Unicommerce IPO: पहले ही दिन 10 गुना ओवरसब्सक्राइब, जानिए पूरी खबर
Unicommerce के IPO को भारी प्रतिक्रिया
ई-कॉमर्स सहायक सॉफ्टवेयर-ए- सर्विस (SaaS) स्टार्टअप Unicommerce के प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) को निवेशकों ने जोरदार प्रतिक्रिया दी है। पहले ही दिन यह IPO 2.43 गुना ओवरसब्सक्राइब हो गया। कुल मिलाकर 3.42 करोड़ शेयरों के लिए बोली दी गई, जबकि ऑफर में केवल 1.4 करोड़ शेयर ही थे।
रिटेल निवेशकों का उत्साह
रिटेल निवेशकों ने इस IPO को लेकर जबरदस्त उत्साह दिखाया और अपने हिस्से को लगभग 10 गुना ओवरसब्सक्राइब किया। यह आंकड़ा 25.6 लाख शेयरों के मुकाबले 2.55 करोड़ शेयरों का है। इसके अलावा, गैर-संस्थागत निवेशकों (NIIs) ने भी अच्छे खासे ऑर्डर्स डाले। उन्होंने 38.41 लाख शेयरों के हिस्से के मुकाबले 86.87 लाख शेयरों के लिए बोली लगाई, जिससे यह हिस्सा 2.26 गुना ओवरसब्सक्राइब हुआ।
हालांकि, योग्य संस्थागत खरीदारों (QIBs) का रिस्पॉन्स सबसे कम रहा, जहां 76.82 लाख शेयरों के मुकाबले केवल 21.25 हजार शेयर ही सब्सक्राइब हुए।
Unicommerce का निवेश
IPO के खुलने से पहले ही Unicommerce ने अपने 14 एंकर निवेशकों से 124.4 करोड़ रुपये जुटाए थे। IPO एक बिक्री प्रस्ताव (OFS) है जिसमें AceVector Ltd (पूर्व में Snapdeal) और SoftBank क्रमशः 94.38 लाख और 1.61 करोड़ इक्विटी शेयर बेच रही है। शेयर की कीमत का बैंड 102-108 रुपये प्रति इक्विटी शेयर तय किया गया है और IPO का मकसद ऊपरी कीमत पर 276.5 करोड़ रुपये जुटाना है।
Unicommerce के प्रदर्शन
2012 में स्थापित, Unicommerce भारत में सबसे बड़ा ई-कॉमर्स सक्षम SaaS प्लेटफार्म है। इसका प्रमुख ग्राहकों की एक लंबी सूची है जिसमें Lenskart, Fabindia, Zivame, TCNS, Mamaearth, Emami, Sugar, BoAt, Portronics, Pharmeasy, GNC, Cello, Urban Company, Mensa, Shiprocket, Xpressbees व अन्य शामिल हैं।
कंपनी का शुद्ध लाभ FY24 में दोगुने से अधिक होकर 13.1 करोड़ रुपये हो गया जो पिछले वर्ष 6.5 करोड़ रुपये था। वहीं, संचालन से हुई आय 15% बढ़कर 103.58 करोड़ रुपये हो गई।
ब्रोकिंग हाउसेज की राय
ब्रोकिंग हाउसेज ने इस IPO को 'सब्सक्राइब' रेटिंग दी है, जबकि उन्होंने कुछ संभावित जोखिम भी बताए हैं जैसे कि प्रतिस्पर्धात्मक दबाव और संचालन संबंधी निर्भरता। IPO के बाद Unicommerce के शेयर BSE और NSE पर सूचीबद्ध होंगे।
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