ऑटो टैरिफ क्या है और क्यों ज़रूरी है?

जब भारत में कोई कार या बाइक आयात होती है तो सरकार उस पर एक निश्चित दर का टैरीफ लगाती है। इसे ही ऑटो टैरिफ कहा जाता है. यह टैरीफ दो चीज़ें तय करता है – पहला, वाहन की कीमत में कितना बढ़ोतरी होगी और दूसरा, उद्योग के अंदर कितनी प्रतिस्पर्धा बनी रहेगी.

ऑटो टैरिफ सिर्फ कर नहीं, बल्कि एक नीति उपकरण है. इससे सरकार राजस्व जुटाती है, साथ ही घरेलू उत्पादन को प्रोत्साहित करने का लक्ष्य भी रखती है. जब टैरीफ हाई होता है तो आयातित कारें महँगी पड़ती हैं और लोग भारतीय निर्माताओं की ओर झुके रहते हैं.

ऑटो टैरिफ के मुख्य बिंदु

1️⃣ **श्रेणी अनुसार दर** – छोटे गाड़ियों, बड़े SUV, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स आदि पर अलग‑अलग टैरीफ लगते हैं. उदाहरण के तौर पर, इलेक्ट्रिक कारों पर अक्सर कम या शून्य टैरीफ दिया जाता है ताकि पर्यावरण‑मित्र तकनीक को बढ़ावा मिले.

2️⃣ **FTA और WTO प्रभाव** – भारत ने कई देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौते (FTA) किए हैं. इन समझौतों में ऑटो टैरिफ कम या हटाने की शर्तें शामिल होती हैं, जिससे आयातित कारों पर टैरीफ घटता है.

3️⃣ **उद्योग की प्रतिक्रिया** – जब सरकार टैरीफ बढ़ाती है तो स्थानीय निर्माताओं को नई मॉडल लॉन्च करने का प्रोत्साहन मिलता है. वहीं आयातकों को कीमतें तय करने में मुश्किल होती है, जिससे उनकी मार्जिन कम हो जाती है.

हाल की खबरें और आपके लिए असर

पिछले हफ्ते वित्त मंत्रालय ने बताया कि 2025‑26 बजट में ऑटो टैरीफ पर पुनर्विचार होगा. उनका मकसद इलेक्ट्रिक वाहनों को तेज़ी से अपनाना है, इसलिए कुछ हाई‑माइलेज कारों की दर घटाई जा रही है.

एक और अपडेट में कहा गया कि मालदीव के साथ नया द्विपक्षीय समझौता हुआ है, जिससे भारत से आयातित सिडी वॉटरक्राफ्ट पर टैरीफ कम होगा. यह छोटे पर्यटन व्यवसायियों को फायदा देगा.

अगर आप कार खरीदने का सोच रहे हैं तो इन बदलावों को ध्यान में रखें. हाई‑टैरीफ वाले मॉडलों की कीमतें 10‑15 प्रतिशत तक बढ़ सकती हैं, जबकि लो‑टैरीफ मॉडल सस्ते हो सकते हैं.

उद्योग विशेषज्ञ कहते हैं कि अगले दो साल में इलेक्ट्रिक कारों पर टैरीफ शून्य होने की संभावना है. इसका मतलब है कि आप अब भी एक मोटरबाइक या छोटी हाइब्रिड कार को किफायती दाम पर ले सकेंगे.

सारांश: ऑटो टैरिफ सिर्फ एक कर नहीं, बल्कि आर्थिक नीति का हिस्सा है जो भारतीय उपभोक्ता और निर्माताओं दोनों को सीधे असर करता है. नई खबरें और सरकार के फैसले लगातार इस दर में बदलाव लाते रहते हैं, इसलिए अपडेट रहना जरूरी है.

ट्रम्प के 25% ऑटो टैरिफ ने वाहन क्षेत्र में हलचल मचाई; टाटा मोटर्स के शेयर 6% गिरे

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डोनाल्ड ट्रम्प ने 25% टैरिफ लगाए हैं जो वाहन सेक्टर में गहरी संकट उपज रहा है। टाटा मोटर्स के शेयर 6-7% गिरे क्योंकि जेएलआर की अमेरिकी बाजार पर भारी निर्भरता है। निफ्टी ऑटो इंडेक्स भी प्रभावित हुआ। यह टैरिफ आपूर्ति श्रृंखला को बाधित कर सकता है और उपभोक्ता कीमतें बढ़ा सकता है।

  • मार्च, 28 2025
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