Unicommerce IPO: पहले ही दिन 10 गुना ओवरसब्सक्राइब, जानिए पूरी खबर

Unicommerce IPO: पहले ही दिन 10 गुना ओवरसब्सक्राइब, जानिए पूरी खबर
  • अग॰, 7 2024

Unicommerce के IPO को भारी प्रतिक्रिया

ई-कॉमर्स सहायक सॉफ्टवेयर-ए- सर्विस (SaaS) स्टार्टअप Unicommerce के प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) को निवेशकों ने जोरदार प्रतिक्रिया दी है। पहले ही दिन यह IPO 2.43 गुना ओवरसब्सक्राइब हो गया। कुल मिलाकर 3.42 करोड़ शेयरों के लिए बोली दी गई, जबकि ऑफर में केवल 1.4 करोड़ शेयर ही थे।

रिटेल निवेशकों का उत्साह

रिटेल निवेशकों ने इस IPO को लेकर जबरदस्त उत्साह दिखाया और अपने हिस्से को लगभग 10 गुना ओवरसब्सक्राइब किया। यह आंकड़ा 25.6 लाख शेयरों के मुकाबले 2.55 करोड़ शेयरों का है। इसके अलावा, गैर-संस्थागत निवेशकों (NIIs) ने भी अच्छे खासे ऑर्डर्स डाले। उन्होंने 38.41 लाख शेयरों के हिस्से के मुकाबले 86.87 लाख शेयरों के लिए बोली लगाई, जिससे यह हिस्सा 2.26 गुना ओवरसब्सक्राइब हुआ।

हालांकि, योग्य संस्थागत खरीदारों (QIBs) का रिस्पॉन्स सबसे कम रहा, जहां 76.82 लाख शेयरों के मुकाबले केवल 21.25 हजार शेयर ही सब्सक्राइब हुए।

Unicommerce का निवेश

Unicommerce का निवेश

IPO के खुलने से पहले ही Unicommerce ने अपने 14 एंकर निवेशकों से 124.4 करोड़ रुपये जुटाए थे। IPO एक बिक्री प्रस्ताव (OFS) है जिसमें AceVector Ltd (पूर्व में Snapdeal) और SoftBank क्रमशः 94.38 लाख और 1.61 करोड़ इक्विटी शेयर बेच रही है। शेयर की कीमत का बैंड 102-108 रुपये प्रति इक्विटी शेयर तय किया गया है और IPO का मकसद ऊपरी कीमत पर 276.5 करोड़ रुपये जुटाना है।

Unicommerce के प्रदर्शन

2012 में स्थापित, Unicommerce भारत में सबसे बड़ा ई-कॉमर्स सक्षम SaaS प्लेटफार्म है। इसका प्रमुख ग्राहकों की एक लंबी सूची है जिसमें Lenskart, Fabindia, Zivame, TCNS, Mamaearth, Emami, Sugar, BoAt, Portronics, Pharmeasy, GNC, Cello, Urban Company, Mensa, Shiprocket, Xpressbees व अन्य शामिल हैं।

कंपनी का शुद्ध लाभ FY24 में दोगुने से अधिक होकर 13.1 करोड़ रुपये हो गया जो पिछले वर्ष 6.5 करोड़ रुपये था। वहीं, संचालन से हुई आय 15% बढ़कर 103.58 करोड़ रुपये हो गई।

ब्रोकिंग हाउसेज की राय

ब्रोकिंग हाउसेज की राय

ब्रोकिंग हाउसेज ने इस IPO को 'सब्सक्राइब' रेटिंग दी है, जबकि उन्होंने कुछ संभावित जोखिम भी बताए हैं जैसे कि प्रतिस्पर्धात्मक दबाव और संचालन संबंधी निर्भरता। IPO के बाद Unicommerce के शेयर BSE और NSE पर सूचीबद्ध होंगे।

16 टिप्पणि
  • Srinivas Goteti
    Srinivas Goteti अगस्त 8, 2024 AT 10:01
    IPO में retail investors का इतना जोरदार सपोर्ट देखकर अच्छा लगा। अब देखना होगा कि बाजार में शेयर कैसे परफॉर्म करता है।
  • Rin In
    Rin In अगस्त 9, 2024 AT 18:54
    ये तो बहुत बड़ी बात है!! इतना ओवरसब्सक्राइब?? वाह वाह वाह!!! अब तो Unicommerce का नाम भारत के टेक स्टार्टअप्स की लिस्ट में टॉप पर हो गया!! 😍🚀
  • michel john
    michel john अगस्त 10, 2024 AT 21:55
    QIBs ने क्यों नहीं खरीदा?? ये सब एक नियोजित चाल है!! वो जानते हैं कि ये IPO फेल होने वाला है!! और फिर वो शेयर घर घर ले जाएंगे!! ये सब बड़े बैंकों और फंड्स की साजिश है!!
  • shagunthala ravi
    shagunthala ravi अगस्त 12, 2024 AT 17:55
    इतनी जल्दी इतना सफल होना अच्छी बात है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि ये लंबे समय तक चलेगा। अच्छी कंपनी बनने के लिए बस IPO का ड्रामा काफी नहीं होता। धैर्य रखें, गुणवत्ता देखें।
  • Urvashi Dutta
    Urvashi Dutta अगस्त 13, 2024 AT 09:42
    Unicommerce के ग्राहकों की सूची देखकर लगता है कि ये सिर्फ एक सॉफ्टवेयर कंपनी नहीं, बल्कि भारतीय ई-कॉमर्स इकोसिस्टम का एक अहम हिस्सा है। Lenskart, Mamaearth, Pharmeasy - ये सब जिनके लिए ये प्लेटफॉर्म जीवनरेखा है, उनके लिए ये IPO एक बड़ा विश्वास का संकेत है। ये तो बस शेयरों की बात नहीं, बल्कि एक डिजिटल इंडिया की कहानी है।
  • Rahul Alandkar
    Rahul Alandkar अगस्त 13, 2024 AT 20:44
    QIBs का रिस्पॉन्स कम होना अजीब नहीं है। अगर एक कंपनी का बिजनेस मॉडल बहुत ज्यादा एक्सपेंसिव है और उसका ग्रोथ अभी तक नहीं आया है, तो बड़े फंड्स बचकर रहते हैं। ये निवेश अभी तो बस एक भावना है।
  • Jai Ram
    Jai Ram अगस्त 15, 2024 AT 06:55
    FY24 में शुद्ध लाभ दोगुना हो गया? वाह! ये तो बहुत अच्छा है। और ऑपरेशनल इनकम में 15% ग्रोथ? अगर ये ट्रेंड बना रहा तो ये IPO बहुत स्मार्ट इन्वेस्टमेंट है। 🤝
  • Vishal Kalawatia
    Vishal Kalawatia अगस्त 17, 2024 AT 01:29
    अरे भाई, ये सब तो बस ब्रांडिंग है। जिन्होंने Snapdeal खरीदा था, वो अब इसे बेच रहे हैं? ये तो चार्ज बाजार है! और SoftBank? वो तो हर चीज में लग जाता है फिर भाग जाता है। ये IPO बस एक बड़ा धोखा है।
  • Kirandeep Bhullar
    Kirandeep Bhullar अगस्त 17, 2024 AT 06:19
    कंपनी का लाभ दोगुना हुआ? शायद उन्होंने खर्च कम किया है, न कि आय बढ़ाई। और QIBs का निकल जाना? वो जानते हैं कि ये लाभ टेम्पोररी है। ये IPO एक बड़ा बुलिश ट्रैप है।
  • DIVYA JAGADISH
    DIVYA JAGADISH अगस्त 18, 2024 AT 10:07
    अच्छा रिजल्ट। बस देखते हैं।
  • Amal Kiran
    Amal Kiran अगस्त 19, 2024 AT 14:55
    इतना ओवरसब्सक्राइब? ये तो बस भीड़ का जुनून है। जब तक ये कंपनी अपने ऑपरेशनल कॉस्ट्स को कंट्रोल नहीं करती, ये सब बकवास है।
  • abhinav anand
    abhinav anand अगस्त 20, 2024 AT 01:08
    अगर ये इतना ओवरसब्सक्राइब हो गया, तो शायद ये IPO बहुत जल्दी बढ़ जाएगा। लेकिन अगर बाजार में शेयर अच्छा नहीं चलेगा, तो retail investors को बहुत नुकसान हो सकता है।
  • Rinku Kumar
    Rinku Kumar अगस्त 21, 2024 AT 14:00
    Ohhhhh... तो अब हम भी टेक स्टार्टअप्स के IPO में जुनून लगाने लगे हैं? वाह वाह भारत! जब तक आपका बिजनेस मॉडल नहीं बदलता, ये सब बस एक बड़ा ड्रामा है। 😌
  • Pramod Lodha
    Pramod Lodha अगस्त 22, 2024 AT 20:44
    ये तो बहुत अच्छी खबर है! भारत के स्टार्टअप्स अब दुनिया के सामने आ रहे हैं। इसके बाद और भी कंपनियां आएंगी। बस थोड़ा धैर्य रखें और लंबे समय के लिए देखें।
  • Neha Kulkarni
    Neha Kulkarni अगस्त 24, 2024 AT 00:41
    Unicommerce का एक्सपेंशन एक स्ट्रैटेजिक इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के रूप में देखा जा सकता है - इसका वैल्यू प्रोपोजिशन एक एक्सपोनेंशियल ग्रोथ फैक्टर के साथ स्केलेबिलिटी को फैक्टर करता है। अगर ये ऑपरेशनल एफिशिएंसी बनाए रखता है, तो ये एक बहुत बड़ा एक्सिट पॉटेंशियल है।
  • Sini Balachandran
    Sini Balachandran अगस्त 24, 2024 AT 07:30
    क्या हम वाकई ये सोचते हैं कि एक सॉफ्टवेयर कंपनी जो दूसरों के बिजनेस को रन करती है, वो अपने आप में एक वैल्यू जनरेट करती है? या ये बस एक टूल है? जब तक हम इसकी असली डिमांड नहीं समझते, ये सब बस एक बड़ा भावनात्मक फैसला है।
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