छत्तीसगढ़ में लांच हुई अज़िम प्रेमजी छात्रवृत्ति योजना: आर्थिक रूप से कमजोर लड़कियों को उच्च शिक्षा का अवसर

छत्तीसगढ़ में लांच हुई अज़िम प्रेमजी छात्रवृत्ति योजना: आर्थिक रूप से कमजोर लड़कियों को उच्च शिक्षा का अवसर

परिचय

रायपुर के मुख्यमंत्री विष्णु डॉ. साई ने हाल ही में अज़िम प्रेमजी छात्रवृत्ति योजना का शुभारंभ किया। यह पहल आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि वाली लड़कियों को उच्च शिक्षा की दिशा में एक मजबूत कदम है। मुख्यमंत्री ने उद्घाटन समारोह में कहा, "बेटी को पढ़ाना सिर्फ उसके जीवन को नहीं, बल्कि पूरी पीढ़ी को उज्जवल बनाता है"। इस कार्यक्रम को अज़िम प्रेमजी फाउंडेशन के सहयोग से लागू किया जाएगा, जो 2007 से छत्तीसगढ़ में शिक्षा सुधार के कई प्रोजेक्ट चला रहा है।

इस योजना का उद्देश्य वित्तीय बाधाओं को हटाकर सरकारी स्कूलों की बेटी को स्नातक या डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश दिलाना है, जिससे राज्य में महिला enrollment में उल्लेखनीय वृद्धि हो सके। यह कदम न केवल राज्य की कार्यनीति को बल देता है, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" मिशन के साथ भी तालमेल बिठाता है।

स्कीम की मुख्य बातें

स्कीम की मुख्य बातें

नीचे इस छात्रवृत्ति योजना के प्रमुख तत्वों का सारांश दिया गया है:

  • लक्षित समूह: छत्तीसगढ़ के सरकारी स्कूलों से कक्षा 10 और 12 तक की पढ़ाई पूरी करने वाली, आर्थिक रूप से कमजोर लड़कियां।
  • शिक्षा स्तर: प्रथम वर्ष के स्नातक या डिप्लोमा प्रोग्राम में प्रवेश लेने वाली छात्राएं।
  • भौगोलिक सीमा: छात्रा किसी भी मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय या राज्य स्तर के संस्थान में दाखिला ले सकती है।
  • वित्तीय सहायता: ट्यूशन फीस, किताबें, प्रयोगशाला शुल्क आदि के लिए पूरी तरह से कवरेज।
  • आवेदन शुल्क: निःशुल्क, जिससे कोई भी छात्रा डर के कारण पीछे न रहे।

आवेदन प्रक्रिया दो अलग‑अलग चरणों में विभाजित होगी, ताकि अलग‑अलग शैक्षणिक कैलेंडर वाले छात्रों को पर्याप्त समय मिल सके:

  1. पहला चरण: 10 सितंबर 2025 से 30 सितंबर 2025 तक।
  2. दूसरा चरण: 10 जनवरी 2026 से 31 जनवरी 2026 तक।

दोनों चरणों में ऑनलाइन पोर्टल का उपयोग होगा, जिसका लिंक अज़िम प्रेमजी फाउंडेशन की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध होगा। छात्रा अपने अपडेटेड अडमिशन फ़ॉर्म, पिछले दो वर्षों की अंकसूची और आय प्रमाण पत्र को अपलोड कर सकती हैं। पोर्टल में QR कोड भी होगा, जिससे मोबाइल पर तुरंत आवेदन प्रक्रिया शुरू की जा सकेगी।

मुख्यमंत्री साई ने इस पहल को राज्य के सभी कॉलेजों में प्रसारित करने की मांग की, ताकि सूचना हर कोने तक पहुँच सके। उन्होंने कहा, "अगर हम इस योजना की बात हर कॉलेज में नहीं फैलाएँगे, तो लाखों लड़कियां इस अवसर से वंचित रह जाएँगी।"

अज़िम प्रेमजी फाउंडेशन ने पहले ही छत्तीसगढ़ के आठ जिलों – बलौदा ज़ार, बेमेतरा, धमतरी, जनजगीर-चांपा, जशपुर, रायगढ़, रायपुर और सूर्यगढ़ में अपना कार्यक्षेत्र स्थापित किया है। इन क्षेत्रों में फाउंडेशन ने कंप्यूटर एजुकेशन, लर्निंग गारंटी प्रोग्राम और शिक्षा नेतृत्व विकास जैसी कई पहलों को सफलतापूर्वक चलाया है। इस नई छात्रवृत्ति योजना से इन प्रयासों को एक नई दिशा मिलेगी, क्योंकि अब छात्रा को केवल प्राथमिक स्तर तक ही नहीं, बल्कि उच्च शिक्षा तक का समर्थन मिलेगा।

अंत में, मुख्यमंत्री ने कहा, "एक लड़की की पढ़ाई दो परिवारों को नहीं, बल्कि पूरी जनसंख्या को प्रकाश में लाती है।" यह भावना इस योजना के जड़ में है, और यह उम्मीद है कि आने वाले कुछ वर्षों में छत्तीसगढ़ की महिला साक्षरता दर में उल्लेखनीय उछाल आएगा।

  • सित॰, 27 2025
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