2024-25 UEFA Champions League: मोनाको ने बार्सिलोना को 2-1 से हराया, यमल का ऐतिहासिक गोल भी नहीं बचा सका
यूईएफए चैंपियंस लीग में मोनाको की चमकती रात
2024-25 की यूईएफए चैंपियंस लीग के अन्तर्गत एक दिलचस्प मुकाबला हुआ जिसमें मोनाको ने बार्सिलोना को 2-1 से हराकर सबको चौंका दिया। बार्सिलोना, जिसने अपने नए कोच हांसी फ्लिक के अंतर्गत इस सीजन में पहली हार का सामना किया, इस मैच में गंभीर चुनौतियों से गुजरना पड़ा।
इस मैच के पहले ही मिनिट से रोमांच की शुरुआत हो गई। मोनाको की टीम ने तेज शुरुआत की और उनका मुख्य उद्देश्य मैदान पर पकड़ बनाना था। बार्सिलोना की टीम हमेशा की तरह परिश्रमी और मजबूत दिखाई दी, लेकिन 10वें मिनट में विशाल मोड़ आया जब बार्सिलोना के एरिक गार्सिया को रेड कार्ड दिखाया गया। यह बार्सिलोना की यूईएफए चैंपियंस लीग मैचों के इतिहास में सबसे जल्दी दी गई रेड कार्ड थी।
लामीने यमल का विशेष रिकॉर्ड
इस मैच में एक खास क्षण तब आया जब बार्सिलोना के 17 वर्षीय नवोदित कलाकार लामीने यमल ने अपना पहला यूईएफए चैंपियंस लीग गोल किया। 20 यार्ड की दूरी से उन्होंने शानदार गोल किया जिसने बार्सिलोना के फैन्स का दिल जीत लिया। यह गोल तब आया जब बार्सिलोना एक खिलाड़ी की कमी से जूझ रही थी, और इसने मैच में सभी को हैरान कर दिया।
हालांकि, लामीने यमल के इस ऐतिहासिक गोल के बावजूद, मोनाको टीम का दबदबा जारी रहा। खेल का पहला गोल मोनाको के मैग्नेस अक्लिओचे ने एरिक गार्सिया की रेड कार्ड के कुछ समय बाद ही कर दिया। इसके बाद, गेम के 71वें मिनट में मॉनाको के जॉर्ज इलेंखिना ने निर्णायक गोल किया। इस गोल ने मोनाको को विजयी बनाया और इलेंखिना को मोनाको के लिए सबसे कम उम्र का यूसीएल गोल स्कोरर बनने का गौरव दिलाया।
कोच हांसी फ्लिक का रिकॉर्ड
बार्सिलोना के नए कोच हांसी फ्लिक के नेतृत्व में यह पहली हार थी, जिन्होंने इससे पहले अपने कोचिंग करियर में शानदार प्रदर्शन किया था। उनकी जीत का प्रतिशत 89% था जब उन्होंने 2019 से 2021 तक बायर्न म्यूनिख के लिए 18 मैचों में से 16 मैच जीते थे। लेकिन इस मैच में बार्सिलोना के पास खिलाड़ी की कमी होने के कारण सब कुछ मुश्किल हो गया।
महत्वपूर्ण आंकड़े और रिकॉर्ड
इस मैच से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण आंकड़े भी हैं। मोनाको ने अपने पिछले सात घरेलू चैंपियंस लीग मैच हारे थे, जबकि बार्सिलोना ने अपने 28 सीजन में से 20 सीजन के प्रारंभिक चैंपियंस लीग मैच जीते थे। इसलिए, इस मैच ने मोनाको के लिए एक नई शुरुआत और अत्यधिक आत्मविश्वास का संकेत दिया।
आखिर में, यह मैच मोनाको और बार्सिलोना दोनों टीमों के लिए एक महत्वपूर्ण सबक और अनुभव साबित हुआ। मोनाको की टीम ने साबित किया कि वे अपनी ताकत और टीम के सामूहिक प्रयास से किसी भी बाधा को पार कर सकते हैं। वही बार्सिलोना ने इस बात का अहसास किया कि कोई भी चैंपियंस लीग मैच आसान नहीं होता, विशेषकर जब टीम खिलाड़ियों की कमी से जूझ रही हो।
यह मैच फैंस के लिए रोमांच और असमंजस से भरा रहा, और यह यकीनन 2024-25 यूईएफए चैंपियंस लीग के सबसे यादगार मैचों में से एक बन जाएगा।
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