पेरिस 2024 ओलंपिक खेलों में संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन दोनों ने 40 स्वर्ण पदक जीते। कुल पदक संख्या में अमेरिका 126 (40 स्वर्ण, 44 रजत, और 42 कांस्य) पदकों के साथ पहले स्थान पर रहा, जबकि चीन 91 (40 स्वर्ण, 27 रजत, और 24 कांस्य) पदकों के साथ दूसरे स्थान पर।
पेरिस 2024 ओलम्पिक: क्या है नया?
पेरिस में इस साल का ओलम्पिक कई लोगों के लिए खास इवेंट बन गया है। अगर आप खेलों में रूचि रखते हैं तो हर दिन नई खबरें देख रहे होंगे – कौन से देश ने कब रजत पदक जीता, भारत की किस एथलीट ने नया रिकॉर्ड बनाया और किन स्पोर्ट्स को पहली बार ओलम्पिक में शामिल किया गया। इस लेख में हम सरल भाषा में सबसे ज़रूरी जानकारी देंगे, ताकि आप बिना किसी जटिल शब्दों के पूरी तस्वीर समझ सकें।
मुख्य इवेंट्स और समय‑सारणी
ओलम्पिक की कुल 33 खेल शाखाएँ हैं, लेकिन कुछ ही खेल पर ध्यान देना ज़रूरी है क्योंकि इन्हीं में भारत को उम्मीदों का बोझ मिला हुआ है। एथलेटिक्स, तैराकी, बैडमिंटन और बॉक्सिंग सबसे बड़े आकर्षण हैं।
एथलेटिक्स के ट्रैक इवेंट 28 जुलाई से शुरू होते हैं और अंतिम रेस 5 अगस्त को होती है। इस दौरान भारत की धावक मोहिनी बत्रा ने 400 मीटर में तेज़ गति दिखाने का वादा किया है। तैराकी में साक्षी मल्होत्रा के पास दो व्यक्तिगत रिले में भाग लेने का मौका है, जिससे मेडल जीतने की संभावना बढ़ती है। बैडमिंटन में पी.वी. सिंधु और अनीता पौरी को क्वार्टर फ़ाइनल तक पहुँचते देखना चाहते हैं, जबकि बॉक्सिंग में विजेन्द्र कुमार ने अपने डेब्यू मैच को शानदार बनाया था।
भारत की तैयारी और उम्मीदें
ओलम्पिक से पहले भारत ने कई अंतरराष्ट्रीय टुर्नामेंटों में भाग लेकर अपनी ताकत दिखा दी है। पिछले साल के एशिया गेम्स में हमारे एथलीट्स ने 12 गोल्ड मेडल जीते, जिससे आत्मविश्वास बढ़ा। सरकार ने ओलम्पिक तैयारी के लिए विशेष फंड दिया और खिलाड़ियों को उन्नत प्रशिक्षण सुविधा उपलब्ध कराई। इस वजह से कई खिलाड़ी अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी बन गए हैं।
अगर बात करें संभावित मेडल जीतने की, तो एथलेटिक्स में 400 मीटर रिले टीम और जावेज़ ट्रैक इवेंट सबसे आशाजनक लग रहे हैं। तैराकी में साक्षी मल्होत्रा के दो व्यक्तिगत इवेंट्स को देखना रोचक होगा – अगर वह अपने पर्सनल बेस्ट से बेहतर प्रदर्शन कर सके तो मेडल का मौका बढ़ जाता है। बैडमिंटन में महिला डबल्स ने पहले ही क्वार्टर फ़ाइनल में जगह बनाई है, जिससे भारत को कांस्य या सोने की संभावना दिख रही है।
खिलाड़ियों के साथ-साथ कोचिंग स्टाफ भी इस बार नया दृष्टिकोण लाया है। विदेशी विशेषज्ञों को शामिल कर तकनीकी पहलुओं पर काम किया जा रहा है – जैसे कि स्प्रिंट टेक्निक, स्विमिंग स्ट्रोक एन्हांसमेंट और बायोमैकेनिकल एनालिसिस। इन सभी उपायों से भारत की ओलम्पिक यात्रा अधिक प्रतिस्पर्धी बन रही है।
अंत में यह कहना चाहिए कि पेरिस 2024 ओलम्पिक सिर्फ़ खेल नहीं, बल्कि एक बड़े सामाजिक मंच भी है जहाँ विभिन्न देशों के लोग एक साथ आते हैं। यहाँ हर जीत-हार का मतलब केवल मेडल नहीं, बल्कि आत्मविश्वास और देश की पहचान बनता है। यदि आप इस इवेंट को करीब से फॉलो करना चाहते हैं तो हमारे साइट पर रोज़ाना अपडेट चेक करें – नई रिपोर्ट, खिलाड़ी इंटरव्यू और लाइव स्कोरबोर्ड सब कुछ यहाँ मिलेगा।
तो तैयार हो जाइए, ओलम्पिक के रंगीन क्षणों का आनंद लीजिए और भारत की जीत की खुशी में हमारे साथ जश्न मनाइए!
नोवाक जोकोविच ने पेरिस 2024 ओलंपिक के पुरुष एकल टेनिस फाइनल में कार्लोस अल्काराज़ को हराकर स्वर्ण पदक जीता। यह मैच 4 अगस्त 2024 को हुआ और जोकोविच ने सीधे सेटों में अल्काराज़ को पराजित किया। यह जीत जोकोविच के करियर के लिए एक महत्त्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई।