प्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा ने अपने स्वास्थ्य को लेकर चल रही अफवाहों का खंडन किया है। उन्नीसवीं शताब्दी के मध्य के इस उद्योगपति, जो मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती हुए थे, ने स्पष्ट किया कि उनकी चिकित्सा जांच नियमित और उम्र से संबंधित है। रतन टाटा ने लोगों से आग्रह किया कि अफवाहों पर ध्यान न दें और उन्हें प्रोत्साहित किया कि वे सही जानकारी का पालन करें।
स्वास्थ्य के लिए रोज़मर्रा की आसान टिप्स
क्या आप हर दिन थकान या असहज महसूस करते हैं? अक्सर छोटी‑छोटी आदतों से ही स्वास्थ्य में बड़ा फर्क पड़ता है। यहाँ हम कुछ ऐसे सरल कदम बताएँगे जो आपके जीवन को ऊर्जा और ताजगी से भर देंगे, बिना किसी जटिल योजना के.
खाना-पीना: सही पोषण की बुनियाद
संतुलित भोजन का मतलब सिर्फ कम कैलोरी नहीं, बल्कि प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और वसा का उचित मिश्रण है। सुबह उठते ही एक गिलास पानी में नींबू निचोड़ें – यह पेट की सफ़ाई करता है और पाचन को तेज़ बनाता है. दोपहर के भोजन में दाल या चना जैसे प्रोटीन स्रोत जोड़ें, साथ में हरी सब्जियां रखें. स्नैक्स में बिस्किट या मिठाइयों के बजाय एक मूठ भर बादाम या फल चुनें; ये ऊर्जा की जल्दी वाली जरूरत को पूरा करेंगे और रक्त शर्करा का स्तर स्थिर रखेंगे.
शारीरिक एक्टिविटी: रोज़ 30 मिनट का नियम
जिम जाना जरूरी नहीं, चलना‑फिरना भी काम कर सकता है. अगर आप बैठी‑बैठी काम करते हैं तो हर घंटे में पाँच मिनट खड़े हों और हलके स्ट्रेच करें – इससे पीठ दर्द कम होगा और रक्त संचार बेहतर होगा. तेज़ चाल से 30 मिनट की सैर या घर पर जंपिंग जैक, स्क्वाट जैसे बॉडीवेट एक्सरसाइज़ आपके हृदय को स्वस्थ रखते हैं और वजन नियंत्रित करते हैं. याद रखें, निरंतरता ही मुख्य है; छोटी‑छोटी एक्टिविटी को रोज़ बनाएं.
व्यायाम के साथ-साथ नींद भी स्वास्थ्य का अहम हिस्सा है. एक नियमित सोने‑जागने का समय तय करें, रात में 7‑8 घंटे की गहरी नींद लें और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से दूर रहें. अगर आप सोने से पहले पढ़ते हैं तो किताबें या हल्का संगीत चुनें, ताकि दिमाग शांत हो.
मानसिक स्वास्थ्य को नज़रअंदाज़ मत करें. रोज़ कुछ मिनट ध्यान या गहरी साँस लेने के व्यायाम के लिए रखें. यह तनाव कम करता है और इम्यून सिस्टम को बूस्ट करता है. अगर आप काम में बहुत व्यस्त हैं तो छोटे‑छोटे ब्रेक लेकर आँखें बंद कर 5‑10 सेकंड तक श्वास पर ध्यान दें; इससे फोकस बढ़ता है.
पानी पीना भी अक्सर भूल जाते हैं. शरीर के हर कोषिकीय कार्य के लिए पानी ज़रूरी है, इसलिए दिन में कम से कम 2‑3 लीटर पानी पीने की आदत डालें. अगर आप पानी नहीं पीते तो हाइड्रेशन की कमी से थकान, सिरदर्द और स्किन प्रोब्लेम्स हो सकते हैं.
आयुर्वेदिक टिप्स भी मददगार होते हैं. अदरक के टुकड़े को चाय में डालें या हल्दी मिलाकर गर्म दूध पीएँ; ये शरीर की प्रतिरक्षा बढ़ाते हैं। साथ ही, रोज़ दो घंटे तक धूप में बिताएँ – विटामिन D का स्रोत है जो हड्डियों और मूड दोनों को फायदेमंद बनाता है.
इन छोटे‑छोटे बदलावों को अपनाने से आप न केवल बीमारियों की संभावना घटा पाएँगे, बल्कि रोज़ के काम में ऊर्जा महसूस करेंगे. याद रखें, स्वास्थ्य कोई बड़ी चीज नहीं; यह आपके दैनिक चयन का परिणाम है. तो आज ही एक कदम उठाएँ और अपने जीवन को स्वस्थ बनाएं.
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