संभावना जताई गई है, जिससे दृश्यता प्रभावित हो सकती है। जबकि कोकण-गोवा क्षेत्र में भी कहीं-कहीं भारी बारिश की सूचना है, हालांकि यूपी में ऐसे छिटपुट असर दिखने की संभावना कम है।

इस बार मौसम की चुनौती दुहरी है; एक तरफ तेज गर्मी से लोग बेहाल हैं, दूसरी तरफ तेज़ आंधी और बारिश के चलते जनजीवन प्रभावित होने का खतरा है। ऐसे में सतर्कता और जागरूकता ही नुकसान कम कर सकती है।

19 टिप्पणि
  • Pramod Lodha
    Pramod Lodha जून 1, 2025 AT 12:00
    ये आंधी-बारिश तो बस बरसने वाली है, लेकिन हमारी तैयारी नहीं है। घरों की छतें टूट रही हैं, बिजली के खंभे गिर रहे हैं। अगर ये जागरूकता नहीं बढ़ी तो अगले हफ्ते कुछ और ही हो जाएगा।
    हमें सिर्फ अलर्ट नहीं, एक्शन चाहिए।
  • Neha Kulkarni
    Neha Kulkarni जून 2, 2025 AT 17:15
    इस सिस्टम के पीछे का क्लाइमेट डायनामिक्स वाकई इंटरेस्टिंग है। ऊपरी वायुमंडल में साइक्लोनिक सर्कुलेशन का फॉर्मेशन, जो लो-प्रेशर एरिया में ट्रांसफॉर्म हो रहा है - ये एक क्लासिक लोकल माइक्रोमेटियोरोलॉजिकल इवेंट है। लेकिन हमारी इंफ्रास्ट्रक्चर इसके लिए नहीं बनी।
  • Sini Balachandran
    Sini Balachandran जून 3, 2025 AT 09:21
    क्या ये सब सिर्फ मौसम की बेचैनी है? या फिर वो चीज़ जो हम बहुत दिनों से नज़रअंदाज़ कर रहे हैं... जब हम नदियों को कंक्रीट में दबा रहे हैं, तो क्या वो हमें जवाब दे रही हैं?
  • Sanjay Mishra
    Sanjay Mishra जून 3, 2025 AT 11:30
    अरे भाई! ये मौसम तो एक बॉलीवुड ड्रामा है - पहले गर्मी का राजा आया, फिर बारिश का रानी ने उसका सिंहासन छीन लिया। अब तो बिजली के बिल्ले और हवा के जिन्न भी नाच रहे हैं! घर से बाहर निकलने का मन ही नहीं कर रहा।
  • Ashish Perchani
    Ashish Perchani जून 5, 2025 AT 10:34
    इस अलर्ट के बाद भी कोई सरकारी ऑफिस बंद नहीं हुआ। हम लोग बारिश में भीगकर ऑफिस जा रहे हैं, जबकि एमडी एयर कंडीशनेड कार में आ रहे हैं। ये न्याय कहाँ है?
  • Dr Dharmendra Singh
    Dr Dharmendra Singh जून 7, 2025 AT 02:27
    सब ठीक होगा 😊
    बस घर में रहो, चाय पियो, और अपने आप को शांत रखो। ये बारिश भी गुजर जाएगी। हमेशा ऐसा ही होता है।
  • sameer mulla
    sameer mulla जून 7, 2025 AT 07:02
    अरे यार! ये जो लोग बारिश के बारे में बात कर रहे हैं, उन्हें देखो! बारिश हो रही है तो घर में बैठे हैं, लेकिन जब गर्मी थी तो किसी को फिर दिक्कत नहीं हुई! अब तो बहुत लोग नाटक कर रहे हैं। जिंदगी में दुख तो बार-बार आता है, लेकिन तुम तो बस बारिश के लिए आंखें बंद कर रहे हो! 😤
  • Prakash Sachwani
    Prakash Sachwani जून 8, 2025 AT 11:14
    बारिश हो रही है तो अलर्ट जारी कर दिया अब क्या करें अगर बारिश न हो तो
  • Pooja Raghu
    Pooja Raghu जून 9, 2025 AT 11:24
    ये सब बारिश क्यों आ रही है? मैंने सुना है कि अगर टेलीस्कोप लगाया जाए तो अंतरिक्ष से ये बारिश नियंत्रित की जा सकती है। क्या सरकार ने कभी इस बारे में सोचा? ये तो सिर्फ बारिश नहीं, एक गुप्त योजना है।
  • Pooja Yadav
    Pooja Yadav जून 11, 2025 AT 06:43
    हमारे गाँव में तो बारिश के बाद बहुत सारे बच्चे बीमार हो गए। कोई डॉक्टर नहीं आया। अगर ये अलर्ट है तो तब तो दवाइयां भी तैयार होनी चाहिए।
  • Pooja Prabhakar
    Pooja Prabhakar जून 11, 2025 AT 19:30
    सिर्फ येलो अलर्ट? ये तो बहुत कम है। ये जो गर्मी थी, वो बारिश के लिए एक तरह का डिब्रिस बन गई। अब जब बारिश आ रही है, तो ये निकल रही है। लेकिन ये बारिश भी तो एक बार आएगी और फिर गायब हो जाएगी। लेकिन जब वो आएगी, तो तुम्हारा घर नहीं बचेगा। तुम लोग तो बस अलर्ट का इंतजार कर रहे हो। असली खतरा तो तुम्हारी अनदेखी है।
  • Anadi Gupta
    Anadi Gupta जून 13, 2025 AT 03:31
    यहाँ एक वैज्ञानिक विश्लेषण के आधार पर, यूपी के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में वायुमंडलीय अस्थिरता का बढ़ना उत्तरी भारत के उष्णकटिबंधीय जलवायु प्रणाली के साथ एक अनिवार्य संरचनात्मक असंगति को दर्शाता है। इसके अतिरिक्त, स्थानीय नगरीय विकास के कारण भूमि के जलीय संतुलन में असंगति हुई है, जिससे आंधी-बारिश की तीव्रता बढ़ गई है। इसलिए, अलर्ट केवल एक आंशिक उत्तर है।
  • shivani Rajput
    shivani Rajput जून 15, 2025 AT 00:27
    ये जो येलो अलर्ट है, वो तो बस एक फॉर्मलिटी है। अगर तुम असली खतरा जानना चाहते हो, तो देखो कि कितने जिलों में बिजली के तार लटक रहे हैं। वो तो रेड अलर्ट हैं।
  • Jaiveer Singh
    Jaiveer Singh जून 15, 2025 AT 01:35
    हमारी भाषा में भी गलत शब्द लिखे जा रहे हैं। 'येलो अलर्ट' के बजाय 'पीला चेतावनी' लिखो। ये हिंदी में लिखा जा रहा है, अंग्रेजी शब्द क्यों? ये देश की संस्कृति के खिलाफ है।
  • Arushi Singh
    Arushi Singh जून 16, 2025 AT 05:09
    हम सब इस बारिश के बारे में बात कर रहे हैं, लेकिन क्या हमने कभी सोचा कि ये बारिश किसके लिए आ रही है? क्या ये सिर्फ हमारे लिए है? या फिर ये प्रकृति की एक तरह की शांति है... जिसे हम बस अनदेखा कर रहे हैं।
  • Rajiv Kumar Sharma
    Rajiv Kumar Sharma जून 17, 2025 AT 20:24
    जब गर्मी थी तो किसी ने कहा नहीं कि ये नहीं होना चाहिए। अब बारिश आ रही है तो सब चिंतित। लेकिन जब तुम खुद को बदल नहीं लेते, तो मौसम भी तुम्हारे साथ बदल जाता है। ये सब तो हमारी आदतों का नतीजा है।
  • Jagdish Lakhara
    Jagdish Lakhara जून 18, 2025 AT 09:43
    यहाँ विशेष रूप से जागरूकता की आवश्यकता है। ग्रामीण जनसमुदायों को अलर्ट संदेशों की जानकारी देने के लिए स्थानीय भाषाओं में विशेष प्रयास किए जाने चाहिए। इसके अलावा, बिजली वितरण प्रणाली की तकनीकी योग्यता का निरीक्षण किया जाना चाहिए।
  • abhishek arora
    abhishek arora जून 19, 2025 AT 19:42
    इस बारिश के बाद अगर कोई बीमार हो गया तो वो अपनी गलती है। अगर तुम अपने घर में रहते तो बीमार क्यों होते? हमारे पुरखे तो बारिश में भी खेत जाते थे। आजकल के लोग बहुत कमजोर हो गए हैं। 🇮🇳🔥
  • Kamal Kaur
    Kamal Kaur जून 20, 2025 AT 22:38
    बारिश के बाद जब धूल उड़ रही है, तो बाइक पर जाने वाले भाईयों को अपने चश्मे और मास्क जरूर पहनने चाहिए। मैंने देखा है कि बहुत से लोग बिना किसी सुरक्षा के निकल जाते हैं। बस एक छोटी सी बात, लेकिन बहुत बड़ा अंतर बन सकता है 😊
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