अफगानिस्तान बनाम दक्षिण अफ्रीका: तीसरे वनडे में दक्षिण अफ्रीका की जीत, अफगानिस्तान की सीरीज स्वीप से इनकार

अफगानिस्तान बनाम दक्षिण अफ्रीका: तीसरे वनडे में दक्षिण अफ्रीका की जीत, अफगानिस्तान की सीरीज स्वीप से इनकार
  • सित॰, 24 2024

दक्षिण अफ्रीका की तीसरे वनडे में जीत

रविवार, 22 सितंबर 2024 को शारजाह क्रिकेट स्टेडियम में तीसरे और अंतिम वनडे मैच में दक्षिण अफ्रीका ने अफगानिस्तान को मात देकर सीरीज का स्वीप रोक दिया। इस मैच में एडेन मार्कराम ने अपनी नाबाद 69 रनों की पारी से दक्षिण अफ्रीका को जीत दिलाई और उनकी टीम 170-3 स्कोर कर 17 ओवरों में ही लक्ष्य हासिल कर लिया।

सीरीज के पहले दो मैचों में अफगानिस्तान ने जबरदस्त प्रदर्शन किया था और दोनों मैचों में जीत दर्ज की थी। लेकिन तीसरे मैच में अफगान बल्लेबाजों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। अफगानिस्तान की पूरी टीम 34 ओवरों में 169 रनों पर ढेर हो गई।

रहमानुल्ला गुरबाज का संघर्ष

अफगानिस्तान की ओर से रहमानुल्ला गुरबाज का प्रदर्शन सराहनीय रहा। पिछले मैच में शतक बनाने वाले गुरबाज ने इस मैच में भी 94 गेंदों में 89 रन बनाए। हालांकि, टीम के शीर्ष आठ बल्लेबाजों में से गुरबाज को छोड़कर कोई भी 10 रन से ज्यादा नहीं बना सका, जिसमें तीन बल्लेबाज रन आउट हो गए।

दक्षिण अफ्रीका के अनुशासित गेंदबाजी आक्रमण ने अफगानिस्तान के बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया। लुंगी नगिडी, न्काबायोम्जी पीटर और एंडिले फेह्लुकवायो ने दो-दो विकेट चटकाए और अफगान टीम को समेटने में अहम भूमिका निभाई। नंबर 9 बल्लेबाज एएम ग़ज़नफार ने 15 गेंदों में 31 रनों की तेज पारी खेली, लेकिन वह टीम को संकट से नहीं निकाल सके।

दक्षिण अफ्रीका की सधी हुई पारी

दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों ने लक्ष्य का पीछा करते हुए सधी हुई पारी खेली। एडेन मार्कराम ने 67 गेंदों में 69 रन की नाबाद पारी खेली और टीम को आसानी से जीत दिलाई। अफगान गेंदबाजों ने शीर्ष क्रम को जल्दी आउट करने की कोशिश की, लेकिन वे विकेट लेने में ज्यादा सफल नहीं हो सके, जो खेल को उनके पक्ष में कर सकता था।

इस जीत से यह साबित हो गया कि दक्षिण अफ्रीका की टीम में प्रतिभा और क्षमता की कोई कमी नहीं है। सीरीज का अंत 2-1 के स्कोर पर हुआ, जिसमें अफगानिस्तान ने सीरीज जीती, लेकिन दक्षिण अफ्रीका को इस जीत से आत्मविश्वास और आत्मसम्मान प्राप्त हुआ।

आगामी सीरीज की तैयारी

इस जीत से दक्षिण अफ्रीका को अपनी आगामी सीरीज के लिए मानसिक बढ़त मिली है। अगले मुकाबले में उनकी भिड़ंत आयरलैंड से होने वाली है, जिसमें टीम का मनोबल ऊंचा रहेगा। इस मैच ने टीम को यह दिखा दिया कि वे कठिन परिस्थितियों में भी मुकाबला कर सकते हैं और जीत हासिल कर सकते हैं।

शारजाह क्रिकेट स्टेडियम की चुनौती

शारजाह क्रिकेट स्टेडियम की धीमी पिच पर बल्लेबाजी करना कभी भी आसान नहीं रहता। यहां के विकेट पर एडेन मार्कराम की पारी की खासियत यही रही कि उन्होंने समझदारी और धीरज से रन बनाए। अफगानिस्तान की गेंदबाजी हालांकि कई बार मुश्किलें पैदा की, लेकिन उनके गेंदबाजों की निरंतरता नहीं आने के कारण वे विकेटों की जल्दी-जल्दी झड़ी नहीं लगा सके।

श्रृंखला के नायाब क्षण

पूरे सीरीज के दौरान कई रोमांचक और यादगार क्षण आए। रहमानुल्ला गुरबाज का पहले दो मैचों में दबदबा कायम रहा, जिसके कारण अफगानिस्तान ने शुरुआती बढ़त बनाई। वहीं तीसरे मैच में दक्षिण अफ्रीका की गेंदबाजी और फिर मार्कराम की संयमित पारी ने यह साबित कर दिया कि क्रिकेट में कभी भी कुछ भी संभव है।

इस प्रकार, दक्षिण अफ्रीका ने एक अहम जीत के साथ इस चुनौतीपूर्ण सीरीज का अंत किया और दर्शकों को रोमांचक क्रिकेट का लुत्फ उठाने का अवसर दिया। आगामी सीरीज में दोनों टीमों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद की जा सकती है।

16 टिप्पणि
  • Ajay Rock
    Ajay Rock सितंबर 25, 2024 AT 01:33
    अफगानिस्तान वालों ने तो पहले दो मैच में बहुत धमाकेदार खेला था, लेकिन तीसरे में सब बर्बाद हो गया। गुरबाज के अलावा कोई बल्लेबाज नहीं था जो बैट चला सके। ये टीम तो एक आदमी पर टिकी हुई है।
  • abhinav anand
    abhinav anand सितंबर 25, 2024 AT 05:20
    मार्कराम की पारी बहुत सुंदर थी। धीमी पिच पर इतना संयम दिखाना आसान नहीं होता। अफगानिस्तान की गेंदबाजी भी अच्छी थी, लेकिन लगातार विकेट नहीं आया। ये ही क्रिकेट का खेल है।
  • Rinku Kumar
    Rinku Kumar सितंबर 26, 2024 AT 16:17
    ओहो! अफगानिस्तान ने सीरीज जीत ली और फिर अंत में इतना गिर गए? ये टीम तो एक बार जीत गई तो अपनी खुशी में बिल्कुल भूल गई कि क्रिकेट एक गेम है, न कि एक फेसबुक पोस्ट। 😅
  • Pramod Lodha
    Pramod Lodha सितंबर 28, 2024 AT 06:11
    गुरबाज का खेल बहुत बढ़िया रहा। उसने दो मैचों में टीम को बचाया, और तीसरे में भी अकेले लड़ा। अगर टीम ने उसके साथ खेला होता, तो शायद सीरीज अभी भी उनके नाम होती। ये टीम को अब टीमवर्क सीखना होगा।
  • Neha Kulkarni
    Neha Kulkarni सितंबर 29, 2024 AT 21:53
    इस सीरीज़ के विश्लेषण में एक महत्वपूर्ण डायनामिक्स दिखाई देता है - एकल नायक के आधार पर टीम की संरचना का असंगठित ढांचा। गुरबाज के व्यक्तिगत उपलब्धियों के बावजूद, टीम के शेष सदस्यों की अक्षमता एक सिस्टमिक फेलियर को दर्शाती है, जिसे लंबे समय तक निरंतरता के लिए सुधारना आवश्यक है।
  • Sini Balachandran
    Sini Balachandran अक्तूबर 1, 2024 AT 16:59
    क्या आपने कभी सोचा है कि शायद ये सब कुछ बनाया गया है? जैसे कि दक्षिण अफ्रीका को बचाने के लिए कोई बड़ा नेटवर्क है? ये टीम तो हमेशा से इतनी ताकतवर नहीं रही है।
  • Sanjay Mishra
    Sanjay Mishra अक्तूबर 2, 2024 AT 11:21
    अफगानिस्तान ने जैसे एक बार बिजली चमकाई, फिर बल्ब फ्यूज हो गया। गुरबाज का शतक तो जला रहा था, लेकिन बाकी टीम तो बिजली नहीं लगी थी! अब तो इनकी टीम को एक नया जेनरेटर चाहिए, न कि बस एक बल्ला।
  • Ashish Perchani
    Ashish Perchani अक्तूबर 4, 2024 AT 10:35
    ये मैच तो बिल्कुल एक बॉलीवुड फिल्म जैसा था। पहले दो एपिसोड में हीरो था अफगानिस्तान, तीसरे में विलेन बन गया दक्षिण अफ्रीका। और मार्कराम? वो तो राजकुमार था जिसने बचाया सारा बाजार। अब अफगानिस्तान को रिमेक बनाना होगा।
  • Dr Dharmendra Singh
    Dr Dharmendra Singh अक्तूबर 5, 2024 AT 21:24
    गुरबाज के लिए बहुत बधाई 🙌 वो तो अकेले ही टीम का दिल बचा रहा था। दक्षिण अफ्रीका की गेंदबाजी भी बहुत अच्छी रही। अगली बार अफगानिस्तान जरूर वापस आएगा।
  • sameer mulla
    sameer mulla अक्तूबर 6, 2024 AT 21:36
    अफगानिस्तान की टीम तो बस एक बार जीत गई तो अपनी गाड़ी उल्टी कर दी! ये लोग तो अपने खुद के अंदर का डर नहीं देख पाते। गुरबाज को छोड़कर सब बेकार हैं। ये टीम तो बस बातों में ही जीतती है। 😒
  • Prakash Sachwani
    Prakash Sachwani अक्तूबर 7, 2024 AT 04:13
    मार्कराम ने अच्छा खेला गुरबाज भी अच्छा खेला अफगानिस्तान ने खो दिया अब क्या करें
  • Pooja Raghu
    Pooja Raghu अक्तूबर 7, 2024 AT 14:46
    क्या आप जानते हैं? ये सब शारजाह के नीचे छिपे किसी अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र का हिस्सा है। वो पिच तो जानबूझकर धीमी बनाई गई थी ताकि दक्षिण अफ्रीका जीत सके। अफगानिस्तान को बाहर रखने के लिए।
  • Pooja Yadav
    Pooja Yadav अक्तूबर 9, 2024 AT 02:59
    गुरबाज का खेल तो बहुत अच्छा रहा और मार्कराम भी बहुत अच्छा खेले लेकिन अफगानिस्तान की टीम को अभी भी बहुत कुछ सीखना है और दक्षिण अफ्रीका की टीम ने बहुत अच्छा खेला
  • Pooja Prabhakar
    Pooja Prabhakar अक्तूबर 10, 2024 AT 06:20
    अफगानिस्तान की टीम का ये गिरना एक आर्केटाइपल फॉल ऑफ द हीरो है। गुरबाज की एकल अभिव्यक्ति ने टीम के संरचनात्मक दुर्बलता को छिपाया, जबकि दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजी संरचना ने एक निर्माणात्मक विरोधी वातावरण बनाया। ये टीम अभी भी एक एक्सप्लोरेटिव फेज में है, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय निर्माण के लिए एक गहरी रणनीति की आवश्यकता है।
  • Anadi Gupta
    Anadi Gupta अक्तूबर 11, 2024 AT 15:08
    यह अवसर एक अत्यंत महत्वपूर्ण आंकड़ा है जो अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के विकास के लिए एक निर्णायक बिंदु को दर्शाता है। एकल खिलाड़ियों के अतिरिक्त अन्य टीम सदस्यों की निरंतरता और रणनीतिक समन्वय के अभाव ने एक अस्थायी सफलता के निर्माण को संभव बनाया, जिसे लंबे समय तक बनाए रखना संभव नहीं था। दक्षिण अफ्रीका की टीम ने अपनी गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों के साथ एक व्यवस्थित दृष्टिकोण अपनाया, जिससे उन्होंने टीम के अंतर्गत अंतर को बहुत स्पष्ट रूप से दर्शाया।
  • shivani Rajput
    shivani Rajput अक्तूबर 13, 2024 AT 07:04
    अफगानिस्तान टीम के पास कोई रणनीतिक गहराई नहीं है। गुरबाज के बिना वो एक खाली खाना है। ये टीम तो बस एक ताकतवर खिलाड़ी के आधार पर बनी है - ये तो टीम नहीं, एक एकल नायक की कहानी है। अगली बार उन्हें टीम की बजाय खिलाड़ियों को बदलना होगा।
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