Unicommerce के IPO को पहले ही दिन जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली और यह 2.43 गुना ओवरसब्सक्राइब हुआ। रिटेल निवेशकों ने अपने हिस्से को 9.98 गुना ओवरसब्सक्राइब किया, जबकि गैर-संस्थागत निवेशकों ने 2.26 गुना की बोली लगाई। कंपनी ने अपने IPO के पहले ही 14 एंकर निवेशकों से 124.4 करोड़ रुपये जुटाए थे।
Unicommerce IPO – क्या है, कब खुलेगा और कैसे करें सब्सक्राइब?
अगर आप शेयर मार्केट में नए हैं या मौजूदा निवेशक हैं तो Unicommerce का IPO आपके लिए एक बड़ा अवसर हो सकता है। इस लेख में हम सरल भाषा में बताएंगे कि यह इश्यू क्यों महत्वपूर्ण है, कब खुलेगा और आपको कौन‑से कदम उठाने चाहिए ताकि सब्सक्रिप्शन सफल रहे।
Unicommerce IPO की मुख्य बातें
Unicommerce एक टेक कंपनी है जो ई‑कॉमर्स फुलफ़िलमेंट, इन्वेंट्री मैनेजमेंट और डेटा एनोलेटिक सॉल्यूशन देती है। पिछले कुछ सालों में इसकी ग्राहक संख्या बढ़ी है और अब ये सार्वजनिक होना चाहती है। प्रमुख बातें हैं:
- इश्यू आकार: लगभग 2,500 करोड़ रुपये
- ऑफ़रिंग प्राइस बैंड: ₹250‑₹300 प्रति शेयर
- नियोजित लिस्टिंग: अगले महीने NSE और BSE पर
इन आंकड़ों से पता चलता है कि कंपनी को बड़े निवेशकों की दिलचस्पी मिली हुई है। अगर आप इस इश्यू में भाग लेना चाहते हैं तो शुरुआती चरण में ही आवेदन करना फायदेमंद रहेगा।
सब्सक्रिप्शन प्रक्रिया – कदम दर कदम
सबसे पहले अपने डीमैट खाते को सक्रिय रखें। यदि आपके पास अभी नहीं है तो किसी ब्रोकर के साथ खाता खोलें। फिर ये चरण फॉलो करें:
- आरएसओ (RSE) या ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म पर Unicommerce IPO का कोड खोजें।
- इश्यू की कीमत और शेयरों की संख्या देख कर तय करें कि कितना निवेश करना है।
- बैंक ट्रांसफर, डिमांड ड्राफ़्ट या UPI से भुगतान करके आवेदन जमा करें।
- ऑफ़रिंग क्लोज़ होने के बाद allotment status देखें। अगर आपको शेयर मिलते हैं तो वे आपके डीमैट खाते में दिखेंगे।
ध्यान रखें, एक ही व्यक्ति को अधिकतम 25% शेयरों की अनुमति है और रिटेल निवेशकों को अलग से कूपन मिलता है। इसलिए अपनी क्षमता के अनुसार आवेदन करें।
सब्सक्रिप्शन के दौरान कुछ आम गलतियों से बचें: भुगतान का प्रमाण न रखना, बैंक विवरण में त्रुटि या टाइमसीमेंट मिस करना। ये सब आपके ऑलॉटमेंट को प्रभावित कर सकते हैं।
निवेशकों के लिए टिप्स और जोखिम प्रबंधन
IPO की सफलता कई कारकों पर निर्भर करती है – कंपनी की फंडामेंटल्स, बाजार का माहौल और प्रतिस्पर्धा। Unicommerce के केस में देखें कि इसका रेवेन्यू लगातार बढ़ रहा है और ग्राहक बेस विविध है। फिर भी, किसी भी IPO में जोखिम रहता है, इसलिए:
- अपनी निवेश क्षमता से अधिक न करें।
- IPO की प्रॉस्पेक्टस पढ़ें, खासकर वित्तीय डेटा और डिबेन्चर रिपोर्ट।
- अगर शेयर लिस्टिंग के बाद तेज गिरावट दिखे तो स्टॉप‑लॉस सेट रखें।
ऐसे ही छोटे कदम आपके पोर्टफोलियो को सुरक्षित रख सकते हैं जबकि आप Unicommerce जैसे उभरते सेक्टर में हिस्सेदारी बना रहे हों।
क्या अगला कदम है?
अब जब आपको सब्सक्रिप्शन का तरीका और जोखिम समझ आ गया है, तो अपने ब्रोकर या ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म पर लॉग‑इन करें और Unicommerce IPO की जानकारी चेक करें। अगर आप रिटेल निवेशक हैं तो पहले कूपन के लिए अप्लाई करें, क्योंकि यह अक्सर अधिक सापेक्षिक रूप से आसान होता है।
अंत में याद रखें: शेयर बाजार एक खेल नहीं, बल्कि योजना और अनुशासन का मैदान है। Unicommerce IPO को समझदारी से एप्रोच करके आप बेहतर रिटर्न की संभावना बढ़ा सकते हैं। आपका अगला निवेश निर्णय अब ही ले सकते हैं—सही जानकारी के साथ आगे बढ़ें।