छत्तीसगढ़ में लांच हुई अज़िम प्रेमजी छात्रवृत्ति योजना: आर्थिक रूप से कमजोर लड़कियों को उच्च शिक्षा का अवसर

छत्तीसगढ़ में लांच हुई अज़िम प्रेमजी छात्रवृत्ति योजना: आर्थिक रूप से कमजोर लड़कियों को उच्च शिक्षा का अवसर
  • सित॰, 27 2025

परिचय

रायपुर के मुख्यमंत्री विष्णु डॉ. साई ने हाल ही में अज़िम प्रेमजी छात्रवृत्ति योजना का शुभारंभ किया। यह पहल आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि वाली लड़कियों को उच्च शिक्षा की दिशा में एक मजबूत कदम है। मुख्यमंत्री ने उद्घाटन समारोह में कहा, "बेटी को पढ़ाना सिर्फ उसके जीवन को नहीं, बल्कि पूरी पीढ़ी को उज्जवल बनाता है"। इस कार्यक्रम को अज़िम प्रेमजी फाउंडेशन के सहयोग से लागू किया जाएगा, जो 2007 से छत्तीसगढ़ में शिक्षा सुधार के कई प्रोजेक्ट चला रहा है।

इस योजना का उद्देश्य वित्तीय बाधाओं को हटाकर सरकारी स्कूलों की बेटी को स्नातक या डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश दिलाना है, जिससे राज्य में महिला enrollment में उल्लेखनीय वृद्धि हो सके। यह कदम न केवल राज्य की कार्यनीति को बल देता है, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" मिशन के साथ भी तालमेल बिठाता है।

स्कीम की मुख्य बातें

स्कीम की मुख्य बातें

नीचे इस छात्रवृत्ति योजना के प्रमुख तत्वों का सारांश दिया गया है:

  • लक्षित समूह: छत्तीसगढ़ के सरकारी स्कूलों से कक्षा 10 और 12 तक की पढ़ाई पूरी करने वाली, आर्थिक रूप से कमजोर लड़कियां।
  • शिक्षा स्तर: प्रथम वर्ष के स्नातक या डिप्लोमा प्रोग्राम में प्रवेश लेने वाली छात्राएं।
  • भौगोलिक सीमा: छात्रा किसी भी मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय या राज्य स्तर के संस्थान में दाखिला ले सकती है।
  • वित्तीय सहायता: ट्यूशन फीस, किताबें, प्रयोगशाला शुल्क आदि के लिए पूरी तरह से कवरेज।
  • आवेदन शुल्क: निःशुल्क, जिससे कोई भी छात्रा डर के कारण पीछे न रहे।

आवेदन प्रक्रिया दो अलग‑अलग चरणों में विभाजित होगी, ताकि अलग‑अलग शैक्षणिक कैलेंडर वाले छात्रों को पर्याप्त समय मिल सके:

  1. पहला चरण: 10 सितंबर 2025 से 30 सितंबर 2025 तक।
  2. दूसरा चरण: 10 जनवरी 2026 से 31 जनवरी 2026 तक।

दोनों चरणों में ऑनलाइन पोर्टल का उपयोग होगा, जिसका लिंक अज़िम प्रेमजी फाउंडेशन की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध होगा। छात्रा अपने अपडेटेड अडमिशन फ़ॉर्म, पिछले दो वर्षों की अंकसूची और आय प्रमाण पत्र को अपलोड कर सकती हैं। पोर्टल में QR कोड भी होगा, जिससे मोबाइल पर तुरंत आवेदन प्रक्रिया शुरू की जा सकेगी।

मुख्यमंत्री साई ने इस पहल को राज्य के सभी कॉलेजों में प्रसारित करने की मांग की, ताकि सूचना हर कोने तक पहुँच सके। उन्होंने कहा, "अगर हम इस योजना की बात हर कॉलेज में नहीं फैलाएँगे, तो लाखों लड़कियां इस अवसर से वंचित रह जाएँगी।"

अज़िम प्रेमजी फाउंडेशन ने पहले ही छत्तीसगढ़ के आठ जिलों – बलौदा ज़ार, बेमेतरा, धमतरी, जनजगीर-चांपा, जशपुर, रायगढ़, रायपुर और सूर्यगढ़ में अपना कार्यक्षेत्र स्थापित किया है। इन क्षेत्रों में फाउंडेशन ने कंप्यूटर एजुकेशन, लर्निंग गारंटी प्रोग्राम और शिक्षा नेतृत्व विकास जैसी कई पहलों को सफलतापूर्वक चलाया है। इस नई छात्रवृत्ति योजना से इन प्रयासों को एक नई दिशा मिलेगी, क्योंकि अब छात्रा को केवल प्राथमिक स्तर तक ही नहीं, बल्कि उच्च शिक्षा तक का समर्थन मिलेगा।

अंत में, मुख्यमंत्री ने कहा, "एक लड़की की पढ़ाई दो परिवारों को नहीं, बल्कि पूरी जनसंख्या को प्रकाश में लाती है।" यह भावना इस योजना के जड़ में है, और यह उम्मीद है कि आने वाले कुछ वर्षों में छत्तीसगढ़ की महिला साक्षरता दर में उल्लेखनीय उछाल आएगा।

17 टिप्पणि
  • Rin In
    Rin In सितंबर 28, 2025 AT 22:11
    ये तो बहुत बढ़िया बात है!!! 🎉👏 लड़कियों को पढ़ाना ही देश का भविष्य है... अब तो बस इसे पूरे राज्य में फैलाओ!!! 🚀💖
  • michel john
    michel john सितंबर 30, 2025 AT 15:40
    अरे ये सब फाउंडेशन का अमेरिकी षड्यंत्र है भाई... प्रेमजी के पैसे से हमारी लड़कियों को वेस्टर्न वैल्यूज़ में डूबा रहे हैं! भारतीय परिवार को तोड़ने की साजिश है ये! 😡🌍
  • shagunthala ravi
    shagunthala ravi अक्तूबर 1, 2025 AT 11:03
    इस योजना का असली जीवन तब बनेगा जब हर गाँव की लड़की को पता होगा कि वो अपनी इच्छा से पढ़ सकती है। ये सिर्फ पैसा नहीं, ये आत्मविश्वास का संदेश है। धीरे-धीरे, लेकिन निश्चित रूप से, बदलाव आएगा।
  • Urvashi Dutta
    Urvashi Dutta अक्तूबर 2, 2025 AT 16:44
    इस योजना के पीछे का सांस्कृतिक संदेश बहुत गहरा है। भारतीय परिवारों में लड़कियों की शिक्षा को अक्सर दूसरी प्राथमिकता मान लिया जाता है, लेकिन यहाँ एक नए नैतिक ढांचे का निर्माण हो रहा है जहाँ लड़की की शिक्षा केवल एक व्यक्तिगत लाभ नहीं, बल्कि समाज के लिए एक कर्तव्य बन रही है। यह एक ऐसा अंतर्दृष्टि है जिसे हम अक्सर नज़रअंदाज़ कर देते हैं।
  • Rahul Alandkar
    Rahul Alandkar अक्तूबर 4, 2025 AT 16:17
    बहुत अच्छी योजना है। आशा है कि इसका लाभ सचमुच उन लड़कियों तक पहुँचेगा जिन्हें इसकी जरूरत है।
  • Jai Ram
    Jai Ram अक्तूबर 4, 2025 AT 21:25
    अगर कोई लड़की आवेदन करना चाहती है तो बस ये देख लें कि ऑनलाइन पोर्टल पर QR कोड है - उसे स्कैन करो और 2 मिनट में फॉर्म भर दो! अडमिशन फॉर्म, अंकसूची, आय प्रमाणपत्र - तीन चीज़ें और तैयार! 📲✨
  • Vishal Kalawatia
    Vishal Kalawatia अक्तूबर 6, 2025 AT 15:21
    हर कोई बेटी पढ़ाओ कहता है, लेकिन असली बात ये है कि जब लड़की पढ़कर शहर जाती है तो वो अपने परिवार को भूल जाती है। ये योजना तो सिर्फ उन लड़कियों के लिए है जो अपने घर छोड़कर जाने को तैयार हैं - बाकी के लिए क्या है?
  • Kirandeep Bhullar
    Kirandeep Bhullar अक्तूबर 8, 2025 AT 06:36
    ये सब नाटक है। लड़कियों को पढ़ाने का नाम लेकर वो लोग फाउंडेशन के नाम से ब्रांडिंग कर रहे हैं। असली समस्या तो ये है कि गाँवों में स्कूलों के पास बस खाली दीवारें हैं - ये छात्रवृत्ति तो बस एक फिल्मी ड्रामा है।
  • DIVYA JAGADISH
    DIVYA JAGADISH अक्तूबर 9, 2025 AT 19:51
    आवेदन करें। बस।
  • Amal Kiran
    Amal Kiran अक्तूबर 9, 2025 AT 22:32
    इस योजना का क्या मतलब? जब तक हमारे घरों में लड़कियों को घर के कामों में फंसा रखा जाएगा, ये सब बकवास है। बस फोटो खींचकर जल्दी से खबर बना लो।
  • abhinav anand
    abhinav anand अक्तूबर 11, 2025 AT 21:55
    मैंने अपनी बहन को इसके बारे में बताया। उसने कहा कि अगर इसका लिंक स्कूल के बोर्ड पर लग जाए तो शायद कुछ लड़कियाँ तो आवेदन करेंगी। बस इतना ही चाहिए - जागरूकता।
  • Rinku Kumar
    Rinku Kumar अक्तूबर 13, 2025 AT 14:23
    अज़िम प्रेमजी फाउंडेशन ने इसे एक बड़े स्वामित्व वाले सामाजिक अभियान के रूप में प्रस्तुत किया है... जबकि वास्तविकता यह है कि यह एक उत्कृष्ट निवेश है - एक लड़की जो पढ़ती है, एक व्यक्ति नहीं, एक पूरी नौकरशाही बन जाती है। आप निश्चित रूप से इसे एक फाइनेंशियल रिटर्न के रूप में देख सकते हैं।
  • Pramod Lodha
    Pramod Lodha अक्तूबर 14, 2025 AT 17:23
    मैंने अपने गाँव के स्कूल में इसके बारे में बोला - लड़कियों ने बहुत उत्साह दिखाया! अब तो बस ये चाहिए कि कोई बड़ा बैनर लगाए और बताए कि इसके लिए किसे कॉल करना है। एक छोटी सी जानकारी बहुत बड़ा बदलाव ला सकती है!
  • Neha Kulkarni
    Neha Kulkarni अक्तूबर 15, 2025 AT 09:14
    इस योजना की नीतिगत गहराई अद्भुत है। यह एक बहु-आयामी सामाजिक इकोसिस्टम को बढ़ावा देती है जहाँ शिक्षा, आर्थिक सशक्तिकरण और सांस्कृतिक अपरिवर्तन एक साथ एकीकृत हो रहे हैं। इसका निर्माण केवल फंडिंग नहीं, बल्कि एक नए सामाजिक समझौते के रूप में हुआ है - जहाँ लड़की की शिक्षा एक निजी अधिकार नहीं, बल्कि एक सामुदायिक जिम्मेदारी है।
  • Sini Balachandran
    Sini Balachandran अक्तूबर 16, 2025 AT 22:36
    क्या हम वास्तव में यह मानते हैं कि एक लड़की की शिक्षा उसके परिवार को बदल देगी? या हम बस इसे एक नाटक के रूप में देखते हैं - जिसमें हम अपनी अच्छी नीयत को दिखाने के लिए एक छात्रवृत्ति लगाते हैं और फिर भूल जाते हैं?
  • Sanjay Mishra
    Sanjay Mishra अक्तूबर 18, 2025 AT 21:04
    ये योजना तो बिल्कुल एक जादू की छड़ी है! एक बार लड़की पढ़ गई, तो वो अब सिर्फ अपने घर की बेटी नहीं, बल्कि पूरे गाँव की रानी बन गई! अब देखो, जब वो इंजीनियर बनेगी तो गाँव में बिजली का बिल भी कम हो जाएगा! 💫⚡
  • Ashish Perchani
    Ashish Perchani अक्तूबर 20, 2025 AT 07:12
    इस योजना को लागू करने के लिए आवश्यक है कि राज्य सरकार, अज़िम प्रेमजी फाउंडेशन और स्थानीय समुदाय एक त्रिभुजीय साझेदारी के रूप में कार्य करें। अन्यथा, यह केवल एक अलंकृत दस्तावेज़ बन जाएगा जिसे दर्शकों के लिए बनाया गया है।
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