भारत‑मालदीव संबंध – क्या है खास?

अगर आप सोच रहे हैं कि भारत और मालदीव के रिश्ते सिर्फ पर्यटन तक क्यों सीमित हैं, तो ये लेख आपके लिए है. दोनों देशों का इतिहास कई दशक पुराना है और आज भी सुरक्षा, जलवायु बदलाव व आर्थिक मदद में गहरी जुड़ाव दिखाता है.

रणनीतिक महत्व

भारत के दक्षिणी समुद्री सीमा पर मालदीव की जगह रणनीतिक रूप से अहम है. हिंद महासागर में स्थित यह द्वीप देश भारत को एक महत्वपूर्ण रडार पॉइंट देता है. पिछले कुछ सालों में भारतीय नौसेना ने मालदीव के बंदरगाहों में लोजिस्टिक सपोर्ट और समुद्री सुरक्षा अभ्यास किए हैं. इससे समुद्री डकैती, मछली पकड़ने वाले झगड़े और जलमार्ग में होने वाली किसी भी आपात स्थिति से निपटना आसान हो जाता है.

साथ ही, भारत ने मालदीव को मौसम विज्ञान उपकरण, सौर ऊर्जा समाधान और स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए वित्तीय सहायता दी है. ये सब मददें दोनों देशों को समुद्र के किनारे की चुनौतियों का सामना करने में सहारा देती हैं.

आर्थिक व सांस्कृतिक सहयोग

पर्यटन दो देशों की आमदनी का बड़ा हिस्सा बनाता है. हर साल हजारों भारतीय पर्यटक मालदीव के समुद्र तट पर आते हैं, और भारत को भी इससे होटल, रेस्टॉरेंट और ट्रैवल एजेंसियों में फायदा मिलता है. इसके अलावा, भारत ने मालदीव को सस्ती विमानन लिंक देने की कोशिश की है ताकि यात्रा समय कम हो.

आर्थिक मदद के रूप में, भारत ने मालदीव को बुनियादी ढांचा जैसे सड़क, जल आपूर्ति और डिजिटल कनेक्टिविटी के लिए ऋण और अनुदान प्रदान किए हैं. ये प्रोजेक्ट्स स्थानीय लोगों की रोज़मर्रा ज़िन्दगी को आसान बनाते हैं.

संस्कृति में भी दो देशों का जुड़ाव दिखता है. भारतीय फिल्में, संगीत और भोजन मालदीव में लोकप्रिय हैं, जबकि मलदिवियन कला व शिल्प भारत के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में अक्सर प्रदर्शित होते हैं. इस तरह की आदान‑प्रदान दोनों समुदायों को आपस में जोड़ती है.

अभी हाल ही में दो देशों ने जलवायु परिवर्तन पर एक समझौता किया है, जिसमें सौर ऊर्जा प्लांट और समुद्री संरक्षण परियोजनाओं का विस्तार शामिल है. यह कदम दोनों राष्ट्रों की पर्यावरणीय जिम्मेदारी को दर्शाता है.

संक्षेप में कहा जाए तो भारत‑मालदीव संबंध सिर्फ पर्यटन तक सीमित नहीं, बल्कि सुरक्षा, आर्थिक विकास और सांस्कृतिक आदान‑प्रदान के कई पहलुओं पर आधारित हैं. अगर आप इन रिश्तों का गहरा असर देखना चाहते हैं, तो भविष्य में आने वाले समझौते और सहयोगी प्रोजेक्ट्स पर नजर रखें.

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