टी20 वर्ल्ड कप से पहले सूर्यकुमार यादव और शुभमन गिल की खराब फॉर्म पर अश्विन ने उठाए सवाल
टी20 वर्ल्ड कप 2025 के दो महीने बाकी हैं, लेकिन भारतीय टीम की टॉप ऑर्डर की फॉर्म एक बड़ी चिंता का विषय बन गई है। कप्तान सूर्यकुमार यादव और उपकप्तान शुभमन गिल दोनों लगातार असफल रहे हैं — और इस बार उनकी गिरावट को कोई नजरअंदाज नहीं कर सकता। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच चल रही पांच मैचों की श्रृंखला में भारत 2-1 से आगे है, लेकिन इस जीत के पीछे एक बड़ा सवाल छिपा है: जब टीम को जीतने के लिए सबसे ज्यादा रन चाहिए, तो क्या ये दोनों बल्लेबाज अब भी उस जिम्मेदारी को निभा सकते हैं?
फॉर्म का डर, नेतृत्व का बोझ
तीसरे टी20 मैच में शुभमन गिल ने 28 गेंदों में 28 रन बनाए — एक अच्छा स्ट्राइक रेट, लेकिन उपकप्तान के तौर पर इतना कम स्कोर बहुत ज्यादा खतरनाक है। उनके साथ सूर्यकुमार यादव ने उसी मैच में 11 गेंदों में केवल 12 रन बनाए। ये बस एक मैच की बात नहीं। इस साल 18 पारियों में सूर्यकुमार का औसत 14 के करीब है, और उनका सबसे बड़ा स्कोर भी 47 ही रहा। शुभमन ने 15 मैचों में 291 रन बनाए, लेकिन एक अर्धशतक भी नहीं। ये आंकड़े बस रनों की बात नहीं करते — ये विश्वास की कमी की बात कर रहे हैं।
और यही बात टीम मैनेजमेंट के लिए और भी जटिल बना देती है। शुभमन गिल टेस्ट और वनडे टीम के कप्तान हैं, जबकि सूर्यकुमार टी20 में अपनी नेतृत्व क्षमता का जायजा ले चुके हैं। उनकी कप्तानी में भारत ने एशिया कप 2025 जीता है, और एक भी टी20 सीरीज नहीं हारी। लेकिन अब ये नेतृत्व का बोझ बर्बरता बन गया है। जब आप टीम के दो नेताओं को एक साथ असफल देखते हैं, तो ये सवाल अपने आप उठता है — क्या नेतृत्व के नाम पर फॉर्म को बर्बाद कर दिया जा रहा है?
अश्विन की आवाज: "उपकप्तान को ड्रॉप करना सही नहीं, लेकिन समय देना भी जरूरी"
यहां आते हैं रविचंद्रन अश्विन। उनकी यूट्यूब शो 'ऐश की बात' में उन्होंने एक ऐसी बात कही जो टीम मैनेजमेंट के लिए बहुत ज्यादा दर्द देती है: "अगर आपने ये फैसला ले लिया है कि शुभमन उपकप्तान हैं, तो आप उन्हें सीरीज के बीच में ड्रॉप नहीं कर सकते।" ये बात बिल्कुल सही है। लेकिन अश्विन ने आगे कहा — और यही बात सबसे ज्यादा चिंता का विषय है — "अगर वो 5 मैचों में प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं, तो फिर फैसला लिया जाना चाहिए।"
अश्विन का मतलब स्पष्ट है: नेतृत्व के नाम पर कोई भी खिलाड़ी अपनी फॉर्म को बर्बाद नहीं कर सकता। टीम के लिए ये एक बड़ा ट्रेडऑफ है — क्या आप एक नेता को उसकी असफलता के बावजूद बरकरार रखेंगे, या फिर टीम के भविष्य को उसके बजाय एक अच्छे फॉर्म में बल्लेबाज को देंगे? अश्विन ने एक और बात जोड़ी: "अगर आप सैमसन को लाना चाहते हैं, तो उपकप्तान को ड्रॉप करना भी लाजमी होगा।" ये बात बहुत गहरी है। ये बताती है कि टीम मैनेजमेंट अब निर्णय लेने के लिए तैयार होना चाहिए।
अभिषेक शर्मा का बचाव: "दोनों बड़े मैच जिताने की क्षमता रखते हैं"
लेकिन यहां एक और आवाज भी है — अभिषेक शर्मा। धर्मशाला में उन्होंने एक तेज पारी खेलकर भारत को जीत दिलाई, और फिर बोले: "दोनों खिलाड़ी बड़े मैच जिताने की क्षमता रखते हैं।" ये बात भी सही है। शुभमन गिल ने आईपीएल 2025 में गुजरात टाइटंस को प्लेऑफ तक पहुंचाया, और सूर्यकुमार ने टी20 में कप्तानी करते हुए भारत को एक अजेय टीम बना दिया है। ये लोग अभी भी अपने आप को बड़े मैचों में दिखा सकते हैं। लेकिन यही समस्या है — वो अभी तक कोई बड़ा मैच नहीं जीत पाए।
फॉर्म की बात करें तो अभिषेक शर्मा अब भारतीय टीम के लिए एक बहुत बड़ा ऑप्शन है। उनकी बल्लेबाजी का स्टाइल टी20 के लिए बिल्कुल परफेक्ट है। अगर टीम मैनेजमेंट अभी तक अपनी बेस्ट 11 नहीं बना पाई है, तो शायद इसका कारण यही है — वो अभी तक फैसला नहीं ले पाए कि क्या वो अपने नेताओं को विश्वास देना जारी रखें, या फिर उनकी जगह अभिषेक जैसे खिलाड़ियों को दें।
अगला मैच, अगला फैसला
अगला मैच 17 दिसंबर 2025 को लखनऊ में खेला जाएगा। उसके बाद दो मैच और हैं — ये तीन मैच टी20 वर्ल्ड कप के लिए एक अंतिम ट्रायल हैं। टीम मैनेजमेंट के लिए अब ये तीन मैच बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण हैं। क्योंकि अगर शुभमन और सूर्यकुमार इनमें भी असफल रहे, तो फिर टीम को एक नया नेतृत्व ढूंढना होगा।
और यहां एक और बात है — अगर टीम मैनेजमेंट इन दोनों को बरकरार रखता है, तो उन्हें इनके साथ एक नया रणनीति बनानी होगी। शायद शुभमन को ओपनिंग में नहीं, बल्कि नंबर 3 पर उतारना चाहिए। और सूर्यकुमार को एक ऐसी भूमिका देनी चाहिए जहां वो बल्लेबाजी के बजाय नेतृत्व पर ध्यान केंद्रित कर सकें।
टीम का भविष्य, एक असहज निर्णय
भारतीय क्रिकेट टीम के लिए ये एक असहज समय है। आप एक ऐसे नेता को ड्रॉप नहीं कर सकते, जिसने आपको एशिया कप जिताया है। लेकिन आप एक ऐसी टीम को भी नहीं रख सकते, जिसकी टॉप ऑर्डर खाली है। टीम मैनेजमेंट के पास अब दो विकल्प हैं — या तो विश्वास जारी रखें, या फिर बदलाव करें।
लेकिन एक बात तो बिल्कुल स्पष्ट है — दो महीने बाकी हैं। और टीम को अब तक अपनी बेस्ट 11 नहीं बनाई है। ये बात खुद में एक चेतावनी है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
शुभमन गिल को टी20 टीम से हटाना संभव है?
हां, संभव है, लेकिन बहुत मुश्किल। शुभमन टेस्ट और वनडे टीम के कप्तान हैं, और टी20 में उपकप्तान होने के कारण उन्हें ड्रॉप करना टीम के नेतृत्व संरचना को कमजोर कर देगा। लेकिन अगर वो अगले तीन मैचों में भी 30 रन से कम बनाते हैं, तो टीम मैनेजमेंट को अभिषेक शर्मा या संजू सैमसन को उपकप्तान बनाना पड़ सकता है।
सूर्यकुमार यादव की कप्तानी अभी भी विश्वसनीय है?
हां, लेकिन केवल नेतृत्व के तौर पर। उनकी कप्तानी में भारत ने एशिया कप जीता है और एक भी टी20 सीरीज नहीं हारी। लेकिन उनकी बल्लेबाजी का औसत 14 होना एक बड़ी समस्या है। अगर वो बल्लेबाजी में असफल रहे, तो उनकी कप्तानी का असर भी कमजोर हो जाएगा। टीम को उनके लिए एक अलग भूमिका तैयार करनी होगी।
अश्विन के बयान का क्या मतलब है?
अश्विन का मतलब है कि टीम मैनेजमेंट ने शुभमन को उपकप्तान बनाया है — इसलिए उन्हें अचानक ड्रॉप नहीं किया जा सकता। लेकिन अगर उनका प्रदर्शन नहीं सुधरा, तो फिर नया फैसला लेना होगा। ये एक स्पष्ट चेतावनी है कि नेतृत्व के नाम पर फॉर्म को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
टीम मैनेजमेंट को क्या करना चाहिए?
टीम मैनेजमेंट को अगले तीन मैचों में शुभमन और सूर्यकुमार को एक नई भूमिका देनी चाहिए — शुभमन को नंबर 3 पर उतारें, और सूर्यकुमार को बल्लेबाजी के बजाय नेतृत्व पर ध्यान देने का मौका दें। अगर फॉर्म नहीं सुधरी, तो अभिषेक शर्मा या संजू सैमसन को टीम में शामिल करना जरूरी होगा।
क्या टी20 वर्ल्ड कप में टीम का गठन बदल जाएगा?
अगर अगले तीन मैचों में शुभमन और सूर्यकुमार अच्छा प्रदर्शन नहीं करते, तो टीम मैनेजमेंट को बदलाव करना होगा। अभिषेक शर्मा और संजू सैमसन दोनों विकल्प हैं। टीम को अब तक बेस्ट 11 नहीं बनाई है — ये बहुत खतरनाक है। टी20 वर्ल्ड कप में बदलाव करना अभी भी संभव है, लेकिन देर हो चुकी है।