हाथरस के सब-डिविजनल मैजिस्ट्रेट सिकंद्रा राव के पत्र में फूलारी गांव में हुए धार्मिक 'सत्संग' कार्यक्रम में हुई दिल दहला देने वाली भगदड़ का विवरण है, जिसमें करीब 121 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों घायल हो गए। भगदड़ स्वघोषित गुरु नारायण सकार हरि उर्फ 'भले बाबा' के कार्यक्रम के दौरान हुई।
भले बाबा – आपका रोज़ का प्रेरणा स्रोत
क्या आपने कभी सोचा है कि भले बाबा शब्द सुनते ही दिमाग में क्या आता है? कई लोग इसे एक धार्मिक गुरु, तो कुछ इसे जीवन की सादगी और अच्छाई के प्रतीक मानते हैं। यहाँ हम इस टैग से जुड़े लेखों को आसान भाषा में समझाते हैं, ताकि आप रोज़मर्रा की ज़िंदगी में उनका उपयोग कर सकें.
भले बाबा क्या हैं?
भले बाबा कोई खास व्यक्ति नहीं, बल्कि एक विचारधारा है – सच्ची निष्ठा, दया और मदद‑घात। अक्सर इनका उल्लेख सामाजिक कार्यों में किया जाता है: गरीब की मदद करना, पर्यावरण बचाना या छोटी‑छोटी अच्छाइयों को बढ़ावा देना. जब भी हम किसी के काम को ‘भले बाबा’ कहते हैं, तो इसका मतलब है कि वह इंसान अपने कर्मों से समाज को बेहतर बना रहा है.
भले बाबा से जुड़ी ताज़ा ख़बरें
हमारी साइट पर इस टैग के अंतर्गत कई लेख आते हैं – चाहे वो विदेश में भारत की कूटनीतिक उपलब्धियों का विश्लेषण हो या खेल‑समाचार में किसी खिलाड़ी की नैतिकता की चर्चा. उदाहरण के तौर पर, हाल ही में मालदीव के 60वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री मोदि जी की ऐतिहासिक यात्रा और दो देशों के बीच नई ऊर्जा सहयोग को ‘भले बाबा’ भावना से जोड़ कर बताया गया है. इसी तरह, क्रिकेट में जॉश टंग ने जब अपनी भावनाएँ खुलकर बताईं तो उसे भी इस टैग में रखा गया, क्योंकि वह खेल भावना को सच्ची ईमानदारी से निभा रहा था.
अगर आप पर्यावरण‑समाचार पसंद करते हैं, तो ‘World Environment Day 2025’ पर राजस्थान की प्लास्टिक रोकने की पहल भी यहाँ ‘भले बाबा’ टैग में आती है – क्योंकि यह लोगों को स्वच्छता और जिम्मेदारी का संदेश देती है. इसी तरह, उत्तर प्रदेश के मौसम अलर्ट या यूपी के भारी बरसात की चेतावनी जैसे रोज़मर्रा की खबरें भी इस टैग में दिखती हैं, जिससे आप जान सकेंगे कि कैसे छोटे‑छोटे कदम बड़े बदलाव लाते हैं.
इन लेखों को पढ़कर आपको न सिर्फ जानकारी मिलती है, बल्कि एक सकारात्मक सोच भी बनती है. जब आप देखेंगे कि किस तरह से विभिन्न क्षेत्रों के लोग अपने कार्य में ‘भले बाबा’ की भावना ले आते हैं, तो खुद को प्रेरित करेंगे और शायद आप भी कुछ नया करने का विचार बनाएँगे.
तो अब आगे क्या? इस पेज पर स्क्रॉल करें, दिलचस्प लेख पढ़ें और अपनी ज़िंदगी में भले बाबा के सिद्धांतों को लागू करना शुरू करें. छोटे‑छोटे बदलाव ही बड़े परिवर्तन की शुरुआत होते हैं, और आप भी उस बदलाव का हिस्सा बन सकते हैं.