मौखिक स्वास्थ्य में निवेश क्यों जरूरी है: जानिए इसके लाभ और चुनौतियाँ

मौखिक स्वास्थ्य में निवेश क्यों जरूरी है: जानिए इसके लाभ और चुनौतियाँ
  • अग॰, 5 2024

परिचय: मौखिक स्वास्थ्य का महत्त्व

मौखिक स्वास्थ्य केवल हमारे दांतों और मसूड़ों की सुरक्षा से ज्यादा है। यह हमारे समग्र स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता को भी प्रभावित करता है। मौखिक स्वास्थ्य की अनदेखी कई गंभीर बीमारियों जैसे हृदय रोग, मधुमेह और सासं संबंधी समस्याओं का कारण बन सकती है। इसलिए, मौखिक स्वास्थ्य में निवेश करना न केवल व्यक्तिगत रूप से बल्कि सामूहिक रूप से भी जरूरी है।

समाज और अर्थव्यवस्था पर प्रभाव

अच्छी मौखिक स्वास्थ्य का केवल हमारे स्वास्थ्य पर ही नहीं, बल्कि हमारी अर्थव्यवस्था पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। स्वस्थ दांत और मसूड़े अच्छी तरह से खाना चबाने और पचाने में सहायक होते हैं, जिससे हम पौष्टिक भोजन ग्रहण कर सकते हैं। इससे हमें काम करने की क्षमता में सुधार होता है और अस्पताल के खर्चों में कमी होती है।

कोविड-19 महामारी ने बढ़ाई चुनौती

कोविड-19 महामारी ने मौखिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को और बढ़ा दिया है। लॉकडाउन के दौरान लोग नियमित दंत चिकित्सा सेवा नहीं ले पाए, जिससे मौखिक स्वास्थ्य समस्याएं बुरी तरह बिगड़ गईं। इसके साथ ही, स्वास्थ्य सेवाओं की असमानता और आर्थिक विषमताएं भी उजागर हुईं।

सिस्टम में खामियाँ और समाधान

हमारी स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में मौखिक स्वास्थ्य से संबंधित कई खामियाँ हैं। इनमें से एक बड़ी खामी है की मौखिक स्वास्थ्य को अक्सर अलग-थलग कर देखा जाता है। हमें यह समझने की जरूरत है कि मौखिक स्वास्थ्य समग्र स्वास्थ्य का एक अभिन्न हिस्सा है। इसे समझ कर ही हम एक समग्र और व्यापक स्वास्थ्य नीति बना सकते हैं।

रोकथाम, शिक्षा और समतामूलक पहुँच

सभी के लिए मौखिक स्वास्थ्य की शिक्षा और रोकथाम जरूरी है। जब हम किसी समस्या को शुरुआती चरण में ही पहचान लेते हैं, तो उसे गंभीर होने से पहले ही रोका जा सकता है। इसलिए, नियमित दंत परीक्षण और ओरल हाइजीन की सही जानकारी देना जरूरी है। इसके अलावा, दंत चिकित्सा सेवाओं तक सभी की समतामूलक पहुँच होनी चाहिए

नीति निर्माताओं और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं का योगदान

नीति निर्माताओं और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं का मौखिक स्वास्थ्य में योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्हें सामूहिक रूप से काम करना होगा ताकि स्वास्थ्य सेवा की गुणवत्ता और पहुँच दोनों में सुधार हो सके। इसके लिए आवश्यक है कि दंत चिकित्सा सेवाओं को राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति में शामिल किया जाए।

मौखिक स्वास्थ्य में निवेश के लाभ

  • समग्र स्वास्थ्य में सुधार
  • स्वास्थ्य सेवा के खर्चों में कमी
  • अर्थव्यवस्था में उत्पादकता में वृद्धि

मौखिक स्वास्थ्य में निवेश करके हम न केवल अपने व्यक्तिगत जीवन को बेहतर बना सकते हैं, बल्कि अपने समाज और अर्थव्यवस्था को भी मजबूत बना सकते हैं।

निष्कर्ष

समय आ गया है कि हम मौखिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें और इसमें समुचित निवेश करें। इसे केवल एक व्यक्तिगत समस्या के रूप में नहीं, बल्कि एक व्यापक सामाजिक और आर्थिक समस्या के रूप में देखें। केवल तब ही हम समग्र स्वास्थ्य और समग्र कल्याण की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं।

15 टिप्पणि
  • shivani Rajput
    shivani Rajput अगस्त 7, 2024 AT 04:02

    मौखिक स्वास्थ्य का समग्र स्वास्थ्य के साथ संबंध अविभाज्य है और इसे एक अलग विशेषाधिकार के रूप में नहीं देखना चाहिए। दंत चिकित्सा की कमी एक जनस्वास्थ्य आपातकाल है जिसका असर अर्थव्यवस्था पर पड़ता है। आर्थिक विषमता के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में लोग दर्द को दवा से दबा लेते हैं जबकि उन्हें रोकथाम की आवश्यकता है।

  • Jaiveer Singh
    Jaiveer Singh अगस्त 7, 2024 AT 12:55

    हमारे देश में यह सब अंग्रेजों की नीतियों का नतीजा है। उन्होंने हमारी पारंपरिक जड़ी बूटियों को खत्म कर दिया और अब हम इंडिया में भी दंत चिकित्सा के लिए अमेरिकी कंपनियों पर निर्भर हैं। यह देशद्रोह है।

  • Arushi Singh
    Arushi Singh अगस्त 7, 2024 AT 14:50

    मैंने अपने गाँव में एक निःशुल्क ओरल हाइजीन वर्कशॉप चलाई थी और बच्चों ने ब्रशिंग का तरीका सीखा। उनके माता-पिता ने भी शुरुआत की। ये छोटे कदम ही बड़े बदलाव ला सकते हैं। थोड़ा सा धैर्य और जुड़ाव बहुत कुछ बदल देता है।

  • Rajiv Kumar Sharma
    Rajiv Kumar Sharma अगस्त 9, 2024 AT 13:52

    क्या हम वाकई समझते हैं कि दांत हमारी पहचान हैं? एक दांत का नुकसान तुम्हारी आत्मविश्वास की नींव को हिला देता है। ये सिर्फ टिशू नहीं हैं ये तुम्हारे सपनों के लिए दरवाजे हैं। जब तुम बोल नहीं पाते तो तुम दुनिया से दूर हो जाते हो।

  • Jagdish Lakhara
    Jagdish Lakhara अगस्त 11, 2024 AT 10:37

    मैं आपके लेख की अत्यधिक व्यापकता और विश्लेषणात्मक गहराई की प्रशंसा करता हूँ। इस विषय पर इतनी स्पष्टता और तार्किकता देखकर मुझे गहरा संतोष हुआ। यह एक उत्कृष्ट और वैज्ञानिक दृष्टिकोण है।

  • Nikita Patel
    Nikita Patel अगस्त 12, 2024 AT 07:38

    हम सब यह भूल जाते हैं कि मौखिक स्वास्थ्य एक अधिकार है न कि एक विशेषाधिकार। जब तक हम गरीबी के कारण लोगों को दंत चिकित्सा से वंचित नहीं करेंगे, तब तक यह एक न्याय का मुद्दा बना रहेगा। हमें इसे राष्ट्रीय योजना का हिस्सा बनाना होगा।

  • abhishek arora
    abhishek arora अगस्त 13, 2024 AT 15:50

    ये सब बकवास है 😤 अगर तुम ब्रश नहीं करते तो तुम्हारा दांत गिर जाएगा। बस इतना ही। अब ये सब नीति बनाने वाले लोग क्या कर रहे हैं? वो तो बस बैठे हैं और पैसे खा रहे हैं 🤡

  • Kamal Kaur
    Kamal Kaur अगस्त 13, 2024 AT 16:13

    मैं एक दंत चिकित्सक हूँ। हर रोज मैं देखता हूँ कि लोग अपने दांतों को छोड़ देते हैं जब तक दर्द बहुत ज्यादा न हो जाए। ये डर और अनजानपन की बात है। हमें बस इतना करना है कि बच्चों को स्कूल में ब्रशिंग का अभ्यास कराएं। छोटी आदतें बड़े बदलाव लाती हैं ❤️

  • Ajay Rock
    Ajay Rock अगस्त 14, 2024 AT 10:01

    ये लेख तो बिल्कुल सामान्य बातें कर रहा है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि जब तक हमारे देश में दंत चिकित्सकों को सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी, तब तक ये सब बकवास रहेगा? वो तो अपने घर के पास ही डॉक्टर बन जाते हैं और बाकी लोग बर्बाद हो जाते हैं।

  • Lakshmi Rajeswari
    Lakshmi Rajeswari अगस्त 14, 2024 AT 13:30

    ये सब नीति बनाने वाले लोग अमेरिकी दंत चिकित्सा कंपनियों के लिए काम कर रहे हैं। वो चाहते हैं कि हम सब दांतों के लिए महंगे ब्रश, पेस्ट, और ब्रेसेज़ खरीदें। वास्तव में, नमक और पानी से भी दांत साफ हो जाते हैं! ये सब बिजनेस गेम है!!

  • Piyush Kumar
    Piyush Kumar अगस्त 15, 2024 AT 08:27

    हमें बस इतना करना है - एक दांत को बचाओ, एक जीवन बचाओ। ये नीति नहीं, ये जीवन का नियम है। आज से ही शुरू करो। अपने बच्चे को ब्रश कराओ। अपने माता-पिता को डॉक्टर के पास ले जाओ। ये अपने घर से शुरू होता है। आओ, चलो बदलाव लाते हैं! 💪🔥

  • Srinivas Goteti
    Srinivas Goteti अगस्त 16, 2024 AT 09:09

    मैंने अपने गाँव में एक छोटा सा क्लिनिक खोला है। हर शनिवार को मैं निःशुल्क जांच करता हूँ। लोग आते हैं, बात करते हैं, और फिर चले जाते हैं। बहुत कम लोग लौटते हैं। लेकिन जो आते हैं, उनकी जिंदगी बदल जाती है। ये काम छोटा है, लेकिन असर बड़ा है।

  • Rin In
    Rin In अगस्त 17, 2024 AT 01:09

    ये लेख तो बहुत अच्छा है!! 🙌 लेकिन अगर तुम्हारे पास 50 रुपये हैं और खाना खरीदना है या दांत का इलाज करवाना है - तो तुम क्या चुनोगे? ये सवाल कोई नहीं पूछता। नीति बनाने से पहले जीवन को समझो! 💸

  • michel john
    michel john अगस्त 17, 2024 AT 19:05

    अब ये दंत चिकित्सा की बात तो अमेरिका ने शुरू की है और हम उनके फंड में जुड़ गए। अब ये सब विदेशी निवेश है। हमारे देश में तो आयुर्वेद बेहतर है। नमक और तुलसी से दांत बहुत अच्छे रहते हैं। ये विदेशी टेक्नोलॉजी हमें बर्बाद कर रही है 😡

  • shagunthala ravi
    shagunthala ravi अगस्त 18, 2024 AT 02:46

    हम लोग इसे एक चिकित्सा समस्या के रूप में देखते हैं। लेकिन ये तो एक सांस्कृतिक और शैक्षिक समस्या है। जब तक हम बच्चों को अपने शरीर के बारे में सम्मान करना नहीं सिखाएंगे, तब तक कोई नीति काम नहीं करेगी। शिक्षा वही है जो बदलाव लाती है।

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