अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2024 को 21 जून को वैश्विक स्तर पर मनाया जाएगा, इस वर्ष की थीम 'स्वयं एवं समाज के लिए योग' है। इस आयोजन का उद्देश्य योग के अनेकों लाभों के प्रति जागरूकता बढ़ाना है, जो न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक कल्याण को भी समाहित करता है। यह वर्ष अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की 10वीं वर्षगांठ है।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस – क्यों खास है?
हर साल 21 जून को दुनिया भर में लोग योग का जश्न मनाते हैं। भारत ने इस दिन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित किया, इसलिए यह दिन हमारे लिए बहुत महत्व रखता है। आप भी जानना चाहते होंगे कि इस दिन कौन‑कौन से बड़े कार्यक्रम होते हैं और हमें क्या फाइदा मिलता है?
योग सिर्फ शारीरिक व्यायाम नहीं, बल्कि मन‑और‑शरीर को संतुलित करने की कला है। इसे रोज़मर्रा में शामिल करने से तनाव कम होता है, ऊर्जा बढ़ती है और नींद अच्छी आती है। यही कारण है कि सरकार, स्कूल, कंपनियां सब इस दिन पर विशेष सत्र आयोजित करती हैं।
2025 के प्रमुख आयोजन
इस साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर भारत ने कई नई पहलें शुरू कीं। दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर का योग महोत्सव हुआ जिसमें 10,000 से अधिक लोग भाग लिये। कार्यक्रम में प्राचीन आसनों को आधुनिक तकनीक से जोड़कर एक इंटरएक्टिव सत्र दिखाया गया।
दुर्लभ बात यह है कि इस बार विदेशों में भी भारत के राजदूतों ने योग कैंप लगाए। लंदन, न्यूयॉर्क और टोक्यो में भारतीय एंबेसी द्वारा आयोजित सत्रों में स्थानीय लोगों ने भाग लिया और सोशल मीडिया पर इसे खूब शेयर किया।
साथ ही, स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक ऑनलाइन चैलेंज लॉन्च किया – “30 दिन योग”. लोग मोबाइल ऐप से रोज़ाना 15‑मिनट का अभ्यास कर सकते हैं और अपनी प्रगति देख सकते हैं। इस पहल को स्कूलों में भी अपनाया गया, जिससे बच्चों को बचपन से सही आदत मिल सके।
योग के फायदे और दैनिक अभ्यास
अगर आप सोच रहे हैं कि रोज़ाना 15‑मिनट कैसे निकालें, तो सोचना आसान है। सुबह उठते ही कुछ सरल स्ट्रेच करें – जैसे ताड़ासन या वज्रासन। ये आसन शरीर को खिंचाव देते हैं और रक्त संचार बढ़ाते हैं।
काम के बीच में दो‑तीन मिनट का प्राणायाम भी बहुत असरदार है। गहरी सांसें लेकर नाक से बाहर निकालें, फिर धीरे‑धीरे अंदर ले जाएँ। यह तनाव को कम करता है और दिमाग को साफ़ करता है।
अगर आपके पास समय नहीं, तो शाम के भोजन के बाद हल्का शीतलीकरण (शवासन) कर सकते हैं। इससे पाचन बेहतर होता है और नींद में मदद मिलती है। इन छोटे‑छोटे कदमों से आप हर दिन योग को अपनी routine में शामिल कर सकते हैं।
याद रखें, योग का कोई कठोर नियम नहीं है – आपके शरीर की जरूरत के हिसाब से आप समय और आसन चुनें। अगर शुरुआती हैं तो ऑनलाइन वीडियो या स्थानीय क्लासेज़ देखें, जिससे सही फॉर्म सीख सकें।
अंत में यह कहूँगा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस केवल एक तारीख नहीं, बल्कि एक संदेश है – स्वस्थ रहो, खुश रहो और सबके साथ इस खुशी को बांटें। आप भी इस दिन अपने परिवार या दोस्तों के साथ मिलकर कुछ योग सत्र कर सकते हैं और सोशल मीडिया पर अपनी कहानी शेयर करें। यह छोटी सी कोशिश बड़े बदलाव की शुरुआत बन सकती है।