छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु डॉ. साई ने अज़िम प्रेमजी छात्रवृत्ति योजना का शुभारंभ किया। योजना का लक्ष्य सरकारी स्कूलों से निकलने वाली आर्थिक रूप से कमजोर लड़कियों को स्नातक या डिप्लोमा कोर्स में दाखिला दिलाना है। आवेदन दो चरणों में खुलेगा – 10‑30 सितंबर 2025 और 10‑31 जनवरी 2026। ऑनलाइन प्रक्रिया पूरी तरह मुफ्त है और QR कोड से आसानी से पहुँच सकता है। यह पहल ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ को राष्ट्रीय स्तर पर सुदृढ़ करती है।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ – एक राष्ट्रीय मिशन
जब हम बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, एक व्यापक राष्ट्रीय अभियान है जो लड़कियों के जन्म से लेकर शिक्षा, स्वास्थ्य और आजीविका तक के हर कदम को सुरक्षित करने की कोशिश करता है. Also known as BBBP, it सरकार की प्रमुख सामाजिक नीति के रूप में कार्य करता है, जिसका लक्ष्य लिंग आधारित असमानता को हिंदुस्तान में जड़ से उखाड़ फेंकना है. इस योजना में शिक्षा को मुख्य स्तंभ माना गया है, इसलिए कई राज्यों ने छात्रवृत्ति, स्कूल कपड़ा और मुफ्त लाइब्रेरी सुविधाएँ शुरू की हैं। स्वास्थ्य सुधार भी इसी का अभिन्न हिस्सा है; जन्म के बाद पहला वर्ष, टीकाकरण और पोषण कार्यक्रम सभी लड़की बच्चों को लाभ पहुंचाते हैं। सामाजिक जागरूकता के बिना कोई भी नीति टिकाऊ नहीं रह सकती, इसलिए ग्रामीण से लेकर शहरी क्षेत्रों में विभिन्न संगठनों ने सामुदायिक कार्यशालाओं और मीडिया अभियानों के ज़रिये इसे लोगों के घरों तक पहुँचाया है। इन सभी तत्वों का मिलजुल कर काम करना ही बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ को एक जीवित पहल बनाता है।