इजरायल-ईरान संघर्ष: इजरायल का तेहरान पर जोरदार हमला, गहराई तनाव की स्थिति
इजरायल-ईरान के बीच गहरा हो रहा संघर्ष
हाल ही में इजरायल और ईरान के बीच तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है। इजरायल ने ईरान पर भारी हवाई हमला किया है, जो तेहरान समेत कई प्रमुख शहरों को निशाना बना रहा है। यह हमला रात के समय आरंभ हुआ, जिसमें इजरायली वायुसेना के 100 से अधिक लड़ाकू विमानों ने हिस्सा लिया। इस हमले का मुख्य लक्ष्य ईरान की सैन्य सुविधाएं थीं, विशेष रूप से ईरानी क्रांतिकारी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) से जुड़े ठिकाने। इस कार्रवाई के पीछे इजरायल का उद्देश्य हाल की ईरानी मिसाइल बारी की प्रतिक्रिया के रूप में दिखता है, जो ईरान द्वारा इजरायल पर 25 दिन पहले की गई थी।
सामरिक परिणाम और बढ़ता तनाव
इस संघर्ष का सबसे बड़ा पहलू है कि पूरी तरह से सामरिक प्रकृति में हो रहा है। इजरायल की कार्रवाई का प्रतिशोध हाल ही में हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह की हत्या के बाद के तनावपूर्ण माहौल के कारण है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू सीधे रक्षा मुख्यालय से इस हमले का निरीक्षण कर रहे थे, जबकि रक्षा मंत्री योव गैलांट उनके साथ थे। इजरायली रक्षा बलों (IDF) ने इस हमले के बारे में व्हाइट हाउस को पूर्व जानकारी दी थी। इस कार्रवाई के बाद ईरान में व्यापक रूप से बड़े पैमाने की क्षति हुई है, जिसमें IRGC की रशीद स्ट्रीट इमारत में आग लग गई।
प्रतिक्रिया और संभावित नतीजे
ईरानी पक्ष से भी तीव्र प्रतिक्रिया देखी गई, जहां उनके रक्षा तंत्र को तुरंत सक्रिय किया गया और देश भर में सभी उड़ानों को रोक दिया गया। इस घटना के कारण सायरनों की आवाज और स्थिति की गंभीरता को देखते हुए यह स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई है। कई रिपोर्टों में यह भी बताया जा रहा है कि सीरिया में हवाई हमले हुए हैं और वहां के सभी हवाई अड्डे बंद कर दिए गए हैं।
दूरगामी प्रभावों का विश्लेषण
विशेषज्ञों का मानना है कि हालात को देखते हुए संभावना है कि ईरान और इजरायल के बीच के तनाव में और वृद्धि हो सकती है। हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को इस घटना की जानकारी दी जा चुकी है, और उन्होंने जल्द से जल्द तनाव कम करने की उम्मीद जताई है। लेकिन भू-राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए कहना मुश्किल है कि यह स्थिति किस दिशा में आगे बढ़ेगी। दोनों देशों के बीच के इस संघर्ष से अन्य क्षेत्रीय और वैश्विक शक्तियों के भी इसमें शामिल होने की संभावना बढ़ जाती है, जिससे मामला और जटिल बन सकता है।
इजरायल-ईरान के वर्तमान परिदृश्य पर प्रकाश
इजरायल का यह हमला आत्मरक्षा के अधिकार के तहत सही बताया जा रहा है। जबकि ईरान की ओर से इस हमले के बाद और अधिक आक्रामकता देखी जा सकती है। वर्तमान में स्थिति गंभीर बनी हुई है और क्षेत्र के अन्य देशों में भी इस घटना के परिणामस्वरूप अलग-अलग प्रतिक्रियाएं हो सकती हैं। आने वाले दिनों में इस संघर्ष में क्या मोड़ आएगा, यह प्रमुख रूप से इसके सामरिक परिणामों पर निर्भर करेगा।
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