नई मारुति सुजुकी डिजायर ने जीता ग्लोबल एनसीएपी टेस्ट में पांच-सितारा सेफ्टी रेटिंग
मारुति सुजुकी डिजायर: भारतीय बाजार में नई उम्मीद
भारतीय बाजार में मारुति सुजुकी डिजायर को अपने प्रतिस्पर्धियों से एक कदम आगे ले जाने वाली कार के तौर पर देखा जा रहा है। यह वाहन अपने उच्च सुरक्षा मानकों के लिए आजकल चर्चा में है। ग्लोबल एनसीएपी के अनुसार, डिजायर को वयस्क यात्रियों की सुरक्षा में पांच सितारा और बच्चों की सुरक्षा में चार सितारा रेटिंग मिली है। यह उपलब्धि मारुति सुजुकी के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जिससे देखते हुए भारतीय ग्राहकों को अब बेहतर और सुरक्षित विकल्प मिलेंगे।
उच्च सुरक्षा मानक
छह एयरबैग और इलेक्ट्रॉनिक स्टैबिलिटी कंट्रोल जैसे सुरक्षा फीचर्स के साथ, नई डिजायर ने बच्चों और वयस्क यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी है। परीक्षण के दौरान, इसे विभिन्न सेगमेंट में जांचा गया, जैसे फ्रंटल इंपैक्ट, साइड इंपैक्ट और पोल इंपैक्ट। कार का स्ट्रक्चर और फुटवेल एरिया बेहद स्थिर पाया गया और यह अधिक भार को सहन करने में सक्षम था। यह डिजायर मॉडल मारुति का पहला वाहन है जिसने ग्लोबल एनसीएपी में पांच सितारा रेटिंग हासिल की है, जो भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
दक्षता का प्रदर्शन और सुरक्षा फीचर्स
मारुति सुजुकी के इस नए मॉडल में सुरक्षा को केंद्र में रख कर बेहतरीन फीचर्स जोड़े गए हैं। तीन-पॉइंट बेल्ट्स को सभी सीटिंग पोजीशन में जोड़ा गया है और आई-साइज़ एंकरजेस भी मानक के तौर पर उपलब्ध हैं। टेस्ट के दौरान प्रदर्शित किए गए परिणाम दर्शाते हैं कि डिजायर ने सुरक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयाँ हासिल की हैं। वयस्क डमी ड्राइवर की छाती को सीमांत सुरक्षा और पोल टेस्ट में सिर की सुरक्षा को पूर्ण अंक मिले। साइड इम्पैक्ट टेस्ट में वयस्क यात्रियों को पूर्ण सुरक्षा प्रदान की गई। बच्चों के लिए, 18 महीनों के डमी ने सिर और छाती की पूरी सुरक्षा प्रदर्शित की, हालांकि गर्दन सुरक्षा में सुधार की गुंजाइश है।
असरकारी सुरक्षा मापदंड
यह नई डिजायर भारतीय उपभोक्ताओं के लिए नई संभावनाएं प्रस्तुत करती है। वैश्विक सुरक्षा मानकों के अनुरूप, बच्चों की सुरक्षा के लिए रियरवर्ड-फेसिंग चाइल्ड रेस्ट्रेंट सिस्टम का उपयोग करने की सिफारिश की जाती है। इससे बच्चों की गर्दन सुरक्षा में और सुधार हो सकता है। यह उपलब्धि न केवल मारुति सुजुकी के लिए, बल्कि भारतीय बाजार के लिए भी कई नई संभावनाएं प्रस्तुत करती है। कार का निर्माण और डिजाइन सुरक्षा के उच्चतम मानकों के अनुसार किया गया है, और यह हाल ही में लॉन्च किए गए कई वाहनों की तुलना में बेहतर सुरक्षा प्रदान करने का दावा करती है।
ग्लोबल एनसीएपी और मारुति का प्रयास
ग्लोबल एनसीएपी के #SaferCarsForIndia अभियान के तहत किए गए इन परीक्षणों का यह सुपरिणाम आशाजनक है। हर मॉडल को सुरक्षा के अगले स्तर पर ले जाना मारुति की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो रहा है। यह न केवल कंपनी के लिए बल्कि उपभोक्ताओं के लिए भी एक उत्तम समाचार है। 'Towards Zero Foundation' के कार्यकारी अध्यक्ष डेविड वार्ड ने इस उपलब्धि का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि मारुति आगे भी अपने कई मॉडलों में इसी तरह के प्रदर्शन से भारतीय उपभोक्ताओं की सुरक्षा को एक नई दिशा देगी।
उपभोक्ताओं के लिए सुरक्षा का नया पैमाना
मारुति सुजुकी की नई डिजायर भारतीय उपभोक्ताओं के लिए एक नए सुरक्षा मानक का आगाज़ कर रही है। सुरक्षा की दौड़ में यह कार अब नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है। इसके साथ ही, यह कार न केवल सुरक्षा में बल्कि अपनी डिजाइन, प्रदर्शन और ईंधन दक्षता में भी बाज़ार में धूम मचा रही है। ग्राहकों की सुरक्षा के प्रति यह प्रतिबद्धता मारुति सुजुकी को अन्य प्रतिस्पर्धियों से आगे ले जाने में मदद करेगी। इसके लिए यह नवाचारी उपाय और डिज़ाइन में बदलावों को शामिल कर रही है, जो इसे सही मायनों में भारतीय बाजार के लिए आदर्श विकल्प बनाते हैं।
इस प्रकार, डिजायर ने एक बार फिर से साबित कर दिया है कि गुणवत्ता और सुरक्षा के मामले में समझौता करने की कोई आवश्यकता नहीं है। यह भारतीय ऑटो इंडस्ट्री के लिए नए मानदंड स्थापित कर रही है, जो अंततः उपभोक्ताओं के लिए फायदेमंद साबित होंगे। यह मॉडल मारुति की सुरक्षा के प्रति लगातार प्रयासों का प्रमुख उदाहरण है, जो अब वैश्विक मानकों के अनुरूप हैं।
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