इंग्लैंड की कप्तान नट स्कीवर‑ब्रंट ने केट क्रॉस को वर्ल्ड कप से बाहर कर दिया: "कड़वा लेकिन सकारात्मक"

इंग्लैंड की कप्तान नट स्कीवर‑ब्रंट ने केट क्रॉस को वर्ल्ड कप से बाहर कर दिया: "कड़वा लेकिन सकारात्मक"
  • सित॰, 26 2025

इंग्लैंड महिला क्रिकेट टीम ने 30 सितंबर से शुरू होने वाले विश्व कप के लिए 15 खिलाड़ी वाली स्क्वाड घोशी है। इस सूची में से अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ केट क्रॉस का नाम नहीं है, जो 75 ODI मैचों में 100 विकेट लेकर खेली है। यही नहीं, वह हाल ही में अपने करियर की 100वीं विकेट भी ले चुकी थी। उसकी अनुपस्थिति कई लोगों को चौंका गई, पर टीम चयनकर्ता उपस्थिति को सबंधित शर्तों के हिसाब से तय कर रहे हैं।

क्यों चुनी गई अतिरिक्त स्पिनर?

वर्ल्ड कप का पहला चरण भारत और श्रीलंका में खेला जाएगा, जहाँ पिच आमतौर पर धीमी और घिसी हुई रहती है। ऐसी पिचों पर स्पिनर की भूमिका बड़ी होती है, इसलिए चयन समिति ने चार स्पिनर – सारा ग्लेन, लिंसी स्मिथ, चार्ली डीन और सोफ़ी इकलेस्टोन – को शामिल किया। इस निर्णय के पीछे कोच चार्लोट एडवर्ड्स की रूख भी है, जो टैलेंट पाईपलाइन को गहराई तक देखना चाहती हैं। इस तरह के बदलाव ने टीम को भविष्य‑उन्मुख बनाया, पर इसके साथ ही कुछ सीनियर खिलाड़ियों को बाहर भी करना पड़ा।

कप्तान का दृष्टिकोण और टीम का मनोबल

नट स्कीवर‑ब्रंट ने सार्वजनिक तौर पर कहा, "कड़वा तो है, पर यह हमारे समूह की मजबूती का संकेत है।" वह खुद चयन समिति में नहीं हैं, पर उन्होंने बताया कि उन्होंने निजी तौर पर केट क्रॉस को संदेश भेजा। "पहले तो वह चौंक गई थीं, लेकिन अब वह धीरे‑धीरे इस नई स्थिति को समझ रही हैं," उन्होंने कहा। कप्तान ने यह भी कहा कि टीम के पास हर बार कठिन निर्णय लेने की क्षमता होनी चाहिए, क्योंकि यही टीम को सच्चे प्रतिस्पर्धी बनाता है।

केट क्रॉस ने अपने "नो बॉल्स" पोडकास्ट में इस फैसले को "सैवेज" बताया और कहा कि वह "काफी बीमार" महसूस कर रही हैं। "ऐसा लगता है कि मैंने पर्याप्त प्रदर्शन नहीं किया, लेकिन मेरे कोच ने हमेशा मेरा भरोसा किया," उन्होंने कहा। इस निराशा के बावजूद, कई सहखिलाड़ी और कोचिंग स्टाफ ने उसकी सहायता का वादा किया है।

टिम में बाकी खिलाड़ी भी इस बदलाव से प्रभावित हैं। स्कीवर‑ब्रंट ने बताया कि टीम ने इस निर्णय को एक संकेत के रूप में लिया है: अब टीम के हाथ में अधिक विकल्प हैं, इसलिए किसी भी खिलाड़ी को जगह से बाहर नहीं निकाला जा सकता। वह कहना चाहती थीं कि "जितना अधिक विकल्प, उतनी ही टीम मजबूत।"

वर्ल्ड कप में इंग्लैंड का पहला मैच 3 अक्टूबर को गौहाटी में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होगा। स्क्वाड में निम्नलिखित खिलाड़ी शामिल हैं:

  • नट स्कीवर‑ब्रंट (कप्तान)
  • टॅमी बॉटन (उप‑कप्तान)
  • एमिली आर्लॉट
  • लोरेन बेल
  • ऐलिस कैप्से
  • चार्ली डीन
  • सोफ़ी डंकलि
  • सोफ़ी इकलेस्टोन
  • लोरेन फ़ाइलर
  • सारा ग्लेन
  • एमी जोन्स
  • हीदर नाइट
  • एमा लैम्ब
  • लिंसी स्मिथ
  • डैनी वायट‑हॉज

सभी खिलाड़ी अब अपने आप को फिट करने, फॉर्म में आने और टीम की रणनीति के अनुसार विभिन्न भूमिकाएँ निभाने के लिए तैयार कर रहे हैं। स्कीवर‑ब्रंट ने भी कहा कि वह अपने एचिल्स समस्या से निपट रही हैं, शरीर अच्छा महसूस कर रहा है और वह बैट और बॉल दोनों से योगदान देना चाहती हैं। उनका लक्ष्य टीम को पाँचवीं विश्व कप जीत की ओर ले जाना है।

7 टिप्पणि
  • Amal Kiran
    Amal Kiran सितंबर 27, 2025 AT 16:57

    ये फैसला बिल्कुल बेकार है। केट क्रॉस ने तो 100 विकेट लिए हैं, और अब बाहर? ये टीम तो बस ट्रेंड्स के पीछे भाग रही है, असली क्रिकेट नहीं।

  • abhinav anand
    abhinav anand सितंबर 29, 2025 AT 08:46

    मुझे लगता है कि ये फैसला सिर्फ टीम के लिए बेहतर है। पिच धीमी है, स्पिनर्स की जरूरत है, और नई टैलेंट को मौका देना जरूरी है। केट क्रॉस का योगदान अनमोल है, लेकिन क्रिकेट अब टीम का खेल है।

  • Rinku Kumar
    Rinku Kumar सितंबर 29, 2025 AT 12:17

    अरे भाई, ये टीम चयन कमेटी तो अब एक फिल्म बना रही है - 'द रिस्क ऑफ ट्रेंड'। केट क्रॉस को बाहर करके चार स्पिनर्स डाल दिए, जिनमें से तीन का नाम तो मैंने पहली बार सुना। अब वर्ल्ड कप में बॉल घूमेगा या बैट चलेगा? बस एक बात बताओ - क्या ये टीम जीतेगी या सिर्फ ट्रेंड जीतेगी?

  • Pramod Lodha
    Pramod Lodha अक्तूबर 1, 2025 AT 06:00

    दोस्तों, ये फैसला बहुत स्मार्ट है। केट क्रॉस को बाहर करना कड़वा तो है, लेकिन टीम के लिए बहुत जरूरी। अब नई जीनरेशन को मौका मिल रहा है, और टीम में बहुत ज्यादा ऑप्शन्स हैं। केट अभी भी टीम के साथ हैं - उन्हें बस नई भूमिका मिल रही है। मैं उनके लिए बहुत उत्साहित हूँ।

  • Neha Kulkarni
    Neha Kulkarni अक्तूबर 1, 2025 AT 12:24

    इस चयन के पीछे एक अधिक व्यवस्थित फिलोसोफी छिपी है - एक डायनामिक, डिस्ट्रिब्यूटेड टैलेंट आर्किटेक्चर, जिसमें रोल-बेस्ड एडाप्टेबिलिटी को प्राथमिकता दी जा रही है। केट क्रॉस के बाहर होने का अर्थ उनके वैल्यू के अभाव नहीं, बल्कि टीम के एक्सपैंशनल नेटवर्क के लिए एक स्ट्रैटेजिक रिस्क-रिवॉर्ड कैलकुलेशन है। ये एक ट्रांसफॉर्मेशनल मूव है, जो सिर्फ विकेट्स की संख्या से नहीं, बल्कि गेम राजनीति के लेयर्स से डिफाइंड है।

  • Sini Balachandran
    Sini Balachandran अक्तूबर 2, 2025 AT 19:56

    क्या हम वाकई जानते हैं कि जीतने का मतलब क्या है? या हम सिर्फ नामों को देखकर खुश हो रहे हैं? केट क्रॉस ने जो किया, वो एक जीवन था - और अब वो एक स्टैट है। क्या हम इतने अहंकारी हो गए हैं कि इतिहास को बदलने के लिए उसे मिटा दें?

  • Sanjay Mishra
    Sanjay Mishra अक्तूबर 2, 2025 AT 20:21

    अरे भाई, ये टीम चयन कमेटी ने तो एक ब्लॉकबस्टर ड्रामा बना दिया - केट क्रॉस को बाहर किया, चार स्पिनर्स लाए, और फिर नट ने बोला 'कड़वा लेकिन सकारात्मक'। ये तो ओलिम्पिक ड्रामा है, न कि क्रिकेट! केट के पास तो एक टेप रिकॉर्डर भी है जिसमें उसके आँसू दर्ज हैं - अब ये टीम उसके बिना वर्ल्ड कप जीतेगी या उसके आँसुओं से बारिश करेगी?

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