Adani Power का ऐतिहासिक 1:5 शेयर विभाजन, कीमत में 20% उछाल

Adani Power का ऐतिहासिक 1:5 शेयर विभाजन, कीमत में 20% उछाल

अचानक तेज़ी से उठते शेयरों ने बाजारिया दिल को धड़का दिया। 22 सितंबर 2025 को Adani Power Ltd ने अपना पहला Adani Power शेयर विभाजन लागू किया, जिसमें 1:5 की दर से परिपत्र बदल दिया गया। इस कदम के बाद शेयरों ने 20 % की जबरदस्त उछाल मारते हुए ऊपरी सीमा (upper circuit) तक पहुँच कर बंदी ले ली।

विभाजन की तफ़सीलें और बाजार पर असर

बोर्ड ने अगस्त 2025 में इस योजना को मंजूरी दे दी थी। इस योजना के अनुसार, प्रत्येक मौजूदा शेयर (फेस वैल्यू ₹10) को पाँच नए शेयरों (फेस वैल्यू ₹2) में विभाजित किया गया। सरल शब्दों में, 100 शेयर ₹10 के रखने वाले निवेशक अब 500 शेयर ₹2 के रखेंगे, जिससे कुल निवेश मूल्य वही रहेगा पर शेयरों की संख्या बढ़ जाएगी।

विभाजन के बाद सत्र की शुरुआत ₹147.9 पर हुई और तेजी से बढ़ते‑बढ़ते दिन की उच्चतम कीमत ₹170.15 तक पहुँच गई, जबकि पिछले दिन की क्लोज़िंग ₹141.8 थी। यह कीमत का उछाल सिर्फ विभाजन के कारण नहीं, बल्कि SEBI की हालिया अंशतः सफ़ाई का भी बड़ा कारक रहा।

SEBI की अंशतः सफ़ाई और समूह के अन्य स्टॉक्स पर प्रभाव

SEBI की अंशतः सफ़ाई और समूह के अन्य स्टॉक्स पर प्रभाव

19 सितंबर को SEBI ने Adani Group को Hindenburg Research द्वारा उठाए गए जुड़े‑पक्ष लेन‑देन के आरोपों से आंशिक रूप से मुक्त कर दिया। इस स्वीकृति ने निवेशकों में भरोसा पैदा किया और समूह के शेयरों को सुदृढ़ किया। पिछले दो ट्रेडिंग सत्रों में Adani Power के स्टॉक में कुल 35 % की बहुती बड़ी छलांग देखी गई।

Adani समूह के अन्य प्रमुख कंपनियों ने भी इस सकारात्मक माहौल का फायदा उठाया। Adani Enterprises के शेयर 4 % बढ़े, Adani Energy Solutions ने 6 % की उछाल दर्ज की, और Adani Green Energy की कीमत में 8.84 % की बढ़ोतरी हुई। इस तरह के व्यापक उछाल ने दिखा दिया कि निवेशकों का मन अब समूह के भविष्य को लेकर अधिक आशावादी है।

  • विभाजन का मुख्य उद्देश्य: तरलता बढ़ाना और रिटेल निवेशकों को आकर्षित करना।
  • विभाजन के बाद शेयरों की सुलभता में वृद्धि, जिससे छोटे निवेशकों का प्रवेश आसान हुआ।
  • SEBI की सफ़ाई ने समूह के खिलाफ चल रही अनिश्चितता को कम किया।
  • समूह के अन्य स्टॉक्स ने भी समान दिशा में लाभ उठाया, जिससे कुल बाजार में तेजी आई।

समग्र रूप से, यह विभाजन न केवल मूल्य वृद्धि का कारण बना बल्कि बाजार में निवेशकों का विश्वास भी पुनः स्थापित किया। आगे देखते हुए अगर तरलता बढ़ती रही और समूह की व्यावसायिक प्रगति बनी रही, तो रिटेल निवेशकों के लिए यह अवसर और भी आकर्षक बन सकता है।

  • सित॰, 22 2025
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