ग्रेजुएशन के बाद क्या?

डिग्री हाथ में होने पर कई सवाल दिमाग में घूमते हैं: नौकरी ढूंढूँ? आगे की पढ़ाई करूँ? या कुछ नया शुरू करूँ? जवाब एक जैसा नहीं है, लेकिन तय करना आसान बनता है जब हम विकल्पों को साफ़ देखें।

करियर विकल्प

सबसे पहला कदम है अपनी रुचि और मार्केट की जरूरत देखना। अगर आप टेक में आगे बढ़ना चाहते हैं तो सॉफ़्टवेयर डेवलपमेंट, डेटा एनालिटिक्स या साइबर सिक्योरिटी जैसे कोर्स चुन सकते हैं। इनको ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म पर 6‑12 महीने में पूरा किया जा सकता है और शुरुआती नौकरी की संभावनाएं तेज़ी से बढ़ती हैं।

अगर आपका मन बिजनेस या मैनेजमेंट की ओर है तो MBA, PGDM या डिजिटल मार्केटिंग सर्टिफिकेट अच्छा रहेगा। कई कंपनियां इंटर्नशिप के बाद ही फ्रेशर्स को ग्रेजुएट पोजिशन में रख रही हैं, इसलिए इंटर्नशिप को नहीं छोड़ें।

क्लियरेंस जॉब्स, सरकारी सेवाएँ या पुलिस जैसे परामर्शी पदों का भी अपना आकर्षण है। इस रूट पर यूपीएससी, राज्य स्तर के परीक्षा की तैयारी शुरू करें और टाइम टेबल बनाकर पढ़ाई में लगें।

यदि आप अपनी खुद की कंपनी खोलना चाहते हैं तो छोटे-छोटे प्रोजेक्ट से शुरुआत करें। फूड स्टॉल, ई‑कॉमर्स या डिजिटल कंटेंट क्रिएशन जैसे क्षेत्रों में कम निवेश पर जल्दी रिटर्न मिल सकता है। शुरुआती चरण में स्थानीय सरकार के MSME स्कीम का लाभ उठाना समझदारी होगी।

पढ़ाई और स्किल्स

डिग्री के बाद पढ़ाई रोकना जरूरी नहीं। अगर आप अकादमिक रिसर्च या प्रोफेसर बनना चाहते हैं तो मास्टर और PhD को लक्ष्य रखें। विज्ञान, इंजीनियरिंग या सोशल साइंसेज़ में विशेषीकरण आपके भविष्य को मजबूत करेगा।

वैकल्पिक रूप से, सर्टिफिकेट कोर्स जैसे फिनटेक, क्लाउड कंप्यूटिंग या UX/UI डिज़ाइन आपको तुरंत रोजगार दिला सकते हैं। ये कोर्स अक्सर प्रोजेक्ट‑बेस्ड होते हैं, इसलिए सीखते समय हाथ में काम भी बनता है।

भाषा कौशल न भूलें। अंग्रेजी के साथ-साथ हिंदी, स्थानीय भाषा और अगर संभव हो तो कोई विदेशी भाषा सीखना आपके प्रोफ़ाइल को अलग बनाता है। कई कंपनियां दो‑भाषी कर्मचारियों को प्राथमिकता देती हैं।

सॉफ्ट स्किल्स भी उतनी ही जरूरी हैं – टीमवर्क, टाइम मैनेजमेंट और कम्युनिकेशन. इन्हें ऑनलाइन वर्कशॉप या स्थानीय क्लब में भाग लेकर सुधार सकते हैं।

अंत में, एक योजना बनाएं: अगले 6‑12 महीनों में क्या सीखना है, कौन सी नौकरी के लिए आवेदन करना है, और कब अपना प्रोजेक्ट शुरू करना है। छोटी-छोटी माइलस्टोन सेट करने से मोटी लक्ष्य आसान लगते हैं।

ग्रेजुएशन एक मोड़ है, न कि अंतिम मंज़िल. सही दिशा चुनें, निरंतर सीखते रहें, और अपने सपनों को काम में बदलें। आपके पास अभी भी बहुत कुछ करने का समय है – तो आगे बढ़िए और अपना रास्ता बनाइए।

महेश बाबू और नम्रता शिरोडकर ने बेटे गौतम घट्टामनेनी के ग्रेजुएशन का उत्सव मनाया; अभिनेता ने साझा किया हार्दिक संदेश और नया लुक

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तेलुगु अभिनेता महेश बाबू और उनकी पत्नी नम्रता शिरोडकर ने गर्व के साथ अपने बेटे गौतम घट्टामनेनी के ग्रेजुएशन समारोह में भाग लिया। महेश ने तस्वीरें और वीडियो साझा किए और गौतम को उसके सपनों का पीछा करने के लिए प्रोत्साहित किया। नम्रता ने भी हार्दिक संदेश पोस्ट किया और उन्हें खुद पर विश्वास करने की सलाह दी। इस मौके पर उनकी बेटी सितारा भी शामिल हुई।

  • मई, 27 2024
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