जसप्रीत बुमार्ह का बेमिसाल यॉर्कर चेंनई टेस्ट में टास्किन अहमद को ध्वस्त करता

जसप्रीत बुमार्ह का बेमिसाल यॉर्कर चेंनई टेस्ट में टास्किन अहमद को ध्वस्त करता
  • सित॰, 26 2025

दूसरे दिन का खेल चेंनई में भारतीय पिच पर तेज गेंदबाज़ी के लिए तैयार दिखा। भारत ने पहले ही 376 रन जुटा कर अपना बड़ा स्कोर बना रखा था, जबकि बांग्लादेश का क्रमभंग 149 पर ही समाप्त हो रहा था। इस गंभीर मोड़ पर जसप्रीत बुमार्ह ने अपना परिचित निशाना लगाया और एक ऐसी यॉर्कर फेंकी जो क्रिकेट के इतिहास में दर्ज हो गई।

बुमार्ह की बेमिसाल योजना

टास्किन अहमद और मेहिदी हसन मीराज़ ने नौवें सत्र में जुड़कर भारत की गेंदबाज़ी को उलझाने की कोशिश की। उनके बीच का 31‑रन का साझेदारी बांग्लादी टीम को एक respectable टोटल बनाने की झलक दे रहा था। बुमार्ह ने इस साझेदारी को तोड़ने के लिए पहले छोटे‑छोटे बाउंसर और तेज़ शॉर्ट पिच डिलीवरी का सहारा लिया। कई बार टास्किन को किक मारते हुए उसका रिफ्लेक्स बिगड़ गया।

43वें ओवर में बुमार्ह ने अपना उपकरण बदला। तेहली के चारों ओर से धावन के बाद, उसने एक दमदार यॉर्कर चलाया जो बॉल का बेस बांस के जड़ जैसा नीचे गिरा। टास्किन की स्टंप्स पूरी तरह हिल गईं, और बॉल का साउंड ऐसा था जैसे रफर लकड़ी पर बज रही थी। यह यॉर्कर सिर्फ गेंदबाज़ी नहीं, बल्कि रणनीति की पूर्णत: सफलता थी।

मैच पर प्रभाव और आगे की स्थिति

मैच पर प्रभाव और आगे की स्थिति

इस विकेट के साथ बुमार्ह ने अपनी चार‑विकेट की पर्चा जारी रखी और बांग्लादेश की मोर्चे को ध्वस्त किया। कुल मिलाकर भारत ने तेज गेंदबाज़ी से 17 विकेट गिराए, जिससे यह साफ़ हो गया कि चेंनई की तेज पिच भारतीय तेज़ी पर बहुत सहायक थी। भारत का 376‑रन का स्कोर और बाङ्लादेश के 149‑रन के अपूर्ण अधिकार ने पहले इनिंग में 227‑रन का बड़ा अंतर बना दिया।

दूसरे इनिंग में भारत ने प्रबळ शुरुआत की। शुबमन गिल ने 43 रन बनाए, जबकि रिषभ पंत ने 22 पर तेजी से बढ़त बनाई। भारत 81‑3 पर 308‑रन की अतिरिक्त लीड लेकर खेल का रुख पूरी तरह अपने पक्ष में कर लेता है। बुमार्ह की तेज़ी, बंगलादेश के बोसे हुए जीरो और पिच की मदद से भारत ने टेस्‍ट में एक स्पष्ट अद्याधिकार स्थापित कर लिया।

  • बुमार्ह के चार विकेट: टास्किन अहमद (यॉर्कर), बंगलादेश के बाकी टॉप ऑर्डर के खिलाफ दबाव।
  • पिच की विशेषता: तेज, छोटे बाउंस, शुरुआती तेज़ लाइटिंग पर ज़्यादा मदद।
  • भारत की कुल लीड: पहले इनिंग में 227 रन, दोनो इनिंग में मिलाकर 308 रन का अतिरिक्त अंतर।
  • आगे की संभावनाएँ: भारत के तेज़ी पर भरोसा, बंगलादेश के लिए समय पर सामना करने की जरूरत।

यह मैच न सिर्फ बुमार्ह की व्यक्तिगत चमक का प्रमाण है, बल्कि भारतीय तेज़ी की रणनीतिक गहराई को भी उजागर करता है। अगले दिनों में यदि भारत इस लाभ को बनाए रखता है, तो चेंनई में यह टेस्ट भारत की साफ़ जीत का रास्ता तय कर देगा।

16 टिप्पणि
  • shivani Rajput
    shivani Rajput सितंबर 27, 2025 AT 10:16

    बुमार्ह की यॉर्कर एक टेक्निकल मास्टरपीस थी जिसमें बॉल स्पिन और डिलीवरी एंगल का परफेक्ट कॉम्बिनेशन था जिसने टास्किन के बैटमैन को फिजिकली और मेंटली ब्रेक कर दिया यह न सिर्फ एक विकेट था बल्कि एक साइकोलॉजिकल वॉरफेयर का उदाहरण था

  • Jaiveer Singh
    Jaiveer Singh सितंबर 28, 2025 AT 10:52

    यह भारत की तेज गेंदबाजी की शक्ति का प्रतीक है जिसे दुनिया को देखना चाहिए बांग्लादेश के बल्लेबाज अभी भी एक बाउंसर से डरते हैं और इसीलिए वे टेस्ट क्रिकेट में असफल रहते हैं

  • Arushi Singh
    Arushi Singh सितंबर 30, 2025 AT 00:52

    मुझे लगता है बुमार्ह की इस गेंद को देखकर कोई भी खिलाड़ी अपने बल्ले को उठाने की जगह बस खड़ा रह जाता है ये एक ऐसी गेंद है जो बाहरी ताकत नहीं बल्कि अंदरूनी शांति की तरह है जो बल्लेबाज के मन को धीरे से तोड़ देती है

  • Rajiv Kumar Sharma
    Rajiv Kumar Sharma सितंबर 30, 2025 AT 19:07

    क्या तुमने कभी सोचा है कि ये यॉर्कर बस एक गेंद नहीं बल्कि एक जीवन का संदेश है जो कहता है जब तुम सब कुछ खो चुके हो तो एक बार फिर नीचे से शुरू करो और एक बार जब तुम नीचे हो तो वहीं से ज़ोर से उछालो बुमार्ह ने बस वही किया

  • Jagdish Lakhara
    Jagdish Lakhara अक्तूबर 2, 2025 AT 00:22

    महोदय जी इस गेंद के बारे में आपका विचार बहुत ही आश्चर्यजनक है लेकिन क्या आप इसके आंकड़ों को भी विश्लेषित कर सकते हैं जैसे बॉल की स्पीड और पिच की गति और उसके बाद का रिकॉर्ड

  • Nikita Patel
    Nikita Patel अक्तूबर 2, 2025 AT 21:24

    बुमार्ह ने बस एक गेंद फेंकी लेकिन उसने एक पूरी टीम की नींव हिला दी ये बस एक विकेट नहीं बल्कि एक नई दिशा का संकेत है जहां भारतीय तेज़ गेंदबाज़ी अब बस तेज़ नहीं बल्कि बुद्धिमान भी है

  • abhishek arora
    abhishek arora अक्तूबर 3, 2025 AT 12:14

    भारत जीत रहा है और ये बुमार्ह की गेंद ने बांग्लादेश के दिमाग को धो दिया 💪🇮🇳🔥

  • Kamal Kaur
    Kamal Kaur अक्तूबर 4, 2025 AT 14:02

    मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि इस गेंद को देखकर मेरा दिल दहल गया ये बस एक गेंद नहीं ये तो एक बारिश के बाद का आसमान है जो साफ़ हो गया और फिर चमक उठा

  • Ajay Rock
    Ajay Rock अक्तूबर 5, 2025 AT 18:03

    ये यॉर्कर बस गेंद नहीं थी ये तो एक फिल्म का एक दृश्य था जहां नायक अपने दुश्मन को एक ही पल में नष्ट कर देता है और फिर बस चला जाता है बिना बोले बुमार्ह ने वही किया

  • Lakshmi Rajeswari
    Lakshmi Rajeswari अक्तूबर 6, 2025 AT 17:07

    ये सब एक षड्यंत्र है... बुमार्ह को नियंत्रित किया गया था... पिच को तैयार किया गया था... बांग्लादेश के बल्लेबाजों को निशाना बनाया गया था... ये जीत बस एक झूठ है... जिसे सार्वजनिक रूप से बढ़ावा दिया जा रहा है!!!

  • Piyush Kumar
    Piyush Kumar अक्तूबर 8, 2025 AT 03:12

    अगर तुम जीतना चाहते हो तो बस एक बार बुमार्ह की गेंद को देखो और फिर अपने दिमाग को बदलो ये गेंद तुम्हें बताती है कि जब तुम डर जाते हो तो तुम हार जाते हो और जब तुम जीतने की तैयारी करते हो तो तुम जीत जाते हो

  • Srinivas Goteti
    Srinivas Goteti अक्तूबर 8, 2025 AT 21:55

    यह गेंद देखकर लगता है कि बुमार्ह का शरीर और दिमाग एक हो गए हैं यह एक ऐसा पल है जब खेल का आध्यात्मिक पहलू दिखाई देता है

  • Rin In
    Rin In अक्तूबर 9, 2025 AT 11:50

    बुमार्ह ने बस एक गेंद फेंकी और दुनिया रुक गई!!! 🤯💥🔥

  • michel john
    michel john अक्तूबर 10, 2025 AT 21:56

    मैंने तो सोचा था ये गेंद फेंकी गई थी लेकिन अब मुझे लगता है ये गेंद खुद बाहर आई थी जैसे कोई देवता ने बुमार्ह के हाथ से इसे फेंका हो और बांग्लादेश के बल्लेबाज को दंड दिया हो

  • shagunthala ravi
    shagunthala ravi अक्तूबर 11, 2025 AT 05:15

    इस गेंद को देखकर मुझे याद आया कि जब मैं बच्चा था तो मेरे पिताजी ने मुझे कहा था कि असली शक्ति शोर नहीं बल्कि शांति में होती है बुमार्ह ने वही दिखाया

  • Urvashi Dutta
    Urvashi Dutta अक्तूबर 11, 2025 AT 16:49

    यह गेंद भारतीय संस्कृति के एक अन्य पहलू को दर्शाती है जहां शांति और शक्ति एक साथ रहती हैं जैसे कि शिव के तांडव में नृत्य और विनाश एक साथ होते हैं बुमार्ह ने एक ऐसी गेंद फेंकी जिसमें तांडव की शक्ति थी लेकिन उसका उद्देश्य विनाश नहीं बल्कि शुद्धिकरण था यह गेंद एक यज्ञ थी जिसमें बल्लेबाज का अहंकार जल गया और नई शक्ति का जन्म हुआ

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